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भाजपा को बहुमत नहीं मगर जोड़तोड़ से एनडीए की सरकार बनेगी
पं.देवेन्द्र भट्ट (गुरु जी)
ज्योतिर्विद एवं वास्तुविद
लखनऊ : हमारा राष्ट्र 15 अगस्त 1947 को मध्यरात्रि में स्वतंत्र हुआ। कर्क राशि एवं वृष लग्न का भारत, त्रिकोण में राहु की उपस्थिति, उसे मजबूत लोकतंत्र का स्वरूप प्रदान करती है। तृतीय भाव में सूर्य, शुक्र सहित पांच ग्रहों की उपस्थिति भारत को अपने पड़ोसी देशों के मध्य नेतृत्व की क्षमता प्रदान करती है। अष्टमेष गुरु की षष्ठम भाव में उपस्थिति शत्रु देशों के ऊपर विजय प्राप्त करने का सुयोग है। वहीं वृश्चिक राशि का केतु विभिन्न प्रकार के षडयंत्रों का शिकार बनाता है।
वर्ष 2019 धनधान्य के लिहाज से अच्छा रहेगा। व्यापार वाणिज्य एवं विदेश व्यापार में वृद्धि होगी। समुद्र पार देशों के साथ भारत का व्यापार उसके पक्ष में रहेगा। धर्म-दर्शन, विज्ञान गणित एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए अविष्कारों को बल मिलेगा। भारी उद्योगों की तुलना में लघु कुटीर उद्योगों में सुधार की स्थिति रहेगी। भूमि-आवास क्षेत्र में गुणात्मक सुधार आएगा। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इन सबके बावजूद सूर्य-शनि की धनु राशि में एवं गोचर वश अष्टम स्थान पर होने के कारण प्राकृतिक आपदा एवं मौसम परिवर्तन (आकस्मिक) के कारण धन-जन का बेहद नुकसान दिख रहा है। लग्नेश शुक्र की चंद्रमा के साथ युति राजनीतिक अस्थिरता की ओर संकेत कर रही है। वर्ष 2019 के प्रथमार्ध में राजनीतिक अस्थिरता एवं कटुता का वातावरण रहेगा। संसद एवं विधानसभाओं में सदन की कार्यवाही ठीक ढंग से नहीं चल सकेगी। द्वितीयार्ध में अस्थिरता का वातावरण दूर होगा। शासन-प्रशासन, कानून व्यवस्था दुरूस्त होगी।
भारतीय जनता पार्टी: भाजपा की स्थापना 06 अप्रैल 1980 को मुम्बई में हुई। वृश्चिक राशि एवं मिथुन लग्न की कुंडली है जिसके सिंह राशि में मंगल, शनि, राहु, गुरु स्थित हैं। फरवरी 1992 से 20 वर्ष की शुक्र की महादशा में पार्टी को वांछित राजनीतिक प्रभुत्व मिला। मई 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को 13 दिनों में सत्ता से हटना पड़ा। इसका कारण अन्तर्दशा में नीचस्थ चन्द्रमा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। पुन: शुक्र की महादशा व राहु की अन्तर्दशा में भाजपा ने स्थायी सरकार बनायी, जिसने अपना कार्यकाल पूरा किया। पुन: गुरु की अन्तर्दशा में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। जून 2012 से 06 वर्ष की सूर्य की महादशा में पार्टी ने फिर से लोकप्रियता अर्जित की एवं मई 2014 में स्थायी सरकार बनायी। मार्च 2018 तक पार्टी ने केन्द्र सहित देश के विभन्न राज्यों में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। इसके पश्चात नीचस्थ चन्द्रमा की महादशा 10 वर्ष की है जिसमें पार्टी को असफलता का सामना करना पड़ रहा है। इस लिहाज से 2019 के आम चुनाव में पार्टी को बहुमत प्राप्त नहीं होगा। विभिन्न दलों के जोड़तोड़ से बनने वाली एनडीए की सरकार केन्द्र में मजबूत सरकार नहीं होगी। अपने सिद्वान्तों से पार्टी को समझौता करना पड़ेगा जिससे पार्टी की छवि पर बुरा असर पड़ेगा।
