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कोरोना पर चौंकाने वाली रिपोर्ट: झाड़ू से भी फैल सकता है संक्रमण, ऐसे करें बचाव
भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। रोज बड़ी संख्या में नये केस सामने आ रहे हैं। वहीं मौत का आंकड़ा भी तेजी के साथ बढ़ता ही जा रहा है। जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वैसे-वैसे कोरोना को लेकर रोज नई-नई जानकारियां निकलकर बाहर आती जा रही हैं।
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। रोज बड़ी संख्या में नये केस सामने आ रहे हैं। वहीं मौत का आंकड़ा भी तेजी के साथ बढ़ता ही जा रहा है। जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वैसे-वैसे कोरोना को लेकर रोज नई-नई जानकारियां निकलकर बाहर आती जा रही हैं।
इसी कड़ी में कोरोना के प्रसार पर अब नई जानकारी ये निकलकर सामने आई है कि सार्वजनिक स्थानों पर झाड़ू लगाने से भी संक्रमण फैल सकता है। इसलिए ऐसे स्थानों पर सफाई के लिए वैक्यूम क्लीनर का प्रयोग किया जाना चाहिए।
कोरोना की जांच करते डॉक्टर की फोटो(सोशल मीडिया)
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किसी भी सतह पर तीन से पांच दिन तक रहता है वायरस
ये जानकारी खुद दिल्ली स्थित एम्स के एक डॉक्टर ने दी है। एम्स में सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉ. अनुराग श्रीवास्तव का कहना है कि झाड़ू का इस्तेमाल और खुले में कूड़े को रखना कोरोना संक्रमण को बढ़ाने में काफी सहायक होता है।
यह वायरस किसी भी सतह पर तीन से पांच दिन तक रहता है। संक्रमित मरीज अगर कहीं छींकता या खांसता है तो उससे शरीर से निकलने वाले विषाणु के कण आसपास की सतह पर गिर जाते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि झाड़ू लगाने के दौरान यह कण धूल-मिट्टी में फैल जाते हैं। उस दौरान यदि कोई व्यक्ति वहां से गुजरता है तो यह वायरस सांस के रास्ते उस इंसान के शरीर में प्रवेश कर जाता है।
इससे वायरस को फैलने में मदद मिलती है। डॉ. श्रीवास्तव ने भारत के लोगों से ये अपील की है कि 2 अक्टूबर को स्वच्छता अभियान में झाड़ू की जगह वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करे।
घर के बाहर सफाई करते युवक की फोटो(सोशल मीडिया)
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खुले में न फेंके कचरा
डॉक्टर्स के मुताबिक यदि लोगों को कोरोना से बचना है तो उन्हें फौरन कोविड से जुड़े कचरे जैसे मास्क, दस्ताने, पीपीई किट आदि को खुले फेंकना बंद करना होगा।
डॉक्टरों ने सुझाव दिया कि कचरे को एक बैग में बंद करके तीन दिन के लिए छोड़ दें। इसके बाद ही कचरे को उचित स्थान पर डालें। ऐसे करने से कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है।
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