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यूपी पंचायत चुनाव: औरैया प्रशासन ने कसी कमर, कारतूसों का मांगा ब्यौरा
जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव को पारदर्शी ढंग से संपन्न कराना ही लक्ष्य है जिसके लिए पुलिस को अभी से अलर्ट होना पड़ेगा। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व शस्त्र जमा कराने का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए।
औरैया: आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सकुशल एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरु कर दी। इसक्रम में शासन के निर्देश पर शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम ने एसपी, सीओ, एसडीएम, एसओ और शस्त्र विक्रेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान डीएम ने पंचायत चुनाव के मद्देनजर सभी लाइसेंसी असलहों को जमा कराने का निर्देश दिये।
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पुलिस को अलर्ट रहने की सलाह
जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव को पारदर्शी ढंग से संपन्न कराना ही लक्ष्य है जिसके लिए पुलिस को अभी से अलर्ट होना पड़ेगा। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व शस्त्र जमा कराने का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए। शासन से 15 फरवरी 2021 से शस्त्र जमा कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं शस्त्रों को अविलंब जमा कराए जाने की कार्यवाही पर प्रगति कराई जाए तथा इसकी सूचना प्रत्येक सप्ताह शासन को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि संबंधित मालखानों व शस्त्र की दुकानों पर सुरक्षा व्यवस्था भी कराई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर जनपद के समस्त शस्त्र धारकों के आपराधिक इतिहास के बारे में सभी थानाध्यक्षों से प्रमाण पत्र लेकर लिये जाये ताकि अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उनके शस्त्र निरस्त करने की कार्यवाही सुनिश्चित कराई जा सके।
शस्त्र विक्रेताओं को दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने शस्त्र विक्रेताओं से कहा कि आपके पास जितने शस्त्र लाइसेंस जमा है उसका विवरण दें तथा उप जिलाधिकारी एवं क्षेत्राधिकारी अधिकारी क्रास चेकिंग भी करें। उन्होंने शस्त्र विक्रेताओं से यह भी कहा कि जितने कारतूस आप लोगों ने बेचा है उसके खोखे की भी रिपोर्ट दी जाये। समस्त उप जिलाधिकारी इसका भी निरीक्षण अवश्य करें। उन्होंने कहा कि कारतूस विक्रय करते समय अन्य विवरण के साथ-साथ उनके मोबाइल नंबर भी बिक्री रजिस्टर में अंकित करें।
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साथ ही जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शासनादेश के अनुसार कारतूसों के क्रय करने के समय 80 प्रतिशत खोके जमा कराना भी सुनिश्चित कराया जाए। साथ ही निर्देश दिया कि जनपद में विचाराधीन आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के लाइसेंसों का निलंबन करना सुनिश्चित कराया जाए। जिन व्यक्तियों के द्वारा चुनाव को प्रभावित करने की आशंका हो ऐसे सभी व्यक्तियों के शस्त्र तत्काल जमा करा लिए जाएं।
बिना यूएनआई नंबर वाले हथियारों को वापस करने के निर्देश
उन्होंने कहा कि जिन शस्त्रों पर यूएनआई नंबर नहीं लिया गया है ऐसे शस्त्र को तभी वापस किया जाए जब उसे यूएनआई नंबर प्राप्त हो जाए। बिना यूएनआई नंबर प्राप्त हुए कोई भी शस्त्र वापस ना किया जाए। सभी थाने एवं शस्त्र अनुभाग सभी शस्त्रों के लाइसेंस का मिलान कर ले दोनों में कोई भी अंतर नहीं होना चाहिए। जो लाइसेंस की दुकानें नहीं खुलती है उसकी भी रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए।
पुलिस अधीक्षक अर्पणा गौतम ने कहा कि थानों में जमा किए जा रहे शस्त्रों की प्रतिदिन रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए इसमें किसी प्रकार की कोई लापरवाही ना बरती जाए। पंचायत चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण चुनाव है। उन्होंने सभी क्षेत्राधिकारियों को शस्त्र विक्रेताओं द्वारा बेचे गए कारतूसों का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए। यदि किसी शस्त्र लाइसेंसी द्वारा अधिक संख्या में कारतूसों को खरीदा जा रहा है उन्हें चिह्नित कर उनका भौतिक सत्यापन कराया जाए। बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रेखा एस चौहान अपर जिलाधिकारी न्यायिक एमपी सिंह सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट प्रवेश चतुर्वेदी