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ग्रामीणों ने किया पर्दाफाश: इस जिले में धड़ल्ले से हो रही पशु तस्करी, वीडियो वायरल

अब पशु तस्करी को लेकर नरही क्षेत्र भी चर्चा में आ गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से पशु तस्करी के धड़ल्ले से चल रहे गोरखधंधे का खुलासा हो जा रहा है।

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Published on: 17 July 2020 1:15 PM GMT
ग्रामीणों ने किया पर्दाफाश: इस जिले में धड़ल्ले से हो रही पशु तस्करी, वीडियो वायरल
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बलिया: बलिया जिला अवैध तस्करों के लिये स्वर्ग हो गया है। शराब व बालू तस्करी के बाद पशु तस्करी का कार्य भी पुलिसिया संरक्षण में जमकर होने लगा है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि जिले के नरही थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर घाट से गंगा नदी में बड़ी डीजल इंजन चालित नावों के जरिये पशु तस्करी का कार्य जोरों पर हो रहा है।

धड़ल्ले से चल रहा पशु तस्करी का धंधा

जिले का बैरिया क्षेत्र शराब व बालू की तस्करी को लेकर चर्चा में अक्सर रहता है। अब पशु तस्करी को लेकर नरही क्षेत्र भी चर्चा में आ गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से पशु तस्करी के धड़ल्ले से चल रहे गोरखधंधे का खुलासा हो जा रहा है। दो तरफा तस्करी के लिए कुख्यात नरही थाना के कोरंटाडीह क्षेत्र में स्थित सिकंदरपुर गंगा घाट से डीजल इंजन चालित नावों से पशु तस्करी का मामला सामने आया है। बताते हैं कि सिकंदरपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक पशु व्यापारी के हाता के जरिये इस गोरखधंधे का संचालन किया जा रहा है सूत्रों के अनुसार हाता में ट्रकों व कंटेनर से म‌वेशियों को लाया जाता है। इसके बाद मवेशियों को देर रात गांव की गलियों व खेतों के रास्ते गंगा किनारे पहुंचाया जाता है। गंगा नदी में डीजल इंजन चालित बड़ी नावों पर लाद कर मवेशियों को पड़ोसी बिहार राज्य के चौसा घाट ले जाया जाता है।

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पुलिस के संरक्षण में यह गोरखधंधा तेजी से फल फूल रहा है । बलिया जिले के बिहार से सटे सीमावर्ती क्षेत्र शराब तस्करी के लिए कुख्यात हैं। अवैध शराब तस्करों के लिये यह रास्ता भी शराब तस्करी के लिए बेहद मुफीद हो गया है। पशु व शराब तस्करी का कार्य आधी रात से शुरु होकर तड़के होने तक चलता है। पशु व्यापारी के हाता से घाट के बीच पशुओं को गांव की गलियों से ले जाते समय ग्रामीण अपनी आंखों से नित्य इस गोरखधंधे को देखते हैं। लेकिन इस अवैध कार्य में संलिप्त लोग इस कदर प्रभावशाली हैं कि वह शिकायत करने की हिमाकत नहीं कर पाते। ग्रामीणों को जहां पशु व शराब तस्करों की दबंगई का डर होता है वहीं पुलिस भी शिकायत करने वाले को तरह-तरह के हथकंडे अपना कर परेशान करती है।

पुलिस कि मिलीभगत से चल रहा गोरखधंधा

ग्रामीण पुलिस की प्रताड़ना का ताजातरीन उदाहरण सिकंदरपुर निवासी दीपक चौधरी का देते हैं। ग्रामीणों का स्पष्ट आरोप है कि अवैध तस्करी की शिकायत करने के कारण ही दीपक को घर से गत 30 जून को कोरंटाडीह पुलिस चौकी पर बुलाया गया तथा पुलिस चौकी पर उसकी पिटाई करने के बाद उसे फर्जी मामला दिखा कर चालान कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि दीपक के घर पर उसकी चचेरी बहन की बारात भी आई थी।

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लेकिन पुलिस ने अवैध शराब कारोबार की शिकायत का खामियाजा उसे प्रताड़ित कर दिया। यह गोरखधंधा पुलिस की मिलीभगत से लम्बे समय से बेरोकटोक चल रहा है। ग्रामीणों ने इसको लेकर आवाज भी बुलन्द किया। पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर इस गोरखधंधे पर रोक लगाने की गुहार लगाई। लेकिन सब ढाक का तीन पात ही साबित हुआ। ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों कार्रवाई न करने के बाद आजिज आकर सोशल मीडिया का अब सहारा लिया है।

रिपोर्ट- अनूप कुमार हेमकर

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