Atiq Ahmad: माफिया अतीक के सताये लोगों में ज्यादातर मुसलमान, रेप से लेकर हत्या तक... देखें पूरी लिस्ट

Atiq Ahmad: उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफिया अतीक अहमद से पीड़ित लोगों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 20 नाम हैं, जिन्होंने अतीक पर हत्या, रेप और धमकी जैसे कई आरोप लगाये हैं। इस सूची में 70 फीसदी पीड़ित मुसलमान हैं।

Hariom Dwivedi
Published on: 17 April 2023 4:51 PM GMT (Updated on: 18 April 2023 5:37 AM GMT)
Atiq Ahmad: माफिया अतीक के सताये लोगों में ज्यादातर मुसलमान, रेप से लेकर हत्या तक... देखें पूरी लिस्ट
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उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफिया अतीक अहमद से पीड़ित लोगों की लिस्ट जारी की है।

Atiq Ahmad: उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफिया अतीक अहमद से पीड़ित लोगों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 20 नाम हैं। पुलिस का दावा है कि ये सभी वे लोग हैं माफिया से पीड़ित थे। 15 अप्रैल को प्रयागराज में तीन शूटर्स ने सरेआम अतीक और उसके भाई को गोली से भून डाला था। हत्या के वक्त अतीक पुलिस अभिरक्षा में था। तीनों शूटर्स पुलिस की गिरफ्त में हैं। इस शूटआउट की जांच के लिए एक नहीं बल्कि दो-दो एसआईटी का गठन किया गया है। तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग 2 महीने के अंदर पूरे प्रकरण की जांच कर शासन को रिपोर्ट सौंपेगा। गौरतलब है कि करीब चार दशक तक पूर्वांचल के कई जिलों में अतीक अहमद का खौफ रहा।

अतीक की मौत के बाद तमाम लोग सवाल उठा रहे हैं कि योगी राज में चुन-चुनकर एक समुदाय के लोगों को ही मारा जा रहा है। क्रिमिनल दूसरे समुदायों और वर्गों में भी हैं। इस बीच पुलिस ने अतीक पीड़ितों की लिस्ट शेयर कर कुछ न कहते हुए भी बहुत कुछ कह दिया है। पुलिस द्वारा जारी की गई लिस्ट में 70 फीसदी यानी 14 नाम मुसलमानों के हैं जो अतीक अहमद से पीड़ित थे। मतलब माफिया, माफिया होता है, उसके लिए धर्म-जाति और समुदाय कोई मायने नहीं रखता।

हत्या, बलात्कार और धमकी से थे पीड़ित

लिस्ट में पहला नाम जीशान उर्फ पुत्र मोहम्मद जई का है जो प्रयागराज जिले के धूमनगंज थाना क्षेत्र के कसारी-मसारी निवासी हैं। दूसरा नाम जया पाल का है जो स्व. उमेश पाल की पत्नी हैं। तीसरा नाम मसले का है (मदरसा कांड में पुत्री के साथ बलात्कार की घटना)। लिस्ट में चौथा नाम सूरज कली (पति की हत्या और गवाही के लिए धमकी देना) का है। पांचवां नाम स्व. अशोक साहू का परिवार (साल 1995 में अशोक साहू की हत्या की गई थी) का है। छठा नाम स्व. अशफाक कुन्नू का परिवार (अशफाक की हत्या साल 1994 में हुई थी) का। सातवां नाम पार्षद नस्सन के परिवार (साल 2001 में पार्षद नस्सन की हत्या की गई थी) है। आठवां जैद बेली (दोहरा हत्या कांड बैली) का और नौवां भाजपा नेता अशरफ पुत्र अताउल्ला का परिवार (साल 2003 में बीजेपी नेता अशरफ की हत्या) का और 10वां नाम मकसूद पुत्र स्व. मोहम्मद कारी (मोहम्मद कारी की घटना की गई) का है।

पेड़ से बांधकर मारा तो किसी को फर्जी परेशान किया

पुलिस द्वारा जारी अतीक पीड़ितों की सूची में 11वां नाम जैद (देवरिया जेल कांड) का, 12वां मोहित जायसवाल (देवरिया जेल कांड) का, 13 वां अरशद पुत्र फरमुदमुल्ला निवासी प्रयागराज (अरशद के हाथ-पैर तोड़े) का, 14वां जग्गा का परिवार (मुंबई से बुलाकर कब्रिस्तान में पेड़ से बांध कर जग्गा की हत्या) का है। इस सूची में 15वां नाम जाबिर, बेली प्रयागराज (अल्कमा हत्याकांड में अतीक द्वारा फर्जी नामजद कराया गया.) का, 16वां आबिद प्रधान का, 17वां पार्षद सुशील यादव का, 18वां साउद पार्षद खुल्दाबादट का, 19वां नाम सिक्योरिटी इंचार्ज राम कृष्ण सिंह का और 20वां नाम शाबिर उर्फ शेरू का है। इनमें से कई पीड़तों के नाम मोबाइल नंबर के साथ छापे गये हैं।

Hariom Dwivedi

Hariom Dwivedi

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