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भाजपा नेता के परिवार पर मुकदमा दर्ज, ग्रामीणों ने किया सड़क पर प्रदर्शन
भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र व भतीजे के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने को लेकर आज ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया।
बलिया: भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र व भतीजे के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने को लेकर आज ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। उग्र ग्रामीणों के रुख को देख आखिरकार प्रशासन ने विधायक के पुत्र व भतीजे समेत नौ लोगों के खिलाफ बलवा, मारपीट व दलित उत्पीड़न के आरोप का मुकदमा दर्ज कर लिया । इस मामले को लेकर भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह आज खुलकर आमने सामने आ गये ।
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सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान को लेकर भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह व बैरिया नगर पंचायत अध्यक्ष शांति देवी के समर्थको के मध्य हुए झड़प के मामले में आज नया मोड़ आ गया । भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह आज खुलकर आमने सामने आ गये । सांसद मस्त के छोटे भाई कन्हैया सिंह ने नगर पंचायत अध्यक्ष समर्थकों की हौसला अफजाई की तो भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी आज भाजपा सांसद मस्त को चुनौती देते हुए उनपर जमकर निशाना साधा ।
भाजपा विधायक के पुत्र व भतीजे समेत अन्य आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज न होने से आक्रोशित नगर पंचायत अध्यक्ष के समर्थक आज बैरिया में सड़क पर उतर आये । नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार मनटन वर्मा आज पूर्वान्ह हजारों समर्थकों के साथ बैरिया थाना घेराव करने पहुंच गए। अपर पुलिस अधीक्षक ,एसडीएम , बैरिया व क्षेत्राधिकारी बैरिया के नेतृत्व में काफी संख्या में पुलिस ने थाने से 20 मीटर पहले ही सुरजन बाबा के पोखरे के पास प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। इसके बाद समर्थकों ने भाजपा विधायक के विरुद्ध धरना व प्रदर्शन देना शुरु कर दिया । इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने भाजपा विधायक पर पुलिस का सहयोग लेकर उत्पीड़न करने तथा गांजा व शराब की तस्करी व व्यवसाय करने का गम्भीर आरोप लगाया । उग्र ग्रामीणों ने बैरिया विधायक चोर है , थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज चोर है , आदि के नारे भी लगाये । ग्रामीण भाजपा का ही झंडा लिये हुए थे । प्रदर्शनकारी एसएचओ बैरिया व चौकी इंचार्ज को हटाने की जिद पर अड़ गए और अर्धनग्न होकर बैरिया-रानीगंज मार्ग पर बैठकर आंदोलन करने लगे।
वरिष्ठ अधिकारियों को उग्र ग्रामीणों ने जमकर खरी खोटी सुनाई । आक्रोशित ग्रामीणों को कोरोना के कहर व धारा 144 का हवाला देकर अधिकारियों ने हटाने की जीतोड़ कोशिश की , कार्रवाई की चेतावनी दी , लेकिन उग्र भीड़ हटने के लिए तैयार नही हुई । इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मंटन वर्मा ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि भाजपा विधायक के दबाव में उनके उपर दो घण्टे में फर्जी मुकदमा दर्ज हो गया , लेकिन उनके शिकायत पर मुकदमा दर्ज न कर जांच की बात कहकर आनाकानी की जा रही है । नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार वर्मा मंटन ने बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि निहित स्वार्थ पूर्ति नहीं होने पर बार-बार मुझे फर्जी मुकदमे में फंसवा रहे हैं , जिससे मैं हमेशा मानसिक व शारिरिक रूप से तनाव में रह रहा हूं। मेरा कई बार जांच भी कराया गया।
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जब मैं कहीं नहीं फंसा तो मेरे ऊपर फर्जी मुकदमे होने लगे। यहां की पुलिस विधायक सुरेंद्र सिंह के हर नाजायज निर्देशों को जायज समझ कर मुझे प्रताड़ित कर रही है, जो उचित नहीं है। इसकी जांच होनी चाहिए। बैरिया कोतवाल व चौकी इंचार्ज का तुरंत स्थानांतरण होना चाहिए। इस बीच भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के अनुज पूर्व ब्लाक प्रमुख कन्हैया सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने आंदोलनकारियों को समझाया। मौके पर मौजूद अपर पुलिस अधीक्षक ने चौकी इंचार्ज को हटाने का आश्वासन दिया और कहा कि मेरे पास एसएचओ को हटाने का अधिकार नहीं है। सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के अनुज पूर्व प्रमुख कन्हैया सिंहं ने मौके से पुलिस अधीक्षक से बात की , जिसके बाद यह आश्वासन मिला कि 24 घंटे के अंदर चौकी इंचार्ज व कोतवाल को भी हटा दिया जाएगा । इसके बाद धरना समाप्त हुआ। अंततोगत्वा भाजपा विधायक श्री सिंह के पुत्र व भतीजे सहित नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।
