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ट्रैफिक नियम तोड़ने पर कांस्टेबल ने रोक दी SP की गाड़ी, बदले में मिला पुरस्कार
पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा जिला मुख्यालय पर शहर में जाम की समस्या को खत्म करने को लेकर लागू की गई वन वे प्लान का जमीनी परीक्षण करने के लिए आज सड़क पर स्वयं उतरे । उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था को लागू करने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों की कर्तव्य निष्ठा को परखा।
बलिया: पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा जिला मुख्यालय पर शहर में जाम की समस्या को खत्म करने को लेकर लागू की गई वन वे प्लान का जमीनी परीक्षण करने के लिए आज सड़क पर स्वयं उतरे । उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था को लागू करने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों की कर्तव्य निष्ठा को परखा। पुलिस अधीक्षक ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने का प्रयास किया तो एक पुलिसकर्मी ने उनको रोक दिया। पुलिस कर्मी की कर्तव्य निष्ठा से प्रफुल्लित पुलिस अधीक्षक ने पुलिस कर्मी को पांच सौ एक रुपये का इनाम देकर उसकी हौसलाअफजाई की।
जाम से लोग बेहाल
जिला मुख्यालय पर जाम की समस्या लम्बे समय से आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है । आए दिन जाम की समस्या से लोग बेहाल होते हैं । पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताडा ने जिला मुख्यालय पर जाम की समस्या से आम लोगों को निजात दिलाने के लिए जिला मुख्यालय के विभिन्न मार्गों पर यातायात की नई व्यवस्था लागू किया है । इस नवीन व्यवस्था का प्रभाव देखने के लिए पुलिस अधीक्षक स्वयं लगातार बलिया शहर के विभिन्न मार्गों की तरफ निकल रहे हैं ।
पुलिसकर्मियों में पसरा सन्नाटा
बलिया शहर में यातायात व्यवस्था का हाल जानने आज वह निकले । एसपी कार्यालय से निकली उनकी गाड़ी चित्तू पांडेय चौराहा से स्टेशन की ओर घूमी। वहां से वैशाली रोड होते हुए एसपी की गाड़ी ओक्डेनगंज चौराहे पर पहुंची। वहां से अचानक उनकी गाड़ी दिन में लगभग 11.30 बजे वन वे की तरफ घूम गई । यह देखते ही चौराहे पर नए नियमों का पालन कराने के लिए तैनात ट्रैफिक कांस्टेबल पुष्पेंद्र सिंह व पीआरडी जवान ने उनकी गाड़ी को रोक दिया और बताया कि वन वे नियम लागू है, आप दूसरे रास्ते से जाएं। इसके बाद कप्तान के पीछे चल रहे पुलिसकर्मियों में सन्नाटा छा गया।
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ईमानदारी से ड्यूटी करने पर मिला इनाम
चालक ने गाड़ी एक तरफ खड़ी की और कप्तान ने गाड़ी का शीशा नीचे कर कांस्टेबल को पास बुलाया। तब तक अन्य पुलिसकर्मी भी अपने वाहनों से उतरकर कप्तान की गाड़ी के पास खड़े हो गए थे, डरते-डरते कांस्टेबल पुष्पेंद्र कप्तान के पास पहुंचे। कप्तान ने उनका परिचय पूछने के साथ पूछा कि तुम्हे पता है तुमने किसकी गाड़ी रोकी है। कांस्टेबल शांत खड़े रहा, तभी अचानक डॉ. विपिन ताडा मुस्कुराए और तत्काल अपनी जेब से निकालकर 501 रुपये उसकी ओर बढ़ा दिया। वह हिचकिचा रहा था तो उन्होंने कहा कि लो यह तुम्हारा इनाम है, तुमने अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और निर्भयता से निभाई है। इसके बाद कप्तान की गाड़ी नियम के अनुसार दूसरे रास्ते की ओर मुड़ गई।
अनूप कुमार हेमकर
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