रामजन्म भूमि ट्रस्ट का बड़ा फैसला: दान पर किया ये एलान, नहीं लेंगे सोने-चांदी की ईंट

राम जन्म भूमि में भव्य मंदिर निर्माण के लिए देशभर से दान किया जा रहा है। ऐसे में अब बड़ा फैसला लिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने सोने चांदी के ईंटे दान में स्वीकार करने का एलान किया है।

Shivani
Published on: 27 July 2020 5:11 PM GMT
रामजन्म भूमि ट्रस्ट का बड़ा फैसला: दान पर किया ये एलान, नहीं लेंगे सोने-चांदी की ईंट
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अयोध्या: राम जन्म भूमि में भव्य मंदिर निर्माण के लिए देशभर से दान किया जा रहा है। ऐसे में अब बड़ा फैसला लिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने सोने चांदी के ईंटे दान में स्वीकार करने का एलान किया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने दान देने वालों से अपील की है कि मंदिर के लिए सोने, चांदी व अन्य धातुओं की ईंटें दान न करें। इन्हे स्वीकार्य नहीं किया जाएगा। वहीं ट्रस्ट ने कहा कि इन धातुओं के बदले नगदी ट्रस्ट के खाते में दान स्वरुप दी जा सकती है।

राम मंदिर ट्रस्‍ट ने की दानदाताओं से अपील

दरअसल, उत्तर प्रदेश की अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए लोग बड़े बड़े दान करते हैं। जानकारी के मुताबिक, दानदाता सोने-चांदी या अन्य धातुओं की ईंट दान में चढ़ाते हैं। ट्रस्ट ने अब सोने चांदी की ईंटों को दान में लेने से मना कर दिया है। कहा गया कि जनवरी में लोगों ने चांदी की ईंटें दान की थी, इसे सामान्य दान माना गया। वहीं अब कई दानकर्ता चांदी- सोने की सामग्री दान कर रहे हैं। ट्रस्ट के लिए इनका मूल्यांकन करना मुश्कल है, इस बाबत अनुरोध किया गया कि ऐसी चीजें दान न करें।

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सोने, चांदी की ईंटें न करें दान, खाते में दे कैश

बता दें कि अबतक मंदिर ट्रस्ट को लगभग 1 क्विंटल से ज्यादा चांदी व अन्य धातुओं की ईंट दान की गई हैं। ट्रस्ट के पास इन बहुमूल्य धातुओं को रखने के लिए बैंक में लॉकर तक नहीं है। इसलिए अपील की गयी कि दानदाता ट्रस्ट के खाते में ऑनलाइन या कैश में जमा करें।

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धातुओं को रखने के लिए बैंक में लॉकर नहीं

बता दें कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमिपूजन होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों भूमि पूजन होना है। कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गयीं है। भव्य और पावन राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर से मिट्टी लाइ जा रही हैं। अलकनंदा का पवित्र जल भूमि पूजन के लिए लाया जा रहा है। उज्जैन के महाकाल की भष्म लाई जा रही हैं।बता दें कि बद्रीनाथ धाम की मिट्टी के अलावा सीतामढ़ी के पांच मंदिरों से राम मंदिर के लिए मिट्टी भेजी गयी है।

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