TRENDING TAGS :
बनासकांठा से बनारस तक, गवर्नर ने पशुपालकों को सौंपी गीर गाय
गुजरात का बनास कांठा अति पिछड़ा था। पीएम मोदी के गुजरात में सरकार में आने पर कार्य हुआ। शिक्षा बड़ी, नर्मदा का पानी पीने व खेतों में पहुंचा। आज बनास सबसे अच्छा जिला बन गया है। वहां की बनास डेयरी में 84 लाख लीटर दूध रोजाना उत्पादन होता है।
वाराणसी। पूरी दुनिया में गुजरात के गीर गाय के चर्चे होते हैं। गीर का दूध शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यही कारण है कि अब गीर गाय की डिमांड तेजी से बढ़ने लगी है। अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंची राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने वाराणसी के 14 पशुपालकों को गीर गाय वितरित किया।
गीर गाय से बनासकांठा को मिली अलग पहचान
शहंशाहपुर गौशाला पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 14 पशुपालकों को गुजरात से लाई गई गीर गाय वितरित की। बनास डेयरी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंशा व प्रेरणा से गुजरात-उत्तर प्रदेश को जोड़ा गया है। जहां भी अच्छा कार्य होता है उसे दूसरी जगह पहुंचाते हैं।
गुजरात का बनास कांठा अति पिछड़ा था। पीएम मोदी के गुजरात में सरकार में आने पर कार्य हुआ। शिक्षा बड़ी, नर्मदा का पानी पीने व खेतों में पहुंचा। आज बनास सबसे अच्छा जिला बन गया है। वहां की बनास डेयरी में 84 लाख लीटर दूध रोजाना उत्पादन होता है। उनके मिल्क प्रोडक्ट दुनिया में बिकते हैं। देश में कुपोषण एक चिंता का विषय है। लगभग हर मिनट में देश में एक बच्चे की मौत हो जाती है। प्रधानमंत्री ने कई योजनाएं संचालित की हैं। पोषण मिशन, संस्थागत प्रसव, गर्भवती महिला का पोषण। इनके अच्छे परिणाम आए हैं।
ये भी देखें: आज का Share Market: सेंसेक्स में 1148 अंक का उछाल, निफ्टी ने भी दिखाई तेज़ी
गवर्नर ने गिनाई गीर गाय की खासियत
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गीर गाय अपना सुख-दुख का भाव प्रकट करती हैं। बच्चों की तरह गाय से व्यवहार करें। गाय आंखों से बात करती है। घर के झगड़े का गाय पर प्रभाव होता है। घर की वातावरण का गाय के दूध पर असर होता है। अच्छा माहौल होगा तो ज्यादा दूध होगा। गीर गाय कृष्ण भगवान की गाय हैं, वे बंसी बजाते थे और बात करते थे। अब गीर गाय बनारस आ रही है।
ये भी देखें: 3 मार्च: आज की बड़ी खबरें, जिन्होंने देश और दुनिया को रख दिया हिलाकर
बनारस ऋषि, संतो व गंगा की भूमि है। अब यह गाय की भूमि बन रही है। गाय भूमि पवित्र करती है। उन्होंने महिला सम्मान पर कहा कि बहू को बेटी के रूप में लें तथा बेटी को बेटा की तरह ले। महिला शक्ति को विकास से जोड़े। गाय की सेवा घरों में महिलाएं ज्यादा करती हैं।
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।