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विद्युत कर्मी बर्खास्त: घंटों रही इस जिले में बिजली गुल, गिरी इतने कर्मचारियों पर गाज
डीएम श्री शाही ने बताया कि जनपद में 220 केवी के एक व 132 केवी के छह प्राइमरी सब स्टेशन के माध्यम से 33/11 केवी के 44 सब स्टेशन चलते हैं, जिनके जरिए पूरे जिले में विद्युत आपूर्ति की जाती है।
बलिया विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के कार्य बहिष्कार के चलते बलिया जिले में आपूर्ति व्यवस्था ठप्प हो गई है । जिला प्रशासन के प्रयास के बावजूद जिले का ग्रामीण अंचल पिछले 36 घण्टे से अंधेरे में डूबा हुआ है । बिजली व पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है ।
इस बीच तीन विद्युत कर्मियों को संविदा कर्मियों के साथ मारपीट, गाली-गलौज व धमकी दिए जाने को लेकर सेवाच्युत कर दिया गया है । जिला प्रशासन ने कार्य करने वाले कर्मियों को धमकाने वालों के विरुद्ध एस्मा के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के कार्य बहिष्कार के कारण जिला मुख्यालय स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मच गया है । बिजली व पानी को लेकर आम लोगों की दिक्कत काफी बढ़ गई है । आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है । जिले का अधिकांश भाग अंधेरे में डूब गया है । जिले के बिल्थरारोड , सिकंदरपुर सहित अधिकांश क्षेत्रों में कल तड़के से ही आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प हो गई है ।
आम लोग आपूर्ति बहाल करने को लेकर सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर गुहार लगा रहे हैं , लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद स्थिति यथावत बनी हुई है । जिला प्रशासन का सारा प्रयास ढाक के तीन पात साबित हो रहा है ।
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आउटसोर्सिंग स्टाफ
जिलाधिकारी एसपी शाही ने बताया कि आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जरूरी तैयारी की है। आउटसोर्सिंग स्टाफ को अपने सबस्टेशन पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। सभी एसडीएम व सीओ को इस सम्बंध में जरूरी दिशा निर्देश जारी किया गया है।
डीएम श्री शाही ने बताया कि जनपद में 220 केवी के एक व 132 केवी के छह प्राइमरी सब स्टेशन के माध्यम से 33/11 केवी के 44 सब स्टेशन चलते हैं, जिनके जरिए पूरे जिले में विद्युत आपूर्ति की जाती है। इन 44 सब स्टेशन पर आऊटसोर्सिंग फर्म ओरियन सेक्योर साल्युशन प्राईवेट लिमिटेड के माध्यम से 800 से अधिक आऊटसोर्सिंग कर्मचारी लगाये गये हैं।
इनमें 190 एसएसओ (सब स्टेशन आफिसर) तथा 610 लाईनमैन हैं। इनकी केन्द्रवार सूची सभी एसडीएम व थाना प्रभारियों को दी गयी है। जिलाधिकारी ने बताया कि ऐसी सूचना मिल रही है कि इन संविदा कर्मियों में कुछ के ऊपर नियमित स्टाफ द्वारा दबाव बनाने के साथ ही धमकी दी जा रही है। यह ही नही कुछ शरारती संविदा कर्मी दूसरे संविदा कर्मियों को कार्य करने से रोक रहे हैं।
उन्होंने जानकारी दी है कि इसको लेकर सभी एसडीएम व सीओ को निर्देश दिया गया है कि वह संयुक्त रूप से भ्रमण कर यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक सब स्टेशन पर आवश्यक पुलिस बल तैनात रहे। कार्य करने वाले कर्मियों को अन्य हड़ताली कर्मचारी कोई दबाव या धमकी न दे सकें। ऐसा प्रकरण सामने आने पर राजस्व व पुलिस विभाग की ओर से सम्बन्धित के विरूद्ध एस्मा के अन्तर्गत एफआईआर दर्ज कराई जाय।
गैरहाजिर रहने पर इनकी भी होगी छंटनी
