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उन्नाव रेप पीड़िता की एक्सीडेंट की जांच के लिए रायबरेली पहुंची CBI की टीम
सीबीआई के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय टीम बुधवार को रायबरेली सड़क हादसे की जांच के लिए पहुंची।
लखनऊ: सीबीआई के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय टीम बुधवार को रायबरेली सड़क हादसे की जांच के लिए पहुंची।
घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्यों को खंगाला है। निरीक्षण के दौरान उनके साथ उपनिदेशक, जिलाधकारी और एसपी भी मौजूद रहे।
सुप्रीम कोर्ट के द्वारा 15 दिन में जांच पूरी करने की समय सीमा के चलते लगातार सीबीआई तेजी से जांच को आगे बढ़ा रही है।
इसी के तहत सीबीआई निदेशक ने टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया।
निदेशक के साथ आई टीम ने सड़क दुर्घटना को लेकर पूर्व में लिये गये बयानों की पुष्टि के लिए सभी प्रत्यक्षदर्शियों से दुबारा बयान लिया और उन्हें रिकार्ड भी किया।
तकरीबन दो घंटे तक निदेशक के साथ आई टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया व दुर्घटनाग्रस्त ट्रक और कार को भी जांचा परखा।
सीबीआई की अन्य टीम द्वारा बनाये गए नक्शे को घटनास्थल से प्रमाणित किया और दिए गए बयानों को क्रॉस चेक किया।
टीम ने विवेचक से भी पूछताछ की और पहले की गई हर जांच को प्रमाणित करने की कोशिश की।
सीबीआई द्वारा इस जांच की रिपोर्ट जल्दी ही कोर्ट में प्रस्तुत करने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि 28 जुलाई को उन्नाव कांड की पीड़ित युवती का परिवार एक सड़क हादसे का शिकार हो गया था।
इसमें पीड़ित युवती की चाची और मौसी की मौत हो गई थी।
जबकि पीड़ित युवती और उसके वकील की हालात अभी भी नाजुक बनी हुई है। दोनों का इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा है।
रेप पीड़िता की हालत गंभीर
उन्नाव रेप केस की पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
दो दिन पहले उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के एम्स लाया गया था।
इसके साथ ही उनके वकील की हालत में भी कोई सुधार नहीं है।
वह अभी भी कोमा में हैं। मंगलवार की शाम दोनों की हालत को लेकर एम्स ने मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया था।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पीड़िता की हालत को लेकर बुलेटिन जारी किया।
जिसमें डॉक्टरों की रिर्पोट के आधार पर बताया गया कि पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इसीलिए उन्हें वेंटिलेटर पर ही रखा गया है। उनका ब्लड प्रेशर कंट्रोल किए जाने के प्रयास जारी हैं।
एम्स की ओर से बताया गया कि डॉक्टरों की एक विशेष टीम पीड़िता की देखरेख कर रही है।
साथ ही मंगलवार को पीड़िता के वकील को भी एम्स में शिफ्ट कर दिया गया। वह अभी तक कोमा में हैं। हॉक्टरों के मुताबिक अभी भी उनकी हालत गंभीर है।
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