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Satis Mahana: विधानसभा अध्यक्ष बोले- जब कार्यकर्ता हर जगह से निराश हो जाता था तो लालजी टंडन के पास पहुंचता था

Satis Mahana: महाना ने कहा- टंडन जी आज हम सब के बीच नहीं हैं पर उनकी बातें और उनकी यादें हम सब लोगों को राजनीति का रास्ता दिखाने का काम करती हैं।

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Published on: 12 April 2023 9:11 PM GMT
Satis Mahana: विधानसभा अध्यक्ष बोले- जब कार्यकर्ता हर जगह से निराश हो जाता था तो लालजी टंडन के पास पहुंचता था
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विधानसभा अध्यक्ष सतीस महाना: Photo- Newstrack

Lucknow News: उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि जब 1991 में पहली बार चुनाव जीतकर राजनीति के क्षेत्र में आया तो सबसे पहले लालजी टंडन जी ने ही मेरे सिर पर अपना हाथ रखा और इस क्षेत्र में आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया। राजनीति के क्षेत्र में उनसे पुत्रवत वात्सल्य का भाव हमेशा मिला।

महाना बुधवार को राजधानी स्थित कालीचरण डिग्री कालेज परिसर में बिहार के पूर्व राज्यपाल एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता स्वर्गीय लालजी टंडन की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। महाना ने कहा कि टंडन जी आज हम सब के बीच नहीं हैं पर उनकी बातें और उनकी यादें हम सब लोगों को राजनीति का रास्ता दिखाने का काम करती हैं। उनके बारे में मिनटों में नहीं बल्कि घंटों में उनसे जुड़ी स्मृतियों को बताया जा सकता है।

पार्टी के प्रति स्वर्गीय लालजी टंडन का समर्पण भाव

महाना ने कहा कि पार्टी के प्रति उनका समर्पण भाव बताने की आवश्यकता नहीं है। उनका कार्यकर्ताओं से कितना प्रेम व्यवहार था यह सभी को मालूम है। हमेशा कार्यकर्ताओं के हितों की चिंता करते थे। यही नहीं अधिकारियों से काम कैसे कराया जाता है। यह बात भी वह अच्छी तरह से जानते थे।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब वह नगर विकास मंत्री थे और उनके साथ राज्य मंत्री का दायित्व निभाने का अवसर मिला था तो उस दौर में उन्होंने गरीबों के लिए पांच रुपए रोज पर आवास की एक योजना बनवाई थी। जिस पर अधिकारियों को बड़ा आश्चर्य हुआ था। लोगों के मन में भी इस बात की कल्पना नहीं थी। पर इस योजना को मूर्त रूप देने का काम किया।

कार्यकर्ताओं और संगठन के प्रति चिंता का भाव हमेशा रहता था- सतीश महाना

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि उनका समाज के प्रति समर्पण कार्यकर्ताओं और संगठन के प्रति चिंता का भाव हमेशा रहता था। मुझे याद है जब कार्यकर्ता को हर जगह निराशा मिलती थी तो वह सीधे टंडन जी के पास ही आता था और वह विपरीत परिस्थितियों में सहायता और सहयोग का काम करते थे। अगर वह किन्हीं परिस्थितियों में कार्यकर्ता को डांट देते थे तो माना जाता था कि अब उस कार्यकर्ता का काम पक्का हो जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व जल शक्ति महेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल जी समेत कई पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।

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