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यूपी में मना स्मृति दिवस: शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धाजंलि, याद की शहादत

विगत वर्ष में उत्तर प्रदेश में नौ पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी। बुद्धवार को पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड में प्रात: आठ बजे से परेड फालिन, सलामी परेड, शहीद नामावली का नाम वाचन, शहीद स्मारक पर रीथ अर्पण, पुष्प अर्पण, परेड द्वारा शोक शस्त्र की कार्रवाई, परेड को उल्टा शस्त्र की स्थिति में गुजारने व परेड विसर्जन की कार्रवाई हुई।

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Published on: 21 Oct 2020 7:06 AM GMT
यूपी में मना स्मृति दिवस: शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धाजंलि, याद की शहादत
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यूपी में मना स्मृति दिवस: शहीद पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धाजंलि, याद की शहादत (Photo by social media)

ज्ञानपुर (भदोही): पुलिस लाइन ज्ञानपुर में आज बुद्धवार को पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों की शहादत को याद करते हुए उन्हें नमन किया गया। पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

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उत्तर प्रदेश में नौ पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी

विगत वर्ष में उत्तर प्रदेश में नौ पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी। बुद्धवार को पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड में प्रात: आठ बजे से परेड फालिन, सलामी परेड, शहीद नामावली का नाम वाचन, शहीद स्मारक पर रीथ अर्पण, पुष्प अर्पण, परेड द्वारा शोक शस्त्र की कार्रवाई, परेड को उल्टा शस्त्र की स्थिति में गुजारने व परेड विसर्जन की कार्रवाई हुई।

पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने एक नवम्बर 2019 से 31 अगस्त 2020 के बीच शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए उपस्थित पुलिसकर्मियों से किसी भी त्याग के लिए सदैव तत्पर रहने का आह्वान किया।

नौ वीर जवानों की गाथा सुनाई

इस दौरान प्रदेश में शहीद होने वाले पुलिस उपाधीक्षक स्वर्गीय देवेन्द्र मिश्रा जनपद कानपुर, उप निरीक्षक स्वर्गीय अनूप कुमार सिंह जनपद कानपुर, । उप निरीक्षक स्वर्गीय महेश कुमार यादव, जनपद कानपुर । उपनिरीक्षक नेबूलाल जनपद कानपुर व मुख्य आरक्षी स्वर्गीय जितेंद्र पाल , आरक्षी स्व0 सुल्तान सिंह, आरक्षी स्व0 राहुल कुमार ,आरक्षी स्वर्गी बबलू कुमार के नाम पढ़कर सुनाए गए। उनकी वीरगाथा के बारे में सबको अवगत कराया गया।

पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बताया

पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने बताया कि दिनांक 2/3 जुलाई 2020 की रात में क्षेत्राधिकारी बिल्लौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में थानाध्यक्ष शिवराजपुर महेश कुमार यादव, थानाध्यक्ष चौबेपुर विनय तिवारी , थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेंद्र प्रताप सिंह , व कई अन्य पुलिस जनों की संयुक्त टीम थाना चौबेपुर में पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 191/ 2020 धारा 147 ,148, 504 ,323 ,364, 342, 307 भा0 द0वि0 व 7 सी एल एक्ट बनाम विकास दूबे पुत्र राम कुमार दुबे निवासी विकरु पोस्ट- दिलीप नगर ,थाना-चौबेपुर ,जनपद कानपुर सुनील कुमार पुत्र अशोक कुमार, बाल गोविंद पुत्र मेवालाल, शिवम दुबे पुत्र बाल गोविंद, अमर दूबे पुत्र अज्ञात के विरुद्ध कार्रवाई हेतु गांव विकरु गई थी।

इन अपराधियों ने अपने साथियों के साथ पुलिस टीम को घेर कर अपने-अपने घरों की छतों से जान मारने की नियत से फायरिंग शुरू कर दिया। इस फायरिंग में क्षेत्राधिकारी देवेन्द्र मिश्रा सहित आठ पुलिस की मौके पर ही मौत हो गयी। थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेंद्र प्रताप सहित अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए । इन अपराधियों ने पुलिस के असलहे एक अदद एके 47 राइफल ,एक अदद इंसास राइफल ,एक अदद ग्लाक पिस्टल व दोपिस्टल 9एम एम. लूट लिए।

एसपी रामबदन सिंह ने बताया

एसपी रामबदन सिंह ने बताया कि माह 1 अक्टूबर 2019 को चीता मोबाइल ड्यूटी में नियुक्त मुख्य आरक्षी जितेंद्र कुमार मौर्य राजकीय कार्य हेतु थाना क्षेत्र के लिए रवाना हुए थे। ग्राम खेरौना स्थित प्राइमरी पाठशाला के पास जैसे ही पहुंचे, वहां पर दो पुरुष व एक महिला अपने अपने हाथों में बांका (धारदार हथियार) लिए खड़े थे इस संबंध में मुख्य आरक्षी जितेंद्र मौर्य व साथी आरक्षी राजा बाबू द्वारा पूछने पर अचानक इन लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में आरक्षी के दाहिने कंधे, भुजा, कोहनी,दाहिने व बाएं कंधे , हाथ के कंधे अंगूठे तथा गर्दन पर गंभीर चोटें आई।

मुख्य आरक्षी जितेंद्र के सिर व शरीर पर बांके के जोरदार प्रहार के कारण गंभीर चोटें आई। जिससे वह लहूलुहान होकर बेहोश होकर वहीं गिर पड़े। दोनों घायलों को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र अमेठी लाया गया। जहां रामबाबू को डिस्चार्ज कर दिया गया। मुख्य आरक्षी जितेंद्र कुमार को गंभीर हालत पर सुल्तानपुर रेफर किया गया। जहां गंभीर होने से उन्हें 1-10-2019 को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान 3 अगस्त 2019 को 3:00 बजे उनकी दुखद मौत हो गई।

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इसलिए मनाया जाता है स्मृति दिवस

21 अक्तूबर 1959 को समुद्र तल से 10 हजार फीट ऊंचाई पर लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में कर्तव्यरत 10 सीआरपीएफ के जवानों ने चीनी सेना के आक्रमण को विफल करते हुए देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। तब से प्रतिवर्ष 21 अक्तूबर को पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन गत वर्ष में कर्तव्य की वेदी पर देश के लिए बलिदान देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों का स्मरण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए जाते हैं। प्रत्येक राज्य से पुलिसकर्मियों का प्रतिनिधिदल 20 दिनों की यात्रा कर हॉट स्प्रिंग्स पहुंचता है और शहीदों को सलामी देता है। इस यात्रा में शामिल होना प्रत्येक पुलिसकर्मी के लिए गर्व की बात होती है।

उमेश सिंह

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