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बुंदेलखंड सांस्कृतिक समृद्धता का गढ़ है: हरगोविंद कुशवाहा

डाॅ कुशवाहा आज बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्वयंसेवकों को सम्बोधित कर रहे थे।

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Published on: 21 March 2021 5:05 PM GMT
बुंदेलखंड सांस्कृतिक समृद्धता का गढ़ है: हरगोविंद कुशवाहा
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सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड क्षेत्र सांस्कृतिक विविधता से भरपूर है या कहा जा सकता है कि बुन्देलखण्ड सांस्कृति समृद्धताका गढ़ है।

झांसी: सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड क्षेत्र सांस्कृतिक विविधता से भरपूर है या कहा जा सकता है कि बुन्देलखण्ड सांस्कृति समृद्धताका गढ़ है। यह विचार आज उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री डॉ. हरगोविंद कुशवाहा ने व्यक्त किये।

डाॅ कुशवाहा आज बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्वयंसेवकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक समृद्धता बुंदेलखंड क्षेत्र के हर कोने-कोने में है। देश के हर युवा को अपनी संस्कृति जानने और उसे बनाए रखना जरूरी है। आपकी संस्कृति ही भविष्य के विकास में बेहतर मार्ग प्रशस्त करेगी।

समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव नारायण प्रसाद ने स्वयंसेवकों के द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि आपकी यह मेहनत आपको एक दिन नए शिखर पर पहुचायेगी तथा आपका, आपके माता-पिता तथा विश्वविद्यालय के नाम को रोशन करेगी। कुलसचिव ने कहा कि स्वयंसेवकों की प्रतिभा को निखारने में रासेयो महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है तथा रासेयो का यह विशेष शिविर स्वयंसेवकों के अनुशासित रहने की मिशाल पेश किया।

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कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. मुन्ना तिवारी ने अतिथियों को स्वगत करते हुए कार्य क्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा कहा कि रासेयो अपने उद्भव काल से ही राष्ट्र के प्रति प्रेम, राष्ट्र के नायकों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों के प्रति नतमस्तक हो, सदा से उन्हें नमन करते हुए आई है।

रासेयो के नोडल अधिकारी डॉ. उमेश कुमार ने विशेष शिविर के सातों दिनों के कार्यक्रम की आख्या प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के इस विशेष शिविर में एड्स जागरूकता अभियान के अंतर्गत रैली, भाषण और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा, आत्म निर्भर भारत स्वरोजगार की ओर बढ़ते कदम, आजादी का अमृत महोत्सव जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। डा.कुमार ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर के साथ-साथ बुन्देलखण्ड के सातों जनपदों में एक साथ किया गया।

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इस अवसर पर विशेष शिविर के दौरान स्वयंसेवकों के द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक तथा अन्य कायक्रमों के पुरस्कार भी वितरित किये गये। लोकनृत्य की प्रतियोगिता इकाई षष्टम, लोकगीत की प्रतियोगिता में इकाई पंचम तथा काव्यपाठ की प्रतियेागिता मे ंभी इकाई पंचम के स्वयंसेवक विजेता रहे। इस अवसर पर रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शुभांगी निगम, डॉ. अनुपम व्यास, डॉ. यतीन्द्र मिश्रा, डा. प्रशान्त मिश्र, डॉ. शिल्पा मिश्रा, डॉ. बृजेश लोधी, डा.भुवनेश्वर सिंह एवं सभी नौ ईकाईयों के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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