जिलाधिकारी श्री शाही ने बताया कि जनपद के 44 सबस्टेशन पर तैनात प्रत्येक संविदा कर्मी (लाईन मैन/एसएसओ) का प्रतिदिन अपने सब स्टेशन पर उपस्थित रहना अनिवार्य है। उनके नहीं रहने पर यह माना जाएगा कि उनके द्वारा आवश्यक जन सेवाओं में बाधा डालने का प्रयास किया जा रहा है तथा वह अपनी सेवाओं के प्रति गम्भीर नहीं है।
ऐसे में उनकी छंटनी व ब्लैकलिस्टिंग की कार्यवाही तत्काल की जाएगी। इसके साथ ही उनके स्थान पर वैकल्पिक रूप से आईटीआई प्रशिक्षित या चिन्हित व्यक्ति/युवाओं को लगाया जाएगा। सभी एसडीएम-सीओ अपने अधीनस्थों के माध्यम से प्रत्येक दिन सुबह 11 बजे व रात्रि 11 बजे सभी सबस्टेशन पर एसएसओ व लाईनमैन की उपस्थिति देखेंगे।
7 अक्टूबर तक मेगर यंत्र नहीं दिए तो होगा मुकदमा
जिलाधिकारी श्री शाही ने बताया कि जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि विभाग के कुछ नियमित जेई व अन्य स्टाफ सेवाएं बाधित करने के लिए आपूर्ति में फाल्ट उत्पन्न कर रहे हैं। विभागीय रूप से उपलब्ध कराए गए मेगर यन्त्र को जान-बूझ कर अपने घर पर रखें हैं। जिलाधिकारी ने सभी अवर अभियन्ताओं को कहा है कि वह 7 अक्टूबर तक ये यंत्र सम्बन्धित एसडीएम को प्राप्त करा दें। ऐसा नहीं करने वाले जेई के विरूद्ध सम्बन्धित थाना प्रभारी द्वारा एफआईआर दर्ज कराया जाएगा ।
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जेनरेटर से जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जाए
जिला अधिकारी ने बताया कि प्रशासन, पुलिस व संविदा कर्मियों के संयुक्त प्रयास के बाद भी कुछ नियमित कर्मियों द्वारा अराजकता व जानबूझकर फाल्ट किया जा रहा है। ऐसे में उन्होंने सभी नगरपालिका और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जनरेटर और पानी की टंकियो के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। बीएसएनएल, रेलवे, अस्पताल में भी वैकल्पिक रूप से व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गये हैं।
लोगों से बराबर सम्मान बनाए रखें एसडीएम-सीओ
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी एसडीएम व सीओ को निर्देश दिया गया है कि संयुक्त रूप से भ्रमण कर विद्युत आपूर्ति बाधित होने की दशा में परेशान लोगों से नियमित संवाद बनाये रखे तथा आम लोगों को स्थिति से अवगत कराते रहे । इसके साथ ही जनता के सहयोग के साथ रेकी कराये ताकि अराजक कर्मियों द्वारा विद्युत सेवाओं को बाधित करने के प्रयास को रोका जा सके। उन्होंने ऐसे तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं ।
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तीन कर्मियों पर गिरी गाज, सेवा से हटाया गया
जिलाधिकारी ने बताया कि एसएसओ सिकन्दरपुर राजेश राजभर, लाईनमैन रघुनाथपुर जवाहर वर्मा, लाईनमैन मालदह (हल्दीरामपुर) पंकज सिंह द्वारा अन्य कार्यरत संविदा कर्मियों के साथ मारपीट, गाली-गलौज व धमकी दिए जाने की सूचना मिल रही है। पंकज सिंह द्वारा मालदह में ठीक की गयी लाईन को पुनः खराब किया गया व तोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि तीनों कर्मियों को सदैव के लिए ब्लैकलिस्ट करते हुए सेवा से हटाया जाता है।
इसके साथ ही सम्बन्धित एसडीएम-सीओ को निर्देश दिया गया है कि कर्मियों के साथ मारपीट, धमकी देना, सरकारी कार्य में बाधा व आवश्यक जन सेवाओं को बाधित करने के मामले में दोषी जनों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्यवाही करायें। ऐसे कर्मियों के स्थान पर कर्मी लगाए जाएं। उन्होंने क्षेत्र में इन कर्मियों द्वारा उपभोक्ताओं से अवैध वसूली की जांच के भी निर्देश दिए हैं ।
रिपोर्टर अनूप कुमार हेमकर