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Banda News: बदहाल हालत में पुलिस लाइन, चली गई पुलिसकर्मी की जान, चारपाई बिछा कर सो रहा था बरामदे में

Banda News: हादसा होते ही मौके पर उच्च अधिकारी और पुलिस के जवान पहुंच गए और रेस्क्यू कर मलबे में दबे कांस्टेबल को बाहर निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया।

Anwar Raza
Published on: 8 Aug 2023 8:25 AM GMT
Banda News: बदहाल हालत में पुलिस लाइन, चली गई पुलिसकर्मी की जान, चारपाई बिछा कर सो रहा था बरामदे में
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Banda News (फोटो: सोशल मीडिया )

Banda News: यूपी के बांदा में पुलिस लाइन में बड़ा हादसा हो गया, जिसमें एक सिपाही की मौत हो गई। अचानक आधी रात को पुलिस लाइन में एक जर्जर भवन भरभरा कर गिर गया, जिसके नीचे सो रहा एक कांस्टेबल मलबे में दब गया। हादसा होते ही मौके पर उच्च अधिकारी और पुलिस के जवान पहुंचे और रेस्क्यू कर मलबे में दबे कांस्टेबल को बाहर निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस लाइन में हुए इस हादसे से बांदा पुलिस विभाग में शोक की लहर छा गई।

हादसा अपने पीछे छोड़ गया सवाल

बांदा एसपी ने मृतक के परिजनों को सभी सुविधाएं और हर संभव मदद दिलाने की बात कही है, लेकिन यहां एक सवालिया निशान भी यह हादसा अपने पीछे छोड़ गया है। यूपी पुलिस को हाईटेक बनाने के लिए योगी सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन उसके बावजूद बांदा में जर्जर भवन के गिरने से हुए इस हादसे ने सरकार के आदेश और उसके क्रियान्वयन पर ही प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

बांदा रिजर्व पुलिस लाइन में यह हादसा रात तकरीबन 2 बजे हुआ। पुलिस लाइंस के अंदर बनी पुरानी बैरक का एक हिस्सा रात में भरभरा कर गिर गया और उसके बरामदे में चारपाई पर सो रहा कांस्टेबल सोनेलाल यादव मलबे में दब गया। हादसे की आवाज आते ही पुलिस के जवान और उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू कर मलबे में दबे सिपाही सोनेलाल को बाहर निकाला और जिला अस्पताल पहुंचाया जहां इलाज के दौरान कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। मृतक कांस्टेबल सोनेलाल कानपुर जनपद का मूल निवासी है और 1995 में आरक्षी के पद पर भर्ती हुआ था।

ब्रिटिश काल की बनी हैं इमारतें

बतादें कि बांदा पुलिस लाइन ब्रिटिश काल में बनी है और इसमें ब्रिटिश काल की बनी इमारतें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं जिनमें शासन के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग को सर्वे और भवनों की गुणवत्ता जांचने के काम दिया गया था। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल के मुताबिक बांदा पुलिस लाइन में भी 1933 में बनी इमारतों की जांच पीडब्ल्यूडी विभाग की जांच टीम ने की थी और जिन भवनों को जांच रिपोर्ट में जर्जर बताया गया था उनको ध्वस्त करा कर उनकी जगह नया निर्माण हो चुका है और कुछ भवनों को जांच रिपोर्ट में सही बताया गया था जिसमें यह गिरा हुआ भवन भी शामिल है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि एक बार फिर सभी पुराने भवनों की जांच के आदेश संबंधित विभाग को दिए गए हैं और पुराने भवनों को किसी प्रयोग में न लिया जाए इसके भी आदेश जारी कर दिए गए हैं।

Anwar Raza

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