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कावड़ यात्रा पर बड़ा फैसला: अलग-अलग जिलों के अधिकारियों की हुई बैठक
देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। वहीं आज फिर अयोध्या में 11 कोरोना मरीजों के मिलने से हड़कंप मच गया। आगामी...
अयोध्या: देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। वहीं आज फिर अयोध्या में 11 कोरोना मरीजों के मिलने से हड़कंप मच गया। आगामी 5 जुलाई से सावन मास लगने के कारण अयोध्या में कांवरियों का जहां जमवाड़ा होता है वहीं सावन झूला मेला का भी आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है। परंतु इस बार कोरोना के मद्देनजर आयोजनों पर पूरी तरीके से प्रतिबंध रहेगा। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
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काँवड़ यात्रा को लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में की बैठक
जिस कड़ी में अयोध्या जिला प्रशासन की पहल पर जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा, तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने जनपद अयोध्या के पड़ोसी जनपदों गोंडा, बस्ती, सुल्तानपुर, बाराबंकी, अमेठी के जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक के साथ काँवड़ यात्रा को लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक की।
अन्य जनपदों के थाना प्रभारी व क्षेत्राधिकारी भी सम्मिलित हुए
बैठक में अन्य जनपदों के बॉर्डर के थाना प्रभारी व क्षेत्राधिकारी भी सम्मिलित हुए। बैठक में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों के मध्य एक आम राय बनी कि सभी जनपदों के वरिष्ठ अधिकारी अपने-अपने जनपदों में बैठक कर कावड़िया संघों से पुनः एक बार और अपील करेंगे कि कोरोना महामारी के चलते इस बार कावड़ यात्रा न निकालें। बैठक में जनपदवार वहां के उपस्थित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि उन सभी की कावड़ यात्रा को लेकर चलने वाले संघों से पहले ही एक राउंड वार्ता हो चुकी है और वह सभी ने इस बार कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए यात्रा नहीं निकालने की सहमति दी है।
इस बार कांवड़ यात्रा न निकालें
बैठक में बताया गया कि अयोध्या के पूज्य संत, महात्माओं ने भी सोशल मीडिया व मीडिया में बयान जारी कर सभी से अपील की है कि इस बार कांवड़ यात्रा न निकाले। कोरोना वायरस एक बहुत ही खतरनाक वायरस है, हम सभी को इससे बचना है, बैठक में यह तय हुआ कि सभी जनपदों के वरिष्ठ अधिकारी अपने अधीनस्थ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ ग्रामवार व थानेवार बैठक कर पुनः एक बार सभी संघों के साथ कांवड़ संघों के श्रद्धालुओं से अपील करेंगे कि इस बार कावड़ यात्रा स्थगित रखें। साथ ही यह भी तय हुआ है कि जनपद अयोध्या सहित अन्य सभी जनपद अपने हर बॉर्डर व उस मार्ग पर बैरिकेडिंग करेगे।
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जिस तरफ से कावड़ियों का जत्था प्रवेश करता है। साथ ही सभी जनपदों के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग करेंगे जिन मार्गों पर से कावड़ यात्रा पूर्व में आती रही हैं। अयोध्या के बॉर्डर थाना प्रभारी दूसरी जनपद के बॉर्डर के थाना प्रभारी का मोबाइल नंबर आपस मे आदान प्रदान करने के साथ एक दूसरे के साथ निरंतर संपर्क में रहेंगे तथा समूह में किसी भी दशा में लोगों को प्रवेश नहीं करने देंगे।
यह भी तय हुआ है कि जन सुरक्षा व जनहित में कांवड़ यात्रा को न निकालने के लिए हर कावड़ यात्रा के उद्गम स्थल पर ही लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में विस्तार से बता कर हतोत्साहित किया जाए। उन्हें यह भी बताया जाय कि हर श्रद्धालु अपने घर के निकट ही शिवालय अथवा घर पर ही जलाभिषेक कर पूजा अर्चना करें। स्वयं को तथा अपने परिवार को सुरक्षित रखें।
अभी से बॉर्डर पर बैरिकेडिंग करा दें
