×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Amethi News: अंधविश्वास की बलि चढ़ा मासूम, सौतेली मां ने तांत्रिक के कहने पर बच्चे को जलाया फिर आंखे फोड़ कर घोंटा गला

Amethi News: चार वर्षीय मासूम बच्चे की सौतेली मां ने तांत्रिक के कहने पर अपने माता पिता के साथ मिलकर पहले बच्चे को अगरबत्ती और कपूर से दागा फिर उसका गला घोंट कर उसकी बलि चढ़ा दिया।

Surya Bhan Dwivedi
Published on: 14 Jun 2023 4:19 PM IST
Amethi News: अंधविश्वास की बलि चढ़ा मासूम, सौतेली मां ने तांत्रिक के कहने पर बच्चे को जलाया फिर आंखे फोड़ कर घोंटा गला
X
सौतेली मां ने तांत्रिक के कहने पर बच्चे को जलाया फिर आंखे फोड़ कर घोंटा गला: Photo- Newstrack

Amethi News: देश में अंधविश्वास के चक्कर में नर बलि की घटनाएं आज भी देखने को मिल रही है। ऐसा ही यूपी के अमेठी पुलिस ने दिल को दहला देने वाली घटना का खुलास किया है। जहां चार वर्षीय मासूम बच्चे की सौतेली मां ने तांत्रिक के कहने पर अपने माता पिता के साथ मिलकर पहले बच्चे को अगरबत्ती और कपूर से दागा फिर उसका गला घोंट कर उसकी बलि चढ़ा दिया। आरोपी ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया की बच्चा पाने के लिए उसने ऐसा कृत्य किया। घटना में शामिल चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया है।

अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया पिछली 12 तारीख को जामो थाना क्षेत्र के रेसी गांव में 4 साल के बच्चे की लाश तालाब के किनारे मिली थी। पीड़ित पिता की तहरीर पर पुलिस द्वारा तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर घटना के खुलासे को लेकर टीमों का गठन किया गया था। इसी क्रम में आज पुलिस द्वारा घटना का खुलासा किया गया है। मृतक बच्चे के सौतेली मां ने अपने माता पिता व एक तांत्रिक दयाराम यादव साथ मिलकर बच्चे की बलि चढ़ा दी थी। इसमें 4 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।

इस घटना में जो तथ्य निकलकर सामने आए। उसमें सौतेली मां रेनू को बच्चा नहीं हो रहा था। इसी दौरान तांत्रिक दयाराम यादव ने बताया अगर किसी बच्चे की बलि चढ़ा दी जाए तो तुमको बच्चा हो जाएगा। इसी बात पर चारों लोगों ने मिलकर गांव से बाहर बच्चे को लेकर गए। अगरबत्ती और कपूर से पहले उसको दागा गया फिर गला घोट कर हत्या कर दी गई। घटना में शामिल चारों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस सराहनीय कार्य के लिए हम अपनी पुलिस टीम को पुरस्कृत करेंगे। उन्होंने आगे बताया की इसके साथ ही तांत्रिक के पुराने रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। उसके द्वारा कहीं इससे पहले भी इस तरह के कृत्य तो नहीं किए गए। जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे आगे विधिक कार्यवाही की जाएगी।

चार अभियुक्तों को पुलिस ने भेजा जेल

गिरफ्तार अभियुक्तों में मंगरू प्रजापति पुत्र स्व दयाराम निवासी ग्राम नाथूपुर, दयाराम यादव पुत्र स्व रामसमुझ यादव निवासी ग्राम सरैया मजरे पूरे विसैनी थाना कुड़वार, प्रेमा देवी पत्नी मंगरू प्रजापति निवासी ग्राम नाथूपुर, रेनू पत्नी जितेन्द्र प्रजापति निवासी ग्राम रेशी थाना जामो जनपद अमेठी के रूप में हुई। गिरफ्तार अभियुक्तों की निशान देही पर घटना स्थल के पास झाड़ियों से आलाकत्ल गमछा, नींबू, जायफल आदि तंत्र-मंत्र का सामान भी बरामद हुआ।

