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पुलिस की कारस्तानी: पीड़ित को ही डाल दिया जेल में, ये था पूरा मामला

रेंजर ने निरीक्षण के दौरान भूमि पर निर्माण कार्य कर रहे गौरा मदनपुरा निवासी सखीचंद, सुभाष पुत्र गण शिवधर से लिखित रूप से प्राप्त किया कि जब तक जमीन की पैमाइश नहीं हो जाती तब तक वह कोई भी निर्माण कार्य नहीं करेंगे।

Rahul Joy
Published on: 19 Jun 2020 9:49 AM GMT
पुलिस की कारस्तानी: पीड़ित को ही डाल दिया जेल में, ये था पूरा मामला
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बलिया । बलिया पुलिस की कारस्तानी का कोई जबाब नही है । जिले के नगरा थाना क्षेत्र में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर शिकायत किया । क्षेत्रीय वन अधिकारी ने इस शिकायत का संदर्भ ग्रहण कर अवैध निर्माण रोकने का अनुरोध उप जिलाधिकारी, सिकंदरपुर से किया । उप जिलाधिकारी ने निर्माण रोकने का आदेश दिया । इसके बाद नगरा पुलिस ने पहले तो शिकायत कर्ता को ही हड़काया, फिर आज उसको शांति भंग के आरोप में हिरासत में ले लिया ।

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अधिकारियों को दिया शिकायती पत्र

योगी सरकार भू माफियाओं के चंगुल से सरकारी जमीन खाली कराने के लिए लगातार दिशा निर्देश जारी कर रही है, लेकिन नगरा थाना क्षेत्र के गौरा मदनपुरा ग्राम में वन विभाग की एक भूमि पर अवैध कब्जे के मामले से ऐसा स्पष्ट हो रहा है कि पुलिस के लिए सरकार का निर्देश कोई माइने नही रख रहा । वाकये के अनुसार सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा गौरा मदनपुरा में वन विभाग की गाटा संख्या 670 व 673 क रकबा पर तकरीबन चार एकड़ की भूमि है । ग्राम के खड़क बहादुर यादव ने अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया कि वन विभाग की भूमि पर एक दलित द्वारा कब्जा करते हुए उस पर पक्का निर्माण किया जा रहा है ।

समाजसेवी खड़क बहादुर यादव के शिकायती पत्र पर उप जिलाधिकारी,सिकन्दरपुर संगम लाल यादव ने पत्रावली का परीक्षण करने के बाद वन विभाग व थाना नगरा को सरकारी जमीन पर कब्जा करने से रोकने का निर्देश दिया ।

बकौल खड़क बहादुर, उप जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष नगरा को मोबाइल से भी इस सम्बंध में निर्देश दिया । खड़क बहादुर यादव ने पत्रकारों को जानकारी दी कि उप जिलाधिकारी का आदेश लेकर जब वह थाना नगरा पहुंचे तो थानाध्यक्ष ने उनकी एक बात नही सुना और उल्टे ही यह कह दिया कि आज के बाद थाने पर दिखाई मत देना वरना सीधा हवालात में डाल दूंगा। इस घटना की जानकारी खड़क बहादुर ने उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर को दिया । उप जिलाधिकारी ने इस शिकायत को गम्भीरता से लिया तथा वन विभाग के रेंजर को फोन कर वन विभाग की जमीन पर हो रहे कब्जा को रोकने का निर्देश दिया ।

वन विभाग के रेंजर ने निर्माण कार्य को रोका

उपजिलाधिकारी के निर्देश पर वन विभाग के रेंजर अभय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य को रोक दिया । रेंजर ने निरीक्षण के दौरान भूमि पर निर्माण कार्य कर रहे गौरा मदनपुरा निवासी सखीचंद, सुभाष पुत्र गण शिवधर से लिखित रूप से प्राप्त किया कि जब तक जमीन की पैमाइश नहीं हो जाती तब तक वह कोई भी निर्माण कार्य नहीं करेंगे। उप जिलाधिकारी के निर्देश व रेंजर के मनाही के बावजूद निर्माण कार्य जारी रहा । इसके बाद खड़क बहादुर ने कल इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर किया तथा दोषी जनों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की।

भूमि पर निर्माण कार्य रोकने का अनुरोध किया

खड़क बहादुर ने आज जानकारी दी कि आज सुबह पुनः वन विभाग की भूमि पर कब्जा किया जा रहा था तो उनके द्वारा डायल 100 पुलिस को सूचना दिया गया । इसके बाद नगरा पुलिस ने उसे ही दफा 151 शांति भंग की संभावना में थाना के हवालात में बंद कर दिया है । इस मामले में महत्वपूर्ण है कि क्षेत्रीय वन अधिकारी , सिकंदरपुर ने कल 18 जून को एक पत्र उप जिलाधिकारी, सिकंदरपुर को दिया है । इस पत्र में वन विभाग की जमीन पर कब्जे का हवाला देते हुए दबंगों पर निर्माण कार्य करने का शिकायत किया गया है ।

इस पत्र में भूमि की पैमाइश कराने के साथ ही विवादित भूमि पर निर्माण कार्य रोकने का अनुरोध किया गया है । इस पत्र पर उप जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष, नगरा को तत्काल निर्माण कार्य रोकने का निर्देश दिया गया है । यह मसला बानगी है बलिया पुलिस के कारगुजारी की ।

रिपोर्टर- अनूप कुमार हेमकर, बलिया

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