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UP Nikay Chunav 2023: जानिए गुलावठी निकाय चुनाव की नब्ज

UP Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद के गुलावठी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद को लेकर क्या कहते हैं प्रत्याशी और क्या मतदाताओं में चर्चा आम, जानिए इस खास रिपोर्ट में...

Sandeep Tayal
Published on: 9 May 2023 2:36 PM IST
UP Nikay Chunav 2023: जानिए गुलावठी निकाय चुनाव की नब्ज
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UP Nikay Chunav 2023

UP Nikay Chunav 2023: यूपी स्थानीय निकाय चुनाव का दूसरा चरण का मतदान 11 मई को होना है। चुनाव में सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए भरसक प्रयास कर रही हैं, यही नहीं निर्दलीय प्रत्याशी भी अपने रसूख प्रभाव और निजी संबंध, संपर्क के चलते चुना जीतने की जुगत में जुटे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद के गुलावठी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद को लेकर क्या कहते हैं प्रत्याशी और क्या मतदाताओं में चर्चा आम, जानिए इस खास रिपोर्ट में...

जनपद बुलंदशहर की गुलावठी नगर पालिका परिषद 1985 में अस्तित्व में आई थी। वर्तमान में लगभग 43 हजार मतदाता हैं, हिंदुओ से मुस्लिमो की कुछ वोट अधिक है। वर्तमान में गुलावठी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद पर आधा दर्जन से अधिक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, सभी प्रत्याशी शहर का सर्वांगीण विकास कराने का दावा कर रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी और भाजपा के माननीय ट्रिपल इंजन की सरकार बनने के बाद स्मार्ट सिटी बनाने का दावा कर रहे है। चुनाव जीतने को सबके अपने-अपने दावे हैं, लेकिन वायदों, दावों के बीच आज चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा और लेकिन यह तो 13 मई को ही पता चलेगा कि वायदों और दावों के बीच हुआ चुनाव प्रचार 13 मई को किसके सिर सजायेगा गुलावठी का ताज।

चमत्कार और फूल के सहारे, शैलेश बेचारे!

जनपद बुलंदशहर की गुलावठी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर भाजपा से चुनाव लड़ रहे शैलेश तेवतिया खुद समाजसेवी और धार्मिक संगठनों से जुड़े हैं। शैलेश तेवतिया का दावा है कि पूर्व में अनजाने में यदि कुछ गलतियां हुई तो जनता उन्हें भूल जायेगी, अबकी बार भाजपा की सरकार अर्थात "सबको जाओ भूल, याद रखो फूल" के नारे के साथ मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं। शैलेश बेचारे फूल के सहारे अपनी चुनावी नैया पार लगाने में जुटे हैं। अब मतदाता सब कुछ भूल पाते हैं या नही यह तो नतीजे आने के बाद 13 मई को ही पता चलेगा। हालांकि शैलेश तेवतिया अक्सर चर्चाओं में रहते है। हालांकि गुलावठी में फूल का झंडा उठाने वाले कई लोग फूल पर खड़े वार्ड प्रत्याशियों की खिलाफत खुलकर कर रहे हैं और फूल विरोधी प्रत्याशियों को वार्डो में चुनाव लड़ाने का काम कर रहे हैं, ऐसे में डंडे में फूल का झंडा लगाने वाले उन लोगों की इस बात को भी जनता जान रही है कि उन्हें क्या याद रखना है और क्या भूल जाना है। फूल का वास्ता देने वाले भाजपाई अपने ही परिजनों को सब कुछ जाओ भूल याद रखो फूल का पाठ पढ़ाने में क्यों नाकाम हो रहे है। बता दे कि देश की आजादी के बाद से आज तक गुलावठी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर कमल का फूल नहीं खिल सका है। कुछ लोग यह भी दावा करते नजर आ रहे हैं कि चुनाव में कुछ भी हो, लेकिन चमत्कारिक परिणाम आ सकते है और इस बार गुलावठी में फूल खिलेगा। चमत्कार और फूल के सहारे शैलेश की नैया पार हो पाएगी या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा।

साइकिल छोड़ रेल के इंजन में सवार हुए काले खां कुरैशी, लगाएंगे हैट्रिक!

गुलावठी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर (एक बार पत्नी और एक बार खुद) लगातार दो बार चुनाव जीत चुके काले खां कुरेशी इस बार भी साइकिल से उतरकर रेल के इंजन में सवार हो गए हैं। काले खां का दावा है कि विकास किया है विकास करेंगे, ना भेदभाव किया ना भेदभाव करेंगे, इसी नारे के साथ वह मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं। काले खा का दावा है कि उनकी वोट हिंदू मुस्लिम सभी बिरादरी में है, हर वार्ड में साइलेंट वोट है, जब पहली बार चुनाव लड़े तो लोगों ने कहा शहर में कसाई गर्दी हो जाएगी, लेकिन गर्दी नहीं होने दी गई, शहर का बिना जातिभेद के विकास किया है विकास करेंगे। नगर वासी गवाह है कि फोन आने पर भी उनकी पालिका संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान कराया है, जो जारी रहेगा। कालेखा का दावा है कि साइकिल लेने के बाद भी रेल के इंजन में इसीलिए सवार हुए क्योंकि बिना दल के अच्छा मत/ जनसमर्थन मिलता है। काले खां का दावा है की इस बार गुलावठी की जनता के सहयोग हैट्रिक मार सकेंगे। हालांकि ये तो 13 मई को ही पता चल सकेगा कि काले खां की हैट्रिक लगेगी या नहीं

शिक्षित, स्वच्छ छवि का चेयरमैन ही कर सकता है भ्रष्टाचार मुक्त विकास:शोएब

निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद शोएब मेवाती पहली बार पूरे दम खम से चुनाव मैदान में हैं और वो वायु यान (हवाई जहाज) में सवार है। गुलावठी में लॉरेंस एक आदमी नाम की शिक्षण संस्था का संचालन करते हैं। विद्यालय आने वाले नगर के हजारों छात्र छात्राओं के अभिभावकों से सीधे जुड़े हैं। परिजनो का भी नगर में प्रॉपर्टी का बड़ा करोबार है। स्कूल में गरीबों के बच्चो को एडमिशन देने में पीछे नही रहते, मिट्ठेपुर गांव की वर्षो से परिजन प्रधानी करते आ रहे है, राजनीति की जानकारी रखते है, लेकिन अभिभावकों से उनका यह जुड़ाव वोटो में बदल पाता है या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा, हालांकि शोएब मेवाती का कहना है कि शिक्षित युवा और स्वच्छ छवि वाला व्यक्ति भ्रष्टाचार मुक्त नगर की सरकार और नगर का विकास करा सकता है इसीलिए अपनी स्वच्छ छवि और शिक्षित प्रत्याशी होने का वास्ता देकर लोगों से वोट मांग रहे हैं। क्षेत्र खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों से खिलाड़ियों और युवाओं में स्वयं मेवाती की अच्छी पकड़ बताई जाती है।



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