बड़ा फर्जीवाड़ा: स्मार्ट मीटर की रफ्तार से उपभोक्ता परेशान, लोगों को लग रहा झटका

इटावा में घरेलू उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग अधिक आने पर खुलासा हुआ, यहां स्टोर में पड़े मीटरों का परीक्षण करने पर कई खामियां मिली।

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Published on: 4 Nov 2020 3:21 AM GMT
बड़ा फर्जीवाड़ा: स्मार्ट मीटर की रफ्तार से उपभोक्ता परेशान, लोगों को लग रहा झटका
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बड़ा फर्जीवाड़ा: स्मार्ट मीटर की रफ्तार से उपभोक्ता परेशान, लोगों को लगा रहा झटका

इटावा: प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना के तहत घरों में लगने वाले विद्युत मीटरों में फर्जीवाडे का मामला सामने आया है। बिजली मीटर से उपभोक्ताओं को चूना तो लगा ही है साथ ही बड़ा फर्जीवाड़ा भी सामने आया है। इटावा में घरेलू उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग अधिक आने पर खुलासा हुआ, यहां स्टोर में पड़े मीटरों का परीक्षण करने पर कई खामियां मिली।

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2 किलो वाट के मीटर में 80 किलो वाट की डिमांड

दरअसल, इटावा जनपद में घरों में लगे हुए पवार टेक कंपनी के बिजली मीटरों में बडा गड़बड़ झाला देखने को मिल रहा है। इस बारे में सहायक अभियंता आयुष पराशर ने बताया कि उन्हें इटावा के बिजली भंडारण केंद्र से घरों में मीटर लगाने के लिए पहले जनवरी और फिर अभी अक्टूबर में पावर टेक कंपनी से मीटर लगाने को दिए गये थे, जिसमें 2 किलो वाट के मीटर में 80 किलो वाट की डिमांड दिखाने पर उपभोक्ता के होश उड़ गए। जिसके बाद अन्य उपभोक्ताओं के मीटर में रीडींग जम्प की शिकायत देखने को मिली जिसमे एक माह में घरेलू कनैक्शन में की 400,500 रीडींग की जगह 18 ,19 हजार रीडिंग दिखाई गई।

जिसपर सहायक अभियंता मीटर ने स्टोर में पड़े मीटर का परीक्षण किया। जिसमें कई मीटरों अधिक लोड़ देखने को मिला। इसके बाद उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया तब पावर टेक कंपनी के मीटर न लगाने को कहां गया। साथ ही जहां भी जनपद में पावरटेक कंपनी के मीटर लगे थे उन्हें चेक करने और खराब मीटर हटाने के आदेश दिए गए है।

बताते चले केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना के तहत पावर टेक के मीटर लगाए गए थे और उन्ही में से बचे हुए मीटर शहरी क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रो में लागये जा रहे है। इन्ही में शिकायत आ रही है, वही जनपद के अधिशाषी अभियंता आर के अग्रवाल का कहना है कि हमारे सहायक अभियंता के द्वारा पावरटेक कंपनी में मीटर रीडिंग जम्प की जानकारी दी गई तो इस शिकायत पर इन मीटरों की जांच कराई जा रही है ऐसी करीब 15 जगह है शहरी क्षेत्रों में जहां से शिकायत आई है।

रिपोर्ट: उवैश चौधरी

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