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हो जाइये सतर्क ! फिर होगी डाक्टरों की हड़ताल, इस दिन Emergency सेवाएं रहेंगी ठप्प
आईएमए यूपी के अध्यक्ष डॉ एएम खान व मंत्री डॉ जयंत शर्मा ने एक बयान जारी करते हुये कहा है कि आईएमए, एनएमसी बिल का विरोध करती है। आईएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने आईएमए मुख्यालय पर आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शांतनु सेन की अध्यक्षता में एक आपातकालीन बैठक बुलाकर आगामी आठ अगस्त को देशव्यापी पूर्ण हड़ताल का निर्णय लिया।
लखनऊ: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि केंद्र सरकार के नेशनल मेडिकल कमीशन बिल-2019 के विरोध में आगामी आठ अगस्त को डॉक्टर देशव्यापी हड़ताल करेंगे, इस हड़ताल में इमरजेंसी सेवाओं को भी बाधित रखा जायेगा। अभी तक की हड़ताल में इमरजेंसी सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा जाता था।
आईएमए यूपी के अध्यक्ष डॉ एएम खान व मंत्री डॉ जयंत शर्मा ने एक बयान जारी करते हुये कहा है कि आईएमए, एनएमसी बिल का विरोध करती है। आईएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने आईएमए मुख्यालय पर आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ शांतनु सेन की अध्यक्षता में एक आपातकालीन बैठक बुलाकर आगामी आठ अगस्त को देशव्यापी पूर्ण हड़ताल का निर्णय लिया।
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यह भी निर्णय लिया गया कि फिलहाल अभी एक दिन आठ अगस्त को ही हड़ताल की जायेगी तथा उसके बाद सरकार को 15 अगस्त तक का समय दिया जायेगा, और अगर 15 अगस्त तक सरकार ने इस बिल को वापस न लिया तो फिर आईएमए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेगी।
आठ अगस्त को पूर्ण हड़ताल
इस बैठक में एमएसएन पदाधिकारी और देश भर के आईएमए पदाधिकारी सहित आईएमए के वरिष्ठ सदस्य शामिल थे। सभी ने अपने व्यक्तिगत विचार व्यक्त किए लेकिन एमएसएन और जेडडीएन के पदाधिकारी अधिक उत्साही थे और तत्काल पूर्ण हड़ताल के लिए पूछ रहे थे। अंत में डॉ शांतनु सेन ने बैठक में घोषणा की और आठ अगस्त को पूर्ण हड़ताल की घोषणा की।
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आईएमए सचिव डॉ शर्मा ने सभी आईएमए सदस्यों से अपील की है कि आईएमए मुख्यालय के आह्वान के अनुसार वे आठ अगस्त की हड़ताल में जोर-शोर से शामिल हों।
गौरतलब है कि नेशनल मेडिकल कमीशन बिल-2019 का विरोध करने के लिए आईएमए ने बीती 31 जुलाई को 24 घंटे की संाकेतिक हड़ताल की थी। 31 जुलाई की हड़ताल में चिकित्सकों द्वारा सामान्य चिकित्सा सेवा नही देनेे लेकिन गंभीर मरीजो और आक्समिक चिकित्सा मरीजो को सेवा दिये जाने का फैसला किया गया था।