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आशुतोष टण्डन ने किया मेडिकल काॅलेजों की 37 परियोजनाओं का लोकार्पण
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश, डाॅ0 रजनीश दुबे ने इन परियोजनाओं को चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताते हुए राज्य सरकार द्वारा तेजी से किए जा रहे कार्यो की सराहना की गई।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं प्रोद्योगिकी शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने मंगलवार को किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में 424 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश के विभिन्न मेडिकल काॅलेजों की 37 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
इन 37 परियोजनाओं में केजीएमयू की चार महात्वकांक्षी एवं जन उपयोगी परियोजना भी शामिल थी। इस मौके पर कानून मंत्री बृजेश पाठक, प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग डाॅ. रजनीश दुबे और महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के के गुप्ता प्रमुख रूप से शामिल थे।
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केजीएमयू की चार परियोजनाओं में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पहले ह्यूमन मिल्क बैंक की स्थापना, विभिन्न विभागों में स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्र, हाइपर बैरिक आक्सीजन यूनिट एवं टेली मेडिसिन सेंटर का लोकापर्ण आशुतोष टण्डन ने किया। ह्यूमन मिल्क बैंक को नेशनल हेल्थ मिशन के द्वारा वित्तीया सहायता प्रदान की गई है।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा एवं प्रोद्योगिकी मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा का क्षेत्र उत्तर प्रदेश सरकार के लिए प्राथमिकता है और विगत दो वर्षों में इस विभाग में जितने रिकार्ड कार्य हुए है वह पिछले 20 वर्षों में नहीं हुए है। मंत्री ने कहा कि केजीएमयू में चार परियोजनाओं के लोकार्पण शिलान्यास सहित ह्यूमन मिल्क बैंक का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश में माताओं एवं शिशुओं की मदद करने के हमारे प्रयास में यह पहला कदम है जो स्वस्थ जीवन जीने के अधिकारी हैं।
विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि परम्परागत ऊर्जा संसाधन मंत्रालय भी उनके ही पास है और आज केजीएमयू में सौर ऊर्जा संयंत्र के स्थापित किए जाने के साथ ही भविष्य में भी उनके इस विभाग द्वारा विभिन्न मेडिकल काॅलेज में ऐसी परियोजनाओं को स्थापित किए जाने को लेकर हर संभव मदद की जाएगी।
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इस अवसर पर प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश, डाॅ0 रजनीश दुबे ने इन परियोजनाओं को चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताते हुए राज्य सरकार द्वारा तेजी से किए जा रहे कार्यो की सराहना की गई।
केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी. भट्ट ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग पिछले दो वर्षों से अत्यंत तीव्र गति से कार्य कर रहा है जो कि अभूतपूर्व है और यह केजीएमयू के लिए गर्व का विषय है कि भारत सरकार की इन महत्वकांक्षी योजनाओं में चिकित्सा संस्थान भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहा है।