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नरेन्द्र मोदी: लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी के लिए वर्ष 2019 का भविष्यफल बेहद अहम है। नरेन्द्र मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न एवं राशि की है जिसमें त्रिकोण का चन्द्रमा एवं मंगल की युति पूर्ण राज्य उपकारी है। भाग्येश चन्द्रमा की महादशा दिसम्बर 2011 से चल रही है जिसने मोदी को राष्ट्रीय नेता के रूप में प्रतिस्थापित कर दिया। इसी कारण मोदी ने विपक्षी दलों पर प्रभुत्व स्थापित करने के साथ ही भाजपा के सभी नेताओं को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान प्राप्त किया। वर्ष 2019 में मोदी पर अन्तर्दशा के रूप में बुध एवं केतु का प्रभाव रहेगा। यह दशा अनुकूल नहीं है। इनके नेतृत्व में पार्टी पिछले लोकसभा निर्वाचन के परिणामों की अपेक्षा कम सफलता अर्जित करेगी। नरेन्द्र मोदी बहुमत जुटाने में सफल होंगे परन्तु अपने स्वभाव के विपरीत समझौता करना पड़ेगा।
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अमित शाह : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की कुंडली कन्या लग्न की है जिसमें कर्मभाव में मिथुन राशि का राहु काफी महत्व रखता है। दिसम्बर 2003 से दिसम्बर 2021 तक राहु की महादशा है। इस काल में अमित शाह ने तमाम राजनीतिक उपलब्धियां हासिल कीं। वर्ष 2019 में सूर्य एवं चन्द्रमा के प्रभाववश इन्हें तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इनके नेतृत्व में पार्टी वांछित सफलता प्राप्त नहीं कर सकेगी। जोड़तोड़ के माध्यम से ही सरकार बनाने में सफल होंगे। अध्यक्ष पद पर बनें रहेंगे एवं आगामी तीन वर्ष तक पार्टी इन्हीं के प्रभाव में बनी रहेगी।
राजनाथ सिंह: शुक्र एवं सूर्य की अन्तर्दशा के अन्तर्गत राजनाथ सिंह के लिए वर्ष 2019 अच्छा रहेगा। पार्टी में प्रभाव बढ़ेगा। सरकार में पद प्रतिष्ठा की बढ़ोतरी होगी। अन्तरराष्ट्रीय संस्थाओं में देश के सफल नेतृत्व का अवसर मिलेगा। गृह मंत्रालय के साथ ही साथ विदेश एवं रक्षा मंत्रालय का भी दायित्व प्राप्त करने का संयोग बन रहा है।
लालकृष्ण आडवाणी: वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के लिए वर्ष 2019 सूर्य एवं चन्द्र की अन्तर्दशा के प्रभाव में रहेगा। कॅरियर के लिहाजा से कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं दिख रहा है। स्वास्थ्य के लिहाजा से वर्ष 2019 कष्टकारी होगा।
मुरली मनोहर जोशी: राजनीतिक कॅरियर की दृष्टि से डा.जोशी जी के लिए स्थितियां अनुकूल होंगी। पद प्रतिष्ठा की भी प्राप्ति होगी। राजनैतिक शत्रु पराजित होंगे। हड्डी से सम्बन्धित एवं गुर्दा रोग से ग्रसित होने की सम्भावना दिख रही है।
राहुल गांधी: 2019 राहुल गांधी के लिए महत्वपूर्ण है। देश में एक सर्वमान्य नेता के रूप में स्वीकार किया जाएगा। इनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव में अच्छी सफलता मिलेगी। स्पष्ट बहुमत न मिलने पर ही पार्टी की सदन में स्थिति मजबूत होगी। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश दिल्ली में पिछले लोकसभा चुनाव परिणाम के मुकाबले अधिक सफलता मिलेगी। वैसे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा।
सोनिया गांधी: सोनिया गांधी की कुंडली मिथुन लग्न एवं कर्क राशि की है। वर्ष 2019 में उतरते हुए केतु के प्रभाव में रहेगी। संगठन के लिए यह सर्वोत्तम है। अपनी संतान को जनता के बीच सर्वमान्य लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित करने में सफल होंगी। स्वास्थ्य की स्थिति ठीक नहीं हैं तथापि मानसिक तनाव की स्थिति से उबरने के संकेत अच्छे हैं।
योगी आदित्यनाथ: वर्ष 2019 योगी आदित्यनाथ के लिए चुनौती भरा होगा। पार्टी की साख बचाने की जिम्मेदारी का प्रयास करेंगे परन्तु वांछित सफलता मिलती नहीं दिख रही। प्रारम्भ में सूर्य एवं अप्रैल माह से नीचस्थ चन्द्रमा के कारण कानून व्यवस्था का प्रबंधन करने में कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। अधिकारियों का सहयोग प्राप्त करने में भी असफलता प्राप्त होगी। योगी आदित्यनाथ की कुंडली एक अत्यन्त परिश्रमी, सच्चारित्र, स्पष्ट वक्ता एवं ईमानदार व्यक्ति की कुंडली है परन्तु राजनीति में लम्बी सफलता के लिए कूटनीति भी आवश्यक है जो योगी आदित्यनाथ की कुंडली में नहीं दिख रही। नीचस्थ चन्द्रमा का पंचम भाव पर प्रभाव कलंक लगने का भी योग बना रहा है।
