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बलिया के विधायक धनंजय कनौजियाः चाहते थे चिकित्सक बनना आ गए राजनीति में

बलिया जिले के बिल्थरा रोड क्षेत्र के भाजपा विधायक धनंजय कनौजिया की चाहत चिकित्सक बनने की रही, लेकिन भाग्य ने ऐसी करवट ली कि होटल मैनेजमेंट में डिग्री की उपाधि हासिल करने के लिए स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग जाना पड़ गया।

Newstrack
Published on: 14 Aug 2020 5:08 PM IST
बलिया के विधायक धनंजय कनौजियाः चाहते थे चिकित्सक बनना आ गए राजनीति में
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बलिया के विधायक धनंजय कनौजियाः चाहते थे चिकित्सक बनना आ गए राजनीति में

बलिया: बलिया जिले के बिल्थरा रोड क्षेत्र के भाजपा विधायक धनंजय कनौजिया की चाहत चिकित्सक बनने की रही, लेकिन भाग्य ने ऐसी करवट ली कि होटल मैनेजमेंट में डिग्री की उपाधि हासिल करने के लिए स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग जाना पड़ गया।

लोकसभा चुनाव के समय वर्ष 2012 में भाजपा से जुड़े कनौजिया ने पहली बार विधानसभा टिकट के लिए दावेदारी की। पहले प्रयास में ही उन्हें टिकट मिल गया और वह चुनाव जीत भी गये।

बिल्थरा रोड को नगर पालिका बनाने, मेडिकल कॉलेज की स्थापना तथा बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रयासरत भाजपा विधायक को भरोसा है कि इस वर्ष के अंत तक 132 / 33 के वी बिजली उप केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा तथा ग्राम न्यायालय भी जल्द कार्य करने लगेगा।

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बलिया के विधायक धनंजय कनौजियाः चाहते थे चिकित्सक बनना आ गए राजनीति में

बलिया, मऊ व देवरिया जिले की सरहद पर स्थित बिल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र को पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का गृह विधानसभा क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त है। चंद्रशेखर का पैतृक गांव इब्राहिमपट्टी इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है।

पहले सीयर के नाम से जाने जाने वाले इस इलाके की नुमाइंदगी इस समय भाजपा के धनंजय कनौजिया कर रहे हैं। इनके पिता सरयू प्रसाद कन्नौजिया भी भाजपा से जुड़े हैं तथा विधानसभा चुनाव के टिकट के लिए जमकर प्रयास भी किया, परन्तु सफलता नहीं मिली।

सरयू प्रसाद कन्नौजिया सीमा सुरक्षा बल में एएसआई पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में सक्रिय हुए। इनकी माँ सूर्या देवी महात्मा गांधी इंटर कॉलेज, खंदवा में सहायक अध्यापक रहीं। इनके बड़े भाई मृत्युंजय बंगलौर में इंजीनियर हैं।

10 फरवरी 1984 को जन्मे कनौजिया ने प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही स्कूल में पायी। कक्षा 6 में इनका दाखिला नवोदय विद्यालय, सिंहाचवर, बलिया में हो गया।

नवोदय विद्यालय से ही इन्होंने इंटर तक की शिक्षा ग्रहण किया। इसके बाद कनौजिया ने एक वर्ष तक लखनऊ में रहकर मेडिकल में प्रवेश के लिए तैयारी की। तैयारी के दौरान ही इनका दाखिला कोलकाता के इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस मैनेजमेंट में हो गया। इन्होंने इस संस्थान से होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा की उपाधि हासिल की।

इसके बाद यह यूनाइटेड किंगडम के स्कॉटलैंड चले गए तथा क्यू यू एम टी से इंटरनेशनल हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट से डिग्री कोर्स किया। तकरीबन पांच साल तक स्काटलैंड में रहने के बाद कनौजिया स्वदेश लौटे तथा राजस्थान के भिवाड़ी व हरियाणा के गुड़गांव में प्रॉपर्टी सेक्टर में हाथ आजमाया।

इसी दौरान ये संघ से जुड़ गए। भाजपा विधायक कनौजिया से न्यूजट्रैक के अनूप हेमकर से विशेष बातचीत की। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा से लेकर विधायक बनने तथा विधायक के रूप में मिल रही चुनौतियों को लेकर खुलकर बातचीत की।

उन्होंने बताया कि संघ की नीतियों से प्रभावित होकर वह सक्रिय राजनीति में आये तथा लोकसभा चुनाव 2012 के ऐन वक्त भाजपा से जुड़े। वह बताते हैं कि राजनीति के जरिये समाजसेवा करना ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। उनका कोई दूसरा व्यवसाय नहीं है।