बैरिया कस्बे के अनिल कुमार राठौर की शिकायत पर विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र विद्याभूषण सिंह व उनके भतीजे चंद्रभूषण सिंह सहित 9 लोगों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 147 , 323 , 324 , 504 व आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम तथा अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धारा में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। अनिल ने शिकायत किया है कि गत 22 जून को वह अवैध शराब की शिकायत करने बैरिया तहसील पर गया हुआ था । बैरिया तहसील में राशन की दुकान को लेकर बयान लिया जा रहा था। बयान देने के बाद महिलाएं तहसील के गेट पर खड़ी थी । इसमें उसके परिवार की भी सदस्य थी । परिवार के सदस्यों को देखकर विधायक के पुत्र व भतीजे सहित अन्य लोगों ने जातिसूचक अपशब्द दिया तथा मारपीट की। उधर भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के तेवर भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के विरुद्ध तल्ख हो गए हैं।
बैरिया के डाकबंगला में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि मेरे बेटे व भतीजे के उपर षड्यंत्र करके फर्जी मुकदमा दर्ज कराने से मैं विचलित होने वाला नहीं हूं। उन्होंने कहा कि चाहे पूरा जीवन जेल में बीत जाय, द्बाबा में अनाचारी, अत्याचारी व भ्रष्टाचारियों का विरोध पूरे दमखम के साथ करता रहूंगा। किसी गरीब, कमजोर पर जुल्म नहीं होने दूंगा। उसके मान-सम्मान व उसके संपत्ति की रक्षा के लिए वह सब कुछ करूंगा , जो मेरे लिए संभव है । विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जिसे मैंने बड़ा भाई कहा, जिसे यहां से जीताने के लिए जी-जान लगा दिया, वह आदमी षड्यंत्र कर मेरे भतीजा व बेटे पर फर्जी एफआईआर करा रहा है। अगर मैं भी चाहता तो उनके पुत्र पर, उनके भाई पर एफआईआर करा सकता था , किंतु बड़ा भाई कहा है तो उनका पुत्र मेरा भतीजा हुआ। इसलिए मैं ऐसा गंदा काम नहीं कर पाऊंगा, यह मेरे संस्कार में नहीं है। जब तक जिंदा हूं उनके गलत कामों का विरोध करता रहूंगा, चाहे इसके लिए मुझे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। उन्होंने कहा कि मैंने जनता की सेवा का संकल्प लेकर चुनाव लड़ा था, साइकिल पर चलने वाले व्यक्ति को यहां के लोगों ने विधायक बना दिया, तो मैं अपने संकल्प से विचलित कैसे होऊंगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान के साथ मैं खिलवाड़ नहीं होने दूंगा , क्योंकि वही मेरी पूंजी हैं । मैं जो कछ भी हूं , उन्हीं के बदौलत हूं ।
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उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत अध्यक्ष शान्ति देवी की शिकायत पर कलावती देवी की राशन दुकान वर्ष 2018 में निरस्त हो गई। मामला मंडलायुक्त न्यायालय तक गया । मंडलायुक्त ने मामले की सुनवाई करते हुए आपूर्ति विभाग को आदेशित किया कि दुकानदार कलावती देवी के प्रार्थना पत्र को ध्यान में रखते हुए दुकान की पुनः जांच की जाए और कार्डधारकों के बयान के बाद उचित निर्णय लिया जाए। मंडलायुक्त के आदेश के क्रम में गत 22 जून को शिकायतकर्ता नगर पंचायत अध्यक्ष शान्ति देवी के पुत्र शिवकुमार वर्मा व दुकानदार के पति विजय यादव सहित दोनों पक्ष कार्डधारकों को लेकर बयान दिलवाने के लिए तहसील पहुचें थे।
बताते हैं कि पूर्ति निरीक्षक के बयान लेने से पूर्व ही दोनों पक्षों में नोकझोक होने लगी, हालांकि किसी तरह मामला शांत हो गया । इसके बाद जांच के क्रम में दोनों पक्षों ने अपने अपने तथ्य के समर्थन में बयान दर्ज कराया । जांच पूर्ण होने के बाद दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हुई , जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। झड़प की घटना में दोनों पक्षों के चार व्यक्ति घायल हो गए । इस मामले में मनोज पासवान की शिकायत पर कल नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मंटन वर्मा सहित नौ लोगों पर दलित उत्पीड़न, बलवा व मारपीट के आरोप की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है ।
अनूप कुमार हेमकर
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