TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

औरैया: वृद्धाश्रम पहुंचे DM, कहा- बुजुर्गों की सेवा सबसे बड़ा पुण्य

विकास खंड औरैया की ग्राम पंचायत आनेपुर में निराश्रित बुजुर्गों के लिए एक वृद्ध आश्रम संचालित हो रहा है। जिसमें शनिवार को जिला अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने कई बुजुर्गों से जानकारी भी हासिल की।

Ashiki
Published on: 13 Feb 2021 9:59 PM IST
औरैया: वृद्धाश्रम पहुंचे DM, कहा- बुजुर्गों की सेवा सबसे बड़ा पुण्य
X
औरैया: वृद्धाश्रम पहुंचे DM, कहा- बुजुर्गों की सेवा सबसे बड़ा पुण्य

औरैया: विकास खंड औरैया की ग्राम पंचायत आनेपुर में निराश्रित बुजुर्गों के लिए एक वृद्ध आश्रम संचालित हो रहा है। जिसमें शनिवार को जिला अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने कई बुजुर्गों से जानकारी भी हासिल की। इस पर उन्हें जानकारी मिली किसी के बच्चे अच्छे पदों पर नौकरी करते हैं मगर अकेलेपन के कारण वह घर में नहीं रह पाते हैं। इसलिए उन्होंने बृद्धाश्रम को ही अपना सहारा बनाया है। वहीं कुछ बुजुर्गों ने उपेक्षा का शिकार बताते हुए वृद्ध आश्रम का सहारा लिया है।

ये भी पढ़ें: मजदूर की मदद के लिए आयी ‘जनता की आवाज’, जेल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

DM से आकर लिपट गयी बुजुर्ग महिला

ग्राम आनेपुर स्थित वृद्धाश्रम पहुंचे जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा बुजुर्गों से बात कर रहे थे तो उन्होंने उनसे एक बुजुर्ग महिला आकर लिपट गई और बताया कि वह उसके पुत्र के समान है। जिलाधिकारी ने भी बड़ी ही संजीदगी से उस महिला की सारी बातें सुनी और वृद्धा आश्रम में रहने का कारण पूछा। इस पर महिला ने बताया कि उसके पुत्र बाहर नौकरी करते हैं और घर में अकेली रहती थी। इसलिए वह वहां ऊब जाती थी। मगर यहां पर आने के बाद वह पूरी तरह से खुश है और यहां के लोग भी अच्छी तरह से उन लोगों की सेवा करते हैं।

[video width="640" height="352" mp4="https://newstrack.com/wp-content/uploads/2021/02/VID-20210213-WA0260.mp4"][/video]

ये भी पढ़ें: औरैया में बोले सपा नेता, बीजेपी सरकार में सबसे ज्यादा महिला उत्पीड़न

वहीं अन्य लोगों से भी जिलाधिकारी सुनील कुमार ने जानकारी चाही तो किसी ने अपने आपको उपेक्षा का शिकार बताया तो किसी ने अपनी पीड़ा उनके सामने बयां की। जिला अधिकारी ने कहा कि सभी को बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। बुजुर्ग ही एक ऐसी धरोहर है जो आगे आने वाली पीढ़ी को सहेज कर रखती है। कहा कि ऐसे स्थानों पर अपने बच्चों को लेकर भी चलना चाहिए जिससे कि उन्हें भी यह एहसास हो सके कि उनके मां-बाप द्वारा जो कार्य उनके लिए किए गए हैं वह कोई और नहीं कर सकता है। इस मौके पर वृद्ध आश्रम के पदाधिकारियों के अलावा अन्य लोग भी मौजूद रहे।

रिपोर्ट: प्रवेश चतुर्वेदी, औरैया



\
Ashiki

Ashiki

Next Story