भाजपा विधायक कहते हैं कि उनके जीवन का सबसे अहम लम्हा रहा भाजपा से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी करना तथा प्रथम प्रयास में ही टिकट हासिल हो जाना। वह कहते हैं कि टिकट मिलने पर वह खुशी से झूम उठे थे। यह उनके जीवन का सबसे रोमांचकारी पल रहा।

वह कहते हैं कि यदि वह राजनीति में नहीं आते तो समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहते। वह मानते हैं कि राजनीति में धन बल व अपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों का बढ़ता दखल शुभकारी नही है। वह सर्वोच्च न्यायालय से इस मामले में दखल देने को लेकर आशावान हैं।

वह आशान्वित हैं कि आने वाले समय में सर्वोच्च न्यायालय निश्चित रूप से आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों के चुनाव लड़ने पर बंदिश लगायेगी। भाजपा विधायक कहते हैं कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र मखौल न बने, इसके लिए चुनाव में बड़े सुधार की दरकार है।

उनका मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश की कमान संभालने के बाद राजनीति में तुलनात्मक रूप से बदलाव आया है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि एक देश एक चुनाव के लागू होने के बाद राजनीति में काफी परिवर्तन आ जायेगा।

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भाजपा विधायक कहते हैं कि आम लोगों का अपने जन प्रतिनिधियों से उम्मीद करना बहुत आवश्यक है। जन प्रतिनिधि को आम जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है तो उसे आम लोगों की पीड़ा व सुझाव को समझना होगा। वह इसे बेहद सकारात्मक मानते हैं।

कनौजिया का मानना है कि इससे कार्यशैली में परिवर्तन तो आता ही है, बेहतर कार्य करने का मार्ग भी प्रशस्त होता है । वह कहते हैं कि संचार क्रांति व सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव से आम लोग बहुत जागरूक हो गए हैं। उनका मानना है कि यदि आम लोग शिक्षा को महत्व दे तो देश के विकास में यह सबसे बड़ा अवदान होगा।

भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष कनौजिया का स्पष्ट मानना है कि भाजपा के अलावा किसी दूसरे दल में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है। वह कहते हैं कि पार्टी फोरम में सभी की बातों को सुना जाता है व तबज्जो दी जाती है। दूसरे दलों में ऐसी संस्कृति की आशा नही की जा सकती।

विधायक निधि को वह आम लोगों की समस्याओं के निराकरण व ग्राम्य विकास के लिए आवश्यक व अच्छा पहल मानते हैं। वह कहते हैं कि सरकार की विभिन्न योजनाओं से जो काम नही हो पाता, विधायक निधि के जरिये उन कार्यों को किया जाता है।

नौकरशाही कामों में रोड़ा तो नही अटकाती, इस सवाल के जबाब में वह कहते हैं कि जब उद्देश्य पवित्र हो तो नौकरशाही कभी भी कार्य में बाधक नही बन सकती। उन्हें नौकरशाही से कभी कोई दिक्कत नही हुई।

वह मानते हैं कि तहसील, थाना व क्षेत्र पंचायत में आम लोगों की तत्काल सुनवाई व समस्याओं के निराकरण का कार्य होने लग जाय तो बहुत सारी समस्याओं पर स्वतः अंकुश लग जायेगा।

बिल्थरारोड क्षेत्र में बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान को वह सबसे अहम चुनौती मानते हैं । उनकी पुरजोर कोशिश बिल्थरारोड में मेडिकल कॉलेज की स्थापना कराने की है।

वह बताते हैं कि उन्होंने अपने क्षेत्र में दो स्थानों पर बिजली उप केंद स्थापित करा दिया है, अब उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता विधानसभा क्षेत्र में 132 / 33 के वी बिजली उप केंद्र का निर्माण कराने को लेकर है।

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बलिया के विधायक धनंजय कनौजियाः चाहते थे चिकित्सक बनना आ गए राजनीति में

वह बताते हैं कि तुर्की दौलतपुर ग्राम में भूमि का चयन हो गया है। वह प्रयासरत हैं कि शिक्षा विभाग इसके लिए अपनी भूमि बिजली विभाग को हस्तांतरित कर दे। वह आशान्वित हैं कि अगले साल तक 132 / 33 के वी बिजली उप केंद्र का निर्माण हो जायेगा।

उन्हें पूरी उम्मीद है कि इसके निर्माण के साथ ही इलाके में आम लोगों को बिजली की समस्या से निजात मिल जायेगा। वह कहते हैं कि नगरा को उन्होंने नगर पंचायत बनवा दिया, अब उनका प्रयास बिल्थरारोड को नगर पालिका परिषद बनाने को लेकर है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विधानसभा के आगामी सत्र में बिल्थरारोड से मधुबन तक के मार्ग निर्माण की स्वीकृति मिल जायेगा।

अनूप कुमार हेमकर

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