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BBAU: समस्याओं से जूझ रहा डॉ. अम्बेडकर एक्सीलेंस सेंटर विवि प्रशासन ने छात्रो को मंत्रालय में ईमेल न करने दी धमकी
BBAU: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में अब छात्रों के शिकायतों पर भी धमकी दी जा रही है।
BBAU: बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में डॉ. आंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र में पिछले सात महीनों से नियमित योग्य शिक्षक व आधारभूत सुविधा उपलब्ध न होने पर आगामी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी तनाव में हैं। अभ्यर्थी विवि के सभी जिम्मेदार लोगों से लिखित और मौखिक शिकायत की है। लेकिन विवि के अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई आवश्यक कदम नहीं उठाये गए हैं। अभ्यर्थियों के मांगों को लेकर विवि के दलित छात्र संगठन एयूडीएसयू ने गुरुवार को 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा हैं।
डॉक्टर अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र
सामाजिक न्याय एवं आधारित मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत डॉ. आम्बेडकर फाउंडेशन द्वारा देश के मुख्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों के लिए सिविल सेवाओं परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग के लिए डॉ. आम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसमें से डॉ. आम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र लखनऊ स्थित बाबासाहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में स्थापित किया है। भारत सरकार मंत्रालय की संचालित कोचिंग डॉ. आंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के छात्रों को संघ लोक सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए लाखों रुपए का बजट मुहैया कराती हैं। इसमें प्रवेश परीक्षा द्वारा 100 अनुसूचित जाति के छात्रों ने प्रवेश लिया है। बीबीएयू में 15 अक्टूबर 2022 से कोचिंग शुरु की गई है।
छात्रों को नहीं मिला कोई लाभ
इस केंद्र योजना में वर्णित किसी भी प्रावधान को अभी तक पूर्ण नहीं किया गया है। पिछले 6 महीनों से छात्रों ने नियमित कक्षाओं, योग्य शिक्षकों, 24 पुस्तकालय, लाइब्रेरी में सिविल सर्विसेस से संबंधित मटेरियल, पानी जैसी मूलभूत समस्याओं को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव आदि प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार ईमेल और पत्र लिखकर शिकायत किया। छात्र अपनी मूलभूत आवश्यकताओं और मांगों को पूरा करने के लिए आम्बेडकर भवन से लेकर कुलपति आवास पर कई बार दिन-रात धरना प्रदर्शन भी किया। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा छात्रों की मांगों को लेकर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
एयूडीएसयू का आरोप
एयूडीएसयू (दलित स्टूडेंट यूनियन) ने आरोप लगाया हैं कि शिकायत के बाद एक बार मंत्रालय की एक टीम कोंचिंग के औचक निरीक्षण के लिए बीबीएयू लखनऊ आयी। मंत्रालय की टीम ने आदेश दिया था कि छात्रों की सभी समस्याओं को एक सप्ताह के अंदर दुरुस्त किया जाए। विवि प्रशासन ने कोई सुधार नहीं किया। कोचिंग सेंटर के छात्रो द्वारा पता चला है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा छात्रो को मंत्रालय में ईमेल न करने की धमकी देकर डराया गया। संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि मंत्रालय प्रतिनिधियों की ओर से बताया गया हैं कि जनवरी 2023 को कोचिंग के आधे बजट को भेज दिया गया। है लेकिन इस बजट का एक भी पैसा अभी तक छात्रों पर खर्च नहीं किया गया है।
एयूडीएसयू संगठन की प्रमुख मांगें -
1.स्थायी योग्य शिक्षकों की नियुक्ति तत्काल की जाए, जिनके पास यूपीएससी को पढ़ाने का अनुभव हों।
2. यूपीएससी से संबंधित पुस्तकालय में किताबें तत्काल उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
3. कोचिंग योजना में लाइब्रेरी का प्रावधान है,लाइब्रेरी का एक्सेस सभी अभ्यर्थियों को मिले।
4. अम्बेडकर एक्सीलेंस कार्यालय में सहायक कर्मी नियुक्त हो।
5. पाठ्य सहायक समाग्री की व्यवस्था हो।
6. जिन शिक्षकों जैसे धीरेंद्र उपाध्याय, नवनीत से सभी छात्र पढ़ना चाहते है, उन्हें स्थायी रूप से नियुक्ति दें।
7. अनियमितता को बंद कर कोचिंग सुचारु रूप से चले।
8.कोचिंग में प्रावधान किए गए नियमों को ध्यान रखते हुए, टेस्ट भी समय समय पर आयोजित हो।
9. मंत्रालय से मिले बजट को सही से उपयोग में लाया जाय।
10. छात्रों को 24 घंटे पढ़ने का प्रावधान किया जाय।