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भईया बनारस नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा, मकर सक्रांति पर कुछ यूं सजी काशी नगरी

वाराणसी के बाटी चोखा रेस्टोरेंट को मकर संक्रांति के खास मौके पर पूरी तरीके से पतंगों से सजाया गया है। तरह-तरह के सियासी पतंग से लेकर पारंपरिक पतंगों का अनूठा मेल यहां देखने को मिल रहा है।

SK Gautam
Published on: 15 Jan 2020 9:05 AM GMT
भईया बनारस नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा, मकर सक्रांति पर कुछ यूं सजी काशी नगरी
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वाराणसी: मकर संक्रांति का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करके उत्तरायण होता है तो उस दिन खासतौर पर किसान वर्ग यानी ग्रामीण भारत पूरा उत्सव में झूमता है। मान्यता है कि इस दिन तिल का दान करने और खिचड़ी खाने का विशेष महत्व होता है।

लिहाजा वाराणसी के बाटी चोखा रेस्टोरेंट को मकर संक्रांति के खास मौके पर पूरी तरीके से पतंगों से सजाया गया है। तरह-तरह के सियासी पतंग से लेकर पारंपरिक पतंगों का अनूठा मेल यहां देखने को मिल रहा है।

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परोसी जा रही है स्पेशल खिचड़ी

इस रेस्टोरेंट में आज स्पेशल खिचड़ी भी बन रही है, जिसमें बाजरे की खिचड़ी, मूंग की खिचड़ी और उड़द की खिचड़ी है। घरों में बनने वाली आम खिचड़ी के साथ मसाला खिचड़ी के अलावा अलग तरह के स्पेशल डिश मकर संक्रांति के खास मौके पर परोसी जा रही है। बड़ी लोग रेस्टोरेंट पहुंचकर खिचड़ी का आनंद उठा रहे हैं।

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परोसी जा रही है तिल से बनी मिठाईयां

मकर संक्रांति के दिन तिल दान और तिल के लड्डू खाने का विशेष महत्व है। लिहाजा बाटी चोखा रेस्टोरेंट में तिल का लड्डू विशेष तौर पर खाने के बाद स्वीट डिश के रूप में परोसा जा रहा है ।आप भी अगर खिचड़ी के दिन अलग-अलग तरह की खिचड़ी खाने का शौक रखते हैं तो बनारस के तेलियाबाग स्थित इस रेस्टोरेंट में आ सकते हैं।

SK Gautam

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