बैठक में अयोध्या पुलिस के अधिकारी द्वारा अपने समकक्ष बस्ती के पुलिस अधिकारी को बताया गया कि पिछली बार 50 हजार की संख्या में कांवरिया बाइक से आए थे, जिससे जनपद अयोध्या के घाटों व मंदिरों में बहुत अधिक परेशानी होने के साथ कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई थी। इस बार अनुरोध किया गया है कि किसी भी क्षेत्र से कोई भी कांवरिया का दल बाइक से अयोध्या में प्रवेश न करने पाए। इसके लिए आवश्यकता अनुसार सभी प्रकार की व्यवस्था के साथ सभी एंट्री पॉइंट पर जनपद अयोध्या से सटे हुए जनपद अभी से बॉर्डर पर बैरिकेडिंग करा दें।
जनपद अयोध्या के बॉडर के सभी थाना प्रभारी भी अपने सभी वार्डर व प्रवेश मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाकर सील की कार्रवाई प्रारम्भ कर दें। बैठक में यह भी बताया गया कि कांवरियों का दल डीजे के साथ ट्रैक्टर ट्राली से भी आते हैं। अन्य जनपद के उपस्थित अधिकारियों को यह बता दिया गया है कि श्रावण मास में जनपद अयोध्या का पूरा बॉर्डर सील रहेगा ऐसे में इन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। एंट्री पॉइंट पर जाम की समस्या पैदा न हो इसे भी लेकर अन्य जनपदों के अधिकारयों के साथ चर्चा के साथ रणनीत तय की गई।
कोई भी दल प्रवेश न करने पाये
सभी थाना प्रभारियों से अनुरोध है की प्रत्येक सोमवार के पूर्व की रात्रि में ऐसी व्यवस्था की जाए कि कोई भी ट्रैक्टर ट्राली, डीजे या समूह में कोई भी दल प्रवेश न करने पाये। ताकि कानून व्यवस्था के साथ शांति की स्थिति बनी रहे। बैठक में सभी अधिकारियों ने एक स्वर में कहा की उन सभी की कांवरिया संघों से वार्ता हो चुकी है और वे कांवड़ यात्रा न निकालने के लिए सहमति दे दिए हैं। ऐसे में असामाजिक तत्व अथवा गड़बड़ी फैलाने वाले कावड़ियों के रूप में निकल सकते हैं। ऐसे में सभी प्रवेश स्थलों पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है। पर्याप्त मात्रा में बैरिकेडिंग भी कराए जाने की आवश्यकता है।
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बैठक में जनपद अंबेडकर नगर से अवनीश कुमार मिश्र एडिशनल एसपी, जनपद बस्ती से रविंद्र कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक, सुखबीर सिंह अपर जिला अधिकारी बस्ती, अनिल कुमार सिंह एसएचओ बस्ती। गोंडा से महेंद्र कुमार एडिशनल एसपी गोंडा, भानू प्रताप सिंह गोंडा, सुल्तानपुर से शिवराज अपर पुलिस अधीक्षक, विजय मल सिंह यादव क्षेत्राधिकारी बल्दीराय, जनपद अमेठी से रामशंकर उपजिलाधिकारी मुसाफिरखाना, आरके राणा एसएचओ हैदरगढ़, राम नरेश वर्मा एसएसआई मवई, अशोक कुमार शर्मा एसडीएम मिल्कीपुर, केडी शर्मा आरएम अयोध्या, विपिन कुमार सिंह उप जिलाधिकारी रुदौली,
मनमदन तिवारी एसएचओ कूरेभार ,संतोष कुमार सिंह एसओ पटरंगा, सच्चिदानंद राय बाराबंकी से महावीर सिंह सीओ लखनऊ रोड, पवन गौतम क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट, अनिल कुमार सिंह क्षेत्राधिकारी कलवारी, वीरेंद्र विक्रम सीओ सदर, अयोध्या कोमल प्रसाद मिश्र क्षेत्राधिकारी बीकापुर ,जय प्रकाश सिंह सीओ मिल्कीपुर ,अमर सिंह सीओ, राम शंकर उप जिलाधिकारी मुसाफिरखाना अमेठी सहित जनपद बाराबंकी के अपर जिलाधिकारी एडिशनल एसपी एवं अन्य जिले के वरिष्ठ अधिकारी तथा जनपद अयोध्या के लगे हुए अन्य जनपदों के थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी आदि उपस्थित थे
धार्मिक आयोजनों पर पूर्ण प्रतिबंध
बैठक में जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने स्पष्ट किया कि अयोध्या में धारा 144 लगी हुई है। कोविड-19 के संक्रमण के प्रभाव को रोकने हेतु जनपद की हर सीमा सील रहेगी। डीजे बजाने पर पूर्व से प्रतिबंध लगा है। 5 से अधिक व्यक्तियों के किसी भी समूह को जिले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। भारत सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, एवं स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी मठ, मंदिर में एक बार में 5 से अधिक व्यक्तियों को प्रवेश नहीं करने पाएंगे। अयोध्या के धर्मशाला वह गेस्ट हाउस में सुरक्षा के दृष्टिगत बाहरी व्यक्तियों के रुकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। किसी भी सामाजिक व धार्मिक आयोजनों पर पूर्ण प्रतिबंध है।
रिपोर्ट: नाथ बख्श सिंह
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