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बैंक फर्जीवाड़े का खुलासा: डेढ़ साल से चल रहा था ये काम, सामने आई सच्चाई

जिले के बांसडीह इलाके में एक निरक्षर किशोरी के बैंक खाते में दस करोड़ रुपए जमा होने के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है ।

Newstrack
Published on: 22 Sep 2020 11:07 AM GMT
बैंक फर्जीवाड़े का खुलासा: डेढ़ साल से चल रहा था ये काम, सामने आई सच्चाई
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बैंक फर्जीवाड़े का खुलासा: डेढ़ साल से चल रहा था ये काम, सामने आई सच्चाई (social media)

बलिया: जिले के बांसडीह इलाके में एक निरक्षर किशोरी के बैंक खाते में दस करोड़ रुपए जमा होने के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है । किशोरी के बैंक खाता के जरिये फर्जीवाड़े का कार्य तकरीबन डेढ़ साल तक चला । इस दौरान बैंक खाता से तकरीबन पौने दो करोड़ रुपये की निकासी की गई है ।

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जिले के बांसडीह क्षेत्र के रूकूनपुरा गांव का मामला

जिले के बांसडीह क्षेत्र के रूकूनपुरा गांव की रहने वाली एक निरक्षर किशोरी के बैंक खाते में दस करोड़ रुपया जमा होने के मामले इलाहाबाद बैंक की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है । न्यूजट्रेक की तहकीकात में खुलासा हुआ है कि बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के रुकनपुरा निवासी सरोज कुमारी पुत्री सूबेदार साहनी का खाता तकरीबन दो साल पहले 2 अगस्त 2018 को खुला था ।

इस खाते में दस-बीस हजार करके कई बार धन जमा हुआ व धन की निकासी हुई । बैंक के अनुसार 2 अगस्त 2018 से 22 जनवरी तक इस बैंक खाता में जमा व निकासी का खेल चला है । इस अवधि में अनेक किश्त में एक करोड़ 75 लाख 9 हजार 1 सौ 20 रुपये जमा हुए हैं तथा खाते से एक करोड़ 75 लाख 3 हजार 857 रुपये की अनेक किश्त में निकासी भी कर ली गई ।

बैंक प्रबंधन ने पिछले 15 फरवरी 2020 को बैंक खाते को होल्ड कर दिया गया

बैंक प्रबंधन ने पिछले 15 फरवरी 2020 को बैंक खाते को होल्ड कर दिया गया। बैंक के मुताबिक वर्तमान समय में इस खाता में 5 हजार 2 सौ 63 रुपये व 5 पैसे ही शेष है । बैंक प्रबंधन ने खाते को भले ही होल्ड कर दिया हो , लेकिन बैंक प्रबंधन ने खाताधारक को न तो इस वाकये की जानकारी दी और न ही जांच की ही कोई कार्रवाई की ।

Letter Complaint letter

इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ

सरोज कल खाते में लेनदेन करने बैंक पहुँची तथा उसने बैंक कर्मियों से खाते में उपलब्ध धन की जानकारी प्राप्त की तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ । बैंक कर्मचारियों ने जानकारी दी कि उसके खाते में जमा धनराशि नौ करोड़ 99 लाख चार हजार सात सौ छतीस रूपया हैं। सरोज इसके बाद बांसडीह कोतवाली पहुँची तथा उसने पूरे वाकये की जानकारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह को दी । सरोज ने इस मामले में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई का अनुरोध किया है ।

शिकायती पत्र में सरोज ने जानकारी दी है

शिकायती पत्र में सरोज ने जानकारी दी है कि इलाहाबाद बैंक में वर्ष 2018 में उसका खाता खुला है । दो वर्ष पूर्व ही कानपुर देहात जनपद के ग्राम पाकरा, पोस्ट बाधीर के निलेश कुमार नाम के व्यक्ति ने उसे फोन कर पीएम आवास दिलाने के नाम पर आधार कार्ड व फोटो आदि उपलब्ध कराने को कहा । सरोज ने आधार कार्ड की फोटो काफी व अन्य कागजात निलेश के उपलब्ध कराए गए पता पर भेज दिया।

सरोज को डाक एटीएम कार्ड मिला

इसके बाद सरोज को डाक एटीएम कार्ड मिला। निलेश ने सरोज से उसका एटीएम कार्ड मांगा तो सरोज ने निलेश को एटीएम कार्ड भी डाक से रजिस्टर्ड भेज दिया। सरोज ने इसके बाद निलेश को अपना पिनकोड की भी जानकारी दे दी। पुलिस को दिये गये शिकायती पत्र में सरोज ने रुपये के लेनदेन के प्रति पूर्ण अनभिज्ञता जताई है। उसने उल्लेख किया है कि उसे नही मालूम कि रूपया कहां से आया है।

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उसे खाते में जमा धन से भी कोई सरोकार नहीं है

उसने यह भी कहा है कि उसे खाते में जमा धन से भी कोई सरोकार नही है । सरोज ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि निलेश के जिस मोबाइल नम्बर से उसकी बातचीत होती थी वह मोबाइल स्वीच ऑफ बता रहा है। बांसडीह कोतवाली के निरीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में फरीदाबाद थाने में पहले से ही मुकदमा दर्ज है। फरीदाबाद पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है। फरीदाबाद पुलिस की सूचना पर ही बैंक द्वारा खाता को होल्ड किया गया है।

अनूप कुमार हेमकर

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