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नसीमुद्दीन थे होमगार्ड्स में सहायक कमांडर, तो राजभर बेचते थे चूहा मार दवा

बहुजन समाज पार्टी के जिन  दो पूर्व मंत्रियों  रामअचल राजभर और नसीमुद्दीन सिद्दीकी को  जेल भेजा गया है। उनमे  से रामअचल राजभर राजनीति में आने के पहले चूहा मारने की दवा बेंचा करते थें जबकि नसीमुद्दीन सिद्दीकी होमगार्ड विभाग में साढे तीन सौ रुपये मेहनताना पर सहायक कम्पनी कमांडर थें।

Monika
Published on: 19 Jan 2021 10:23 PM IST
नसीमुद्दीन थे होमगार्ड्स में सहायक कमांडर, तो राजभर बेचते थे चूहा मार दवा
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नसीमुद्दीन होमगार्ड्स में सहायक कमांडर तो राजभर चूहा मार दवा बेंचते थे

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के जिन दो पूर्व मंत्रियों रामअचल राजभर और नसीमुद्दीन सिद्दीकी को जेल भेजा गया है। उनमे से रामअचल राजभर राजनीति में आने के पहले चूहा मारने की दवा बेंचा करते थें जबकि नसीमुद्दीन सिद्दीकी होमगार्ड विभाग में साढे तीन सौ रुपये मेहनताना पर सहायक कम्पनी कमांडर थें।

दोनों नेताओं की गिरफ्तारी

बतातें चलें कि आज भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं और उनकी बेटी पर अमर्यादित टिप्पणी के मामले में आज इन दोनो नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। दोनों नेताओं ने एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जहां कोर्ट ने दोनों नेताओं को जेल भेज दिया। दोनों नेताओं ने सरेंडर के साथ अंतरिम जमानत की अर्जी भी डाली थी। लेकिन कोर्ट ने सुनवाई के बाद अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी और उन्हे जेल भेज दिया। इससे पहले दोनों नेताओं को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित करते हुए उनकी संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दिया था।

रामअचल राजभर बेचते थे चूहामार दवा

बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बसपा सरकार में परिवहन मंत्री रहे रामअचल राजभर भोपूं बजाकर किसी समय चूहामार दवा बेचकर अपना परिवार चलाते थे। अकबरपुर के कई लोगों को याद है जब रामअचल राजभर मूस-मार दवा ले लो, की गुहार लगाते हुए दवा बेचा करते थे। पढाई लिखाई करने के बाद फिर वह बहुजन मूवमेंट से जुड गए और बसपा सरकार में मंत्री बनने के बाद उन्होंने करोड़ों की अचल-सम्पति बनाई। राजभर पर बेनामी सम्पत्ति अपने नाते रिश्तेदारों के नाम करने के भी खूब आरोप लगे।

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नसीमुद्दीन थे होमगार्ड सहायक कमांडर

इसी तरह मायावती की हर सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी होमगार्ड विभाग में सहायक कम्पनी कमाण्डर रहे। उन्हे इसके लिए साढे़ तीन सौ रुपये मेहनताना भी मिलता था। लेकिन जब अखिलेश यादव की सरकार आई तो उन्हे इस पद से हटाया गया।

होमगार्डस विभाग में सहायक कम्पनी कमाण्डर का काम एक कम्पनी, जिसमें 100 होमगार्ड को प्रशिक्षण दिलाना और उनकी ड्यूटी लगाना होता है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी का इस पद के लिए वर्ष 1984 में चयन हुआ था।

श्रीधर अग्निहोत्री

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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