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Barabanki News: 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला पहुंची तहसील, कहा-मैं जिंदा हूं साहब! वजह जानकर चौंक जाएंगे आप
Barabanki News: मामले की पड़ताल होनी चाहिए कि आखिर महिला के जीवित रहते उसकी मृत्यु का सरकारी दस्तावेज कैसे बन गया।
Barabanki News: आपने ‘नाजायज’ फिल्म का मशहूर गाना ‘अभी जिंदा हूं, तो जी लेने दो’ जरूर सुना होगा। उस फिल्मी गाने की लाइनें यूपी में सरकारी सिस्टम की लापरवाही पर बिल्कुल सटीक बैठती है। यूपी के बाराबंकी में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां जीवित होते हुए भी एक बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर दिया गया। अब वह अपने जीवित होने के प्रमाण लेकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रही है। वह कह रही है कि ऐसा क्या गुनाह किया जो अपनों ने हमें जीते-जी मार डाला।
जमीन हड़पने की नियत से परिवारवालों ने ही बनवा दिया डेथ सर्टिफिकेट!
बाराबंकी जिले के सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़े करने वाली यह घटना जिले की सिरौली गौसपुर तहसील क्षेत्र से सामने आई है। सिरौली गौसपुर तहसील के सेवड़ा गांव की एक 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला दशरथ देवी अपने जीवित होने के प्रमाण लेकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहीं हैं। दशरथ देवी अपना जीवित प्रमाण पत्र और अन्य कागजात लेकर सिरौली गौसपुर के नायब तहसीलदार के पास पहुंची। नायब तहसीलदार के पास पहुंचकर बुजुर्ग महिला ने अपने जीवित होने के प्रमाण दिखाए और कहा कि साहब! भी मैं जिंदा हूं।’ बुजुर्ग महिला दशरथ देवी का आरोप है कि जमीन हड़पने की नीयत से उनके ही परिवार वालों ने उनका फर्जी मृत्यु सर्टिफिकेट बनवा कर उन्हें मृत घोषित कर दिया है। दशरथ देवी ने नायब तहसीलदार व अन्य अधिकारियों के सामने पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। अधिकारी अब जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
सवालों के घेरे में सिस्टम
महिला के जीते-जी उसका डेथ सर्टिफिकेट बन जाना सरकारी तंत्र की व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निषान लगाता है। लोगों का कहना है कि इस तरह मृत्यु प्रमाण पत्र बन गया, यानी कोई जांच-पड़ताल नहीं की गई। अगर ऐसी ही लापरवाही हुई तो किसी का भी ऐसा प्रमाण बनवा सकता है। इस पूरे मामले की पड़ताल होनी चाहिए कि आखिर महिला के जीवित रहते उसकी मृत्यु का सरकारी दस्तावेज कैसे बन गया। जिन कर्मचारियों की इसमें मिलीभगत सामने आए, उनपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।