अब ये ऐप छात्रों को सिखाएगा अंग्रेजी और हिंदी, जानिए इसकी पूरी डिटेल्स

इसी के तहत शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को अपने स्कूल के सभी अभिभावक जिनके पास स्मार्ट फोन हैं, उनकी मोबाइल पर गूगल एलांग एप को इंस्टाल करें।

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Published on: 30 July 2020 3:27 PM GMT
अब ये ऐप छात्रों को सिखाएगा अंग्रेजी और हिंदी, जानिए इसकी पूरी डिटेल्स
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औरैया: परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को हिंदी और अंग्रेजी बोलने का सलीका अब गूगल एलांग एप सिखाएगा। मिशन प्रेरणा एप के तहत बच्चों के हिंदी और अंग्रेजी भाषा के पठन कौशल को सुधारने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने गूगल से समझौता किया है। इसकी मदद से सटीक उच्चारण सिखाया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण हो रहा है।

ऑफलाइन मोड पर उपलब्ध रहेगा ऐप

मिशन प्रेरणा को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए 20 जुलाई से शिक्षकों, शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसी के तहत शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को अपने स्कूल के सभी अभिभावक जिनके पास स्मार्ट फोन हैं, उनकी मोबाइल पर गूगल एलांग एप को इंस्टाल करें। गुरुवार को यह प्रशिक्षण संपन्न हो गया। इसकी मदद से बच्चे हिंदी व अंग्रेजी का सटीक उच्चारण सीख सकेंगे।

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मोबाइल स्क्रीन पर जो वाक्य लिखकर उच्चारण करने पर उसके ऊपर स्टार बनकर आ जाता है। इससे बच्चों को प्रोत्साहन मिलता है। डिप्टी बीएसए राजेश सिंह ने बताया कि इस एप में सबसे अच्छी खूब यह है कि एक डाउनलोड करने के बाद यह पूरी तरह ऑफलाइन मोड पर उपलब्ध रहता है। इससे बच्चे जब चाहें तब प्रयोग कर सकते हैं।

प्ले स्टोर से ऐसे करें डॉउनलोड

नगर क्षेत्र के बीईओ सुधीर गुप्ता ने बताया कि इस एप को स्मार्ट फोन पर प्ले स्टोर से डाउन लोड किया जा सकता है। यह छह से 11 साल के बच्चों के लिए तैयार किया गया है। इससे बच्चों को काफी राहत मिलेगी। कुछ बेसिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसका प्रयोग किया जा सकता है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया कि गूगल एलांग एप बहुत ही बढिय़ा लर्निंग टूल है।

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ऑनलाइन प्रशिक्षण के दौरान के दौरान शिक्षकों से अनुरोध किया गया कि जिन अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन हैं, उनके मोबाइल में इंस्टाल करवाते हुए इन्हें इसके इस्तेमाल के बारे में बताएं। उन्होंने कहा कि यदि अभिभावकों को इस संबंध में कोई भी परेशानी आती है तो इसका निस्तारण शिक्षक कराएंगे।

रिपोर्ट- प्रवेश चतुर्वेदी

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