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Chandrashekhar Ravan: रावण को 5 दिन पहले मिली थी मारने की धमकी, फिर मिली धमकी, कहा-अब अगली बार नहीं बचोगे
Chandrashekhar Ravan: भीम आर्मी चीफ को हमले के 5 दिन पहले फेसबुक पर मिली थी। क्षत्रिय ऑफ अमेठी नाम से बने पेज द्वारा शेयर एक पोस्ट में कहा गया था, चंद्रशेखर रावण को जिस दिन भी मारेंगे अमेठी के ठाकुर मारेंगे। वह भी बीच चैराहे पर.‘ गुरुवार को इसी पेज पर फिर से रावण को एक धमकी दी गई है।
Chandrashekhar Ravan: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण को हमले से पांच दिन पहले ही मारने की धमकी फेसबुक पर मिली थी। बुधवार को सहारनपुर के देवबंद में चंद्रशेखर पर हमला कर दिया गया। गनीमत ये रही कि वे इस हमले में बाल-बाल बच गए। गुरुवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई। कार सवार बदमाशों ने चंद्रशेखर की कार पर ताबड़तोड़ चार राउंड फायरिंग की थी। इस दौरान एक गोली चंद्रशेखर की पीठ को छूती हुई निकल गई थी। गुरुवार को चंद्रशेखर आजाद को फिर से धमकी मिली है। चंद्रशेखर को फेसबुक पर मिली इस धमकी में कहा गया है, ‘‘अगली बार नहीं बचोगे।‘‘ दरअसल, चंद्रशेखर बुधवार शाम को अपने एक साथी की मां की रस्म पगड़ी में शामिल होने गए थे। वहां से वे सहारनपुर लौट रहे थे। इसी दौरान शाम करीब 5 बजे देवबंद थाना क्षेत्र के यूनियन सर्किल के पास उन पर हमला हुआ। 4-5 हमलावर हरियाणा नंबर की स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से आए और चंद्रशेखर आजाद पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान 4 गोलियां दागी गईं। हमले में एक गोली गेट को चीरते हुए चंद्रशेखर की कमर को छूती हुई निकल गई।
5 दिन पहले भी मिली थी धमकी
चंद्रशेखर को हमले से 5 दिन पहले फेसबुक पर धमकी दी गई थी। क्षत्रिय ऑफ अमेठी नाम से बने पेज द्वारा शेयर एक पोस्ट में कहा गया था, ‘‘चंद्रशेखर रावण को जिस दिन भी मारेंगे अमेठी के ठाकुर मारेंगे। वह भी बीच चैराहे पर।‘‘ वहीं, गुरुवार को इसी पेज पर फिर से एक धमकी दी गई। पोस्ट में लिखा गया, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण पर जानलेवा हमला। चंद्रशेखर रावण की कमर में लगी गोली। बच गया साला, अगली बार नहीं बचेगा।
इसी फेसबुक पेज पर आगे लिखा गया, रावण बहुत शातिर आदमी है। इसको सुरक्षा व्यवस्था चाहिए भौकाल बनाने के लिए, बुलेटप्रूफ गाड़ी चाहिए, बुलेट प्रूफ जैकेट चाहिए। किसी भी बेगुनाह राजपूत को अगर फंसाया जाता है तो आंदोलन बहुत बड़ा हो जाएगा ध्यान रहे।
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फेसबुक पोस्ट को लेकर एक गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में अमेठी पुलिस ने विमलेश सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। वही, क्षत्रिय ऑफ अमेठी नाम का पेज चला रहा था। पुलिस ने फेसबुक पर धमकी के मामले में आईटी एक्ट के 66(।) और सेक्शन 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
रावण ने सीएम योगी का मांगा इस्तीफा
उधर, चंद्रशेखर ने अपने ऊपर हुए हमले को लेकर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, बुधवार की तरह की घटना आज भले हीं मेरे साथ घटी है, लेकिन आगे किसी भी समय ऐसी घटनाएं किसी भी दूसरी राजनीतिक पार्टियों के प्रमुखों और उनके समर्थकों के साथ घट सकती है। इसकी दो वजहें हैं। पहली- यूपी की कानून व्यवस्था लगातार बद से बदतर होती जा रही है और दूसरा-सरकार अपराधियों को जाति और धर्म के आधार पर प्रश्रय देकर उसे संरक्षण प्रदान कर रही है। इससे आज न तो कानून का भय है और न हीं पुलिस का।
उन्होंने कहा, आप चंद्रशेखर को गोली और बंदूकों से न तो झुका सकते हैं न डरा सकते हैं और न ही डिगा सकते हैं। मेरा 56 इंच का सीना असली है नकली नहीं। कहा कि मुझ पर हुए हमले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
पुलिस ने मामला किया दर्ज
सहारनपुर के देवबंद थाने में भीम आर्मी के पदाधिकारी और चंद्र शेखर के साथी मनीष कुमार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। दर्ज केस में हत्या के प्रयास के साथ-साथ एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया है। हमलावर जिस स्विफ्ट कार से आए थे, उसका नंबर एचआर 70 डी 0278 बताया जा रहा है। पुलिस ने हमलावरों द्वारा इस्तेमाल कार को बरामद कर लिया है। चार लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस ने फेसबुक पर धमकी के मामले में भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कौन हैं भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद?
वकील और दलित-बहुजन अधिकार कार्यकर्ता चंद्रशेखर आजाद का जन्म 3 दिसंबर 1986 को यूपी के सहारनपुर जिले के छुटमुलपुर कस्बे में हुआ। चंद्रशेखर आजाद की पश्चिमी यूपी में मजबूत पकड़ है। वे दलितों के लिए काम करने वाली संस्था भीम आर्मी के सह-संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। 2014 में उन्होंने सतीश कुमार और विनय रतन सिंह ने भीम आर्मी की स्थापना की थी। चंद्रशेखर ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन को समर्थन देते हुए चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। 15 मार्च 2020 को चंद्रशेखर ने आजाद समाज पार्टी की स्थापना भी की। चंद्रशेखर आजाद ने अपने आप को दलित नेता के तौर पर स्थापित किया है। वो अपनी खास आक्रामक शैली के लिए जाने जाते हैं। चंद्रशेखर आजाद 2022 के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर सदर सीट से सीएम योगी के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। 2021 में टाइम मैगजीन ने चंद्रशेखर को 100 उभरते हुए नेताओं की लिस्ट में भी शामिल किया था।