दो वर्ष पूर्व बनी थी सौतेली मां

पुलिस ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त मंगरू व प्रेमा देवी ने बताया कि हम लोगों ने करीब डेढ़ वर्ष पूर्व अपनी बेटी रेनू का दूसरा विवाह थाना क्षेत्र जामों के रेशी के रहने वाले जितेन्द्र प्रजापति के साथ किये थे। जितेन्द्र को उसकी पहली पत्नी छोड़कर चली गयी थी। जिससे पैदा हुआ एक 04 वर्षीय पुत्र गोपी उर्फ सत्येन्द्र अपने पिता जितेन्द्र के साथ ही रहता था । शादी के बाद रेनू अक्सर बीमार रहती थी। बार-बार उसको मिसकैरेज हो जा रहा था। जिससे उसको कोई बच्चा न होने पर हम लोग परेशान होकर तंत्र-मंत्र करने वाले दयाराम यादव से बात किया।

तांत्रिक दयाराम ने चढ़वाई मासूम की बलि

तब दयाराम ने बताया कि बच्चा सकुशल होने के लिए एक बच्चे की बलि देनी पड़ेगी नहीं तो बच्चा खराब हो जायेगा। इस बात को हम लोगों ने अपनी बेटी रेनू को बताया तो उसने कहा कि मेरी सौतन का चार वर्षीय बेटा गोपी उर्फ सत्येन्द्र है। अगर उसकी बलि दे दी जाय तो मेरा होने वाला बच्चा सुरक्षित हो जायेगा। सम्पत्ति का बटवारा भी नहीं होगा। रेनू ने अपने पिता से बताया कि 11 जून को पड़ोस में शादी है। भीड़-भाड़ व शोरगुल होने पर बलि आसानी से दे देंगे। योजना के अनुसार 11 जून की रात्रि करीब बजे मोबाइल से वार्ता कर हम लोग ग्राम रेसी बन्धे के पास पीपल के पेड़ के नीचे इकट्ठा हुए।

गला घोंटने के बाद शरीर को जगह जगह जलाया

जहां पर तांत्रिक दयाराम ने तंत्र-मंत्र करते हुए गोपी उर्फ सत्येन्द्र को अगरबत्ती से जलाया तो वह चिल्लाने लगा जिससे डर कर हम सब लोग यूकेलिप्टस के पेड़ की आड़ में सूनसान स्थान पर ले जाकर प्रेमा देवी व बेटी रेनू ने गोपी उर्फ सत्येन्द्र के गले में एक गमछे से फंदा लगाकर कस दिया। जिससे गोपी उर्फ सत्येन्द्र की मृत्यु हो गयी। इस समय मंगरू ने बच्चे का पैर पकड़ा था तथा तांत्रिक दयाराम यादव तंत्र-मंत्र पढ़ रहा था। उसने आगे बताया की जब हम लोगों को विश्वास हो गया कि गोपी उर्फ सत्येन्द्र की मृत्यु हो गयी तो प्रेमा देवी व रेनू ने मिलकर बच्चे की दोनों आंख, एक कान, गाल, कन्धा, दाहिने हाथ की कोहनी, ठुड्डी, एक हाथ की अंगुली पर कपूर डाल कर माचिस तथा चिलम से चला दिया।

सोमवार को नाले के पास मिला था अधजला शव

जिले के जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत रेसी गांव निवासी जितेंद्र प्रजापति के चार वर्षीय पुत्र सत्येंद्र उर्फ दीपू का सोमवार अधजला शव मिला था। बच्चे के शरीर पर जगह जगह जगह जले के निशान पाए गए थे। मृतक के पिता ने आशंका जताया था कि अंधविश्वास के चलते किसी ने बच्चे की बलि देने के चक्कर में जला जला कर मार डाला है। मासूम बच्चे की आंखें भी जला दी गई थी। मृतक के पिता ने दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की थी।



\
Surya Bhan Dwivedi

Surya Bhan Dwivedi

Next Story