TRENDING TAGS :
UP Nagar Nikay Chunav : माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता का टिकट काट सकती हैं मायावती, 02 अप्रैल की मीटिंग में होगा तय
UP Nagar Nikay Chunav : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मेयर चुनाव के लिए अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का टिकट काट सकती हैं, दो अप्रैल की मीटिंग में यह फाइनल होगा। उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता परवीन मुख्य आरोपित है और फरार चल रही है।
UP Nagar Nikay Chunav: माफिया अतीक अहमद के परिवार को एक और बड़ा झटका लग सकता है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती मेयर चुनाव के लिए अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का टिकट काट सकती हैं। दो अप्रैल को बसपा की बैठक में इस पर फैसला लिया जाएगा। राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के मर्डर केस में वह मुख्य आरोपित है और बीते कई दिनों से फरार है। माना जा रहा था कि प्रयागराज से शाइस्ता परवीन बसपा की मेयर कैंडिटेड होंगी, लेकिन मायावती के इस फैसले ने उसे जोर का झटका दिया है।
Also Read
अतीक अहमद के अलावा शाइस्ता परवीन और उनके दोनों बेटे मुख्य आरोपित हैं। पुलिस ने शाइस्ता परवीन सहित कई आरोपितों पर ईनामी राशि घोषित की है। सीसीटीवी फुटेज में सामनेआया है कि शाइस्ता परवीन उमेश पाल के हत्यारों के साथ थी। उमेश पाल मर्डर केस में माफिया अती और उसकी पत्नी शाइस्ता के अलावा पांचों बेटे और जेल में बंद भाई अशरफ समेत 14 लोगों को आरोपित बनाया गया है।
क्या कहा था मायावती ने?
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही अटकलें शुरू हो गई थीं कि मायावती ने उसके खिलाफ सख्त एक्शन ले सकती हैं। मामले में मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा था, "उमेश पाल हत्याकांड में अगर अतीक अहमद की पत्नी दोषी साबित होती हैं तो उसे बहुजन समाज पार्टी से निष्काषित कर दिया जाएगा। मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि प्रयागराज में राजू पाल की वर्षों पहले हुई हत्या के मुकदमे का अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल व उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के लड़के एवं उनकी पत्नी के ऊपर एफआईआर दर्ज किये जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है। मायावती बीएसपी ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जाँच में, इनके दोषी साबित होते ही फिर शाइस्ता परवीन, पत्नी अतीक अहमद, को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा।"
सपा पर निशाना
एक और ट्वीट में मायावती ने कहा था, " इसके साथ ही, यह भी विदित है कि किसी भी अपराध की सजा, बीएसपी द्वारा, उनके परिवार व समाज के किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं दी जाती है, किन्तु यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति व धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है।" इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर अपराधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।