डॉ.दिनेश चन्द्र शर्मा: 2019 के लिहाज से डॉ.दिनेश चन्द्र शर्मा की कुंडली में बेहतर संकेत हैं। उनकी कुंडली धनु राशि एवं कुम्भ लग्न की है। संदर्भित वर्ष में राहु की महादशा में शुक्र की अन्तर्दशा के प्रभाव में रहेगी। शुक्र भाग्येश है। अत: आशातीत सफलता मिलने के संकेत हैं। वर्ष 2019 के प्रथमार्ध में जीवन में थोड़ा संघर्ष है। कठिन परिश्रम के पश्चात भी मानसिक तनाव रहेगा परन्तु द्वितीयार्ध राजनैतिक कॅरियर की दृष्टि से बेहद अहम है। पार्टी में सम्मान मिलेगा एवं अप्रत्याशित पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी।
शिवपाल सिंह यादव: उनकी कुंडली धनु लग्न एवं मीन राशि की है। वर्ष 2019 में शुक्र की महादशा उतरेगी एवं सूर्य की महादशा प्रारम्भ होगी। शुक्र की महादशा पिछले 20 वर्षों से चल रही थी जिसने उन्हें ब्लाक स्तर की राजनीति से राज्य स्तर की राजनीति में प्रतिस्थापित किया। आगामी वर्ष के द्वितीयार्ध में सूर्य की महादशा प्रारम्भ होगी। श्री यादव के लिए सूर्य भाग्येश है एवं ज्योतिष लिहाज से राजनीतिक व्यवस्था का नियामक है। अपनी पार्टी मजबूत करने में सफल होंगे। पुराने मित्रों एवं विचारधारा के लोगों से सहयोग मिलेगा। परिवार स्तर पर खोई हुई विश्वास को अपने पुरुषार्थ के बल पर प्राप्त करेंगे। बड़े भाई का आशीर्वाद मिलता रहेगा तथापि षडयंत्रों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
मुलायम सिंह यादव: पूर्व मुख्यमंत्री के लिए यह वर्ष मिले-जुले प्रभाव वाला होगा। पार्टी संरक्षक बने रहेंगे। अन्य किसी पद की सम्भावना नहीं दिख रही। लोकसभा चुनाव 2019 में पुन: जीतकर सदन की शोभा बढ़ाएंगे। सदन के कार्यों में रुचि लेंगे जबकि पार्टी संगठन में कोई भूमिका अदा करने की संभावना नहीं है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
अखिलेश यादव: आगामी लोकसभा चुनाव 2019 के कारण वर्ष 2019 अखिलेश यादव के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। सुश्री मायावती से अखिलेश की पार्टी का गठबंधन निश्चित ही लाभकारी रहेगा। यद्यपि साथ मिलकर काम करने के कोई सकारात्मक संकेत नहीं हैं परन्तु चुनाव परिणाम को प्रभावित करने की अच्छी संभावना है।
सुश्री मायावती: पिछड़े वर्ग की राजनीति करने वाली पार्टी से गठबंधन के अच्छे संकेत हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के विपरीत इस लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा होगा, लेकिन आशानुरूप सफलता मिलने के संकेत नहीं है। पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को दलित वर्ग के पक्ष में करने में भी सफलता नहीं मिलेगी। कांग्रेस से वैचारिक सामंजस्य रहेगा परन्तु मिलजुल कर राजनीति करने के संकेत नहीं है। वर्ष 2019 के द्वितीयार्ध में आय/सम्पत्ति की जांच का सामना करने के भी संकेत हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया: ज्योतिरादित्य सिंधिया भारत की राजनीति में एक उभरता हुआ सितारा है। मकर लग्न, कुम्भ राशि, शतमिषा नक्षत्र एवं सिद्धि योग में जन्म लेने वाले जातक अपने कुल को बेहद सम्मान दिलाते हैं। 52 वर्ष की अवस्था में देश की राजनीति में सर्वमान्य नेता के रुप में स्वीकार किए जाएंगे। वर्ष 2019 के आम चुनाव में पार्टी को सफलता पार्टी में उल्लेखनीय भूमिका निभाएंगे।