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Akanksha Dubey: समर सिंह ने खोले राज, आकांक्षा दुबे की मौत के पहले क्या हुआ था?...पुलिस के सामने रोते-गिड़गिड़ाते बताया
Akanksha Dubey Case: भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत मामले में यूपी पुलिस ने समर सिंह से पूछताछ की। उसने बताया कि, आकांक्षा की मौत से पहले क्या हुआ था? वो क्यों पुलिस से बचता रहा?
Akanksha Dubey Case: भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे (Akanksha Dubey) मौत मामले में शनिवार (08 अप्रैल) को बड़ा खुलासा हुआ। आकांक्षा मामले में मुख्य आरोपी और भोजपुरी गायक समर सिंह (Samar Singh) गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने रोया और गिड़गिड़ाया। समर सिंह ने यूपी पुलिस के सामने खुद को बेकसूर बताया। मगर, पुलिस ने उसकी एक न सुनी। समर अब सलाखों के पीछे है। पुलिस पूछताछ में समर सिंह ने घटना वाली रात की एक-एक बात बताई।
गौरतलब है कि, आकांक्षा दुबे की मौत के बाद से सिंगर और एक्टर समर सिंह फरार चल रहा था। आकांक्षा की मां और उसके परिजनों ने समर सिंह तथा उसके दोस्त संजय सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। जिसके बाद से उत्तर प्रदेश पुलिस समर सिंह को तलाश रही थी। गाजियाबाद से गुरुवार को समर को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के आगे समर सिंह बेबस दिखा। मीडिया के सामने आते ही मुंह छिपाने लगा।
गिड़गिड़ाते हुए पुलिस से ये कहा
यूपी पुलिस ने समर सिंह से पूछताछ की। इस दौरान उसने खुद को बेकसूर बताया। लगातार रोता रहा। समर ने कहा, 'मेरा भविष्य खराब हो जाएगा। इसलिए मुझे छोड़ दिया जाए। शुरुआती पूछताछ में समर सिंह ने बताया कि, आकांक्षा ने सुसाइड से पहले कोई नोट नहीं छोड़ा था। ना ही आकांक्षा ने आत्महत्या से पहले उस पर कोई आरोप लगाए। समर सिंह का कहना है उसे फंसाया जा रहा है।'
आकांक्षा की मौत के वक्त कहां था समर?
पुलिस ने समर सिंह से जब घटना वाले दिन के बारे में पूछा तो उसने बताया, '25 और 26 मार्च को गोरखपुर में शूटिंग चल रही थी। इसलिए वह वहीं था। उसे शूटिंग के दौरान पता चला कि आकांक्षा ने सुसाइड कर ली। समर ने ये बताया कि, 26 मार्च की रात वह लखनऊ गया। 27 मार्च को आकांक्षा की मां के आरोपों और खुद पर दर्ज केस की जानकारी मिली। जिससे वह घबरा गया। इसलिए पुलिस से बचने लगा और भाग गया।'
कई ठिकाने बदले, मगर...
समर सिंह ने पुलिसिया पूछताछ में ये भी बताया कि, पुलिस से भागते समय कई बार उसके मन में ये ख्याल आया कि अपना पक्ष रखना चाहिए। लेकिन, इसके लिए हिम्मत नहीं जुटा पाया। आकांक्षा की मौत के बाद समर सिंह लखनऊ से कार से गाजियाबाद चला गया। इस दौरान उसका दोस्त संजय सिंह भी उसके साथ था। गाजियाबाद के बाद वह दिल्ली, नोएडा और उत्तराखंड भी गया। वह लगातार ठिकाने बदलता रहा।