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अंबेडकर नगर: पुलिस पर युवक की पिटाई का आरोप, लोगो ने किया सड़क जाम
पुलिस जब उसे चौकी के अंदर ले गयी तो चिर परिचित अंदाज में भाजपा के जिला महामंत्री बाबा राम शब्द यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगो ने पहुंचकर चौकी को घेर लिया तथा सड़क जाम कर दिया।
अंबेडकर नगर: सत्ताधारी दल का वर्धा प्राप्त हो तो पुलिस का खौफ गॉड हो जाना लाजमी है कम से कम जिला मुख्यालय पर आजकल यही देखने को मिल रहा है उस दिन पूर्व यातायात निरीक्षक द्वारा एक गाड़ी को रोके जाने के बाद जो दृश्य सामने आया था वह अधिकारियों के भी संज्ञान में पहुंचा लेकिन खादी के आगे खाक हो गई थी ऐसा ही मामला बुधवार को सहजादपुर पुलिस चौकी के निकट देखने को मिला मोबाइल चोरी के मामले में विक्रेता द्वारा दुकानदार का नाम बताने के बाद पुलिस का उसे बुलाना महंगा पड़ गया है पहले तो उसने आने से ही इनकार कर दिया लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाने का प्रयास किया तो वह पुलिस से ही भिड़ गया।
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चौकी को घेर लिया तथा सड़क जाम कर दिया
पुलिस जब उसे चौकी के अंदर ले गयी तो चिर परिचित अंदाज में भाजपा के जिला महामंत्री बाबा राम शब्द यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगो ने पहुंचकर चौकी को घेर लिया तथा सड़क जाम कर दिया। सूचना मिलने के बाद पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक ने लोगों को समझा-बुझाकर सड़क जाम खुलवाया तथा आरोपों की जद में आए दीवान जान मोहम्मद तथा सिपाही नसीब मलिक को लाइन हाजिर कर दिया। जानकारी के अनुसार चौकी के सामने ही विनय की मोबाइल की दुकान है। मोबाइल चोरी में पकड़े गए एक युवक ने विनय की दुकान पर मोबाइल बेचे जाने की बात बताई थी।
वह पुलिस पर हमलावर भी हो गए
इसी संबंध में जानकारी के लिए चौकी बिनय को 2 दिन से बुला रही थी लेकिन वह आने में आनाकानी कर रहा था । बुधवार को जब पुलिस उसे पूछताछ करने के लिए चौकी लाने लगी तो उसके भाई राममूर्ति निषाद पुलिस से उलझ गए। आरोप है कि वह पुलिस पर हमलावर भी हो गए। हालांकि राममूर्ति निषाद का कहना है कि पुलिस ने अंदर ले जाकर उन्हें बुरी तरह मारा-पीटा। इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को हुई तो उन्होंने बाबा राम शब्द यादव के नेतृत्व में चौकी का घेराव कर सड़क जाम कर दिया ।
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प्रश्न उठता है कि क्या स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि भाजपा के जिला महामंत्री को उच्चाधिकारियों से बात करने के बजाए सड़क जाम करना ज्यादा मुनासिब लगा। यदि सत्तापक्ष से जुड़े लोग ही कानून व्यवस्था को हाथ में लेकर मजाक बनाते फिरेंगे तो आखिर प्रदेश सरकार की मंशा साकार कैसे हो सकेगी । फिलहाल स्थानीय लोगों की मानें तो पुलिस चौकी के आसपास रहने वाले कुछ वर्ग के लोग इतने मनबढ़ हैं कि वह पुलिस को कुछ भी नहीं समझते। बुधवार को हुई घटना इसी का परिणाम बताई जा रही है।
रिपोर्ट- मनीष मिश्रा
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