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CM योगी ने किया- ''टीबी हारेगा, देश जीतेगा'' अभियान का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीबी के अभियान में सिर्फ स्वास्थ्य विभाग ही नहीं अपितु सभी विभागों को सम्मिलित रूप से प्रयास करना होगा तभी हम माननीय प्रधानमंत्री जी के निर्देशन में वर्ष 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने में सफल होंगे।
सीतापुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कसमण्डा विकास खण्ड स्थित विद्याज्ञान विद्यालय में विश्व क्षय रोग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने गोरखपुर एवं मेरठ एएलपी लैब का डिजिटल उद्घाटन किया तथा गोरखपुर में नव स्थापित आारटीपीएमयू का डिजिटल शुभारम्भ किया।
451 ट्रूनाॅट मशीनों का डिजिटल लोकार्पण
उन्होंने जनपदों में स्थापित 451 ट्रूनाॅट मशीनों का डिजिटल लोकार्पण भी किया। उन्होंने जनपदों में स्थापित 25 डिजिटल एक्सरे मशीनों का डिजिटल लोकार्पण भी किया। माननीय मुख्यमंत्री जी ने 21 जनपदों में औषधियों के भण्डारण एवं रख-रखाव हेतु ड्रग वेयर हाउस का शिलान्यास भी किया एवं राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 05 जनपदों रामपुर, सोनभद्र, महाराजगंज, चन्दौली एवं उन्नाव के अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र भी वितरित किये।
धूम्र रहित-इलेक्ट्रानिक दीप प्रज्जवलित किया
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिमोट द्वारा धूम्र रहित-इलेक्ट्रानिक दीप प्रज्जवलित किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षय रोग दिवस पूरी दुनिया में क्षय रोग से ग्रसित बच्चों या नागरिकों को इससे मुक्त करने के अभियान को एक नई गति देने का दिवस है। 1882 में पहली बार टीबी के विषाणु की पहचान हुई, लेकिन इतने वर्षों के बाद भी अब तक हम दुनिया को इस रोग से मुक्त नहीं कर पाए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया के सामने लक्ष्य रखा कि 2030 तक इस दुनिया को टीबी से मुक्त किया जाये। पिछले एक दशक के अन्दर दुनिया ने पोलियो पर पूरी तरह से नियन्त्रण प्राप्त किया है। टीबी पर भी पूरी तरह से नियन्त्रण प्राप्त करने के लिये एक अभियान पूरी दुनिया के अन्दर प्रारम्भ करना होगा।
2021 में टीबी के मरीजों की संख्या कम होती दिखायी दी
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारतवासियों के सामने एक लक्ष्य रखा कि वर्ष 2025 तक पूरे भारतवर्ष को टीबी से मुक्त कर सकें और इस दृष्टि से एक अभियान प्रारम्भ किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप 2020 की तुलना में 2021 में टीबी के मरीजों की संख्या कम होती दिखायी दी। लेकिन टीबी के मरीज के लिये सबसे महत्वपूर्ण बात समयबद्ध ढंग से नियमित उपचार की व्यवस्था करना है।
कोरोना संक्रमण मरीज
किसी भी व्यक्ति की नियमित और संयमित दिनचर्या उस व्यक्ति को तमाम प्रकार की बीमारियों से मुक्त कर सकती हैं और खास तौर पर जब हम लोग एक वर्ष से वैश्विक महामारी कोरोना से जुझ रहे। पूरी दुनिया ने इस महामारी के खिलाफ एक अभियान चलाया। भारत की 135 करोड़ की आबादी ने भी इस महामारी के खिलाफ एक अभियान चलाया।
भारत सरकार के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के खिलाफ अभियान चलाया गया, जिसमें हमें सफलता मिली। उन्होंने कहा कि यदि हम सामूहिक रूप से अभियान का हिस्सा बनते हैं तो उसके ही सकारात्मक परिणाम हमारे पक्ष में आते हुये दिखायी देते हैं। उन्होंने कहा कि सामूहिकता की ताकत के बल पर कोरोना महामारी के समय देश की अधिक आबादी तथा स्वास्थ्य सेवाओं की सीमित उपलब्धता के बावजूद परिणाम देश व दुनिया के सामने दिया है और यह पहला उदाहरण नही था। पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित तराई के जनपदों में 38 जनपद जे0ई0 से ग्रसित थे।
पोलियो उन्मूलन अभियान
इस 38 जनपदों में 40-45 वर्षों से प्रतिवर्ष हजारों मौते हो रही थीं, उपचार की उचित व्यवस्था नहीं हो पा रही थी। आधे बच्चे हास्पिटल जाते थे, आधे नहीं जा पाते थे। लेकिन 2017 से भारत सरकार के साथ मिलकर यूनीसेफ और डब्लूएचओ आदि संस्थाओं के साथ मिलकर एक अभियान चलाया और अभियान के परिणाम स्वरूप इसेफ्लाइटिस की बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की। पोलियो उन्मूलन अभियान के दौरान भी पूरे उत्तर प्रदेश में सामूहिकता का परिचय देकर प्रभावी सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुये।
टीबी के अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि टीबी के अभियान में सिर्फ स्वास्थ्य विभाग ही नहीं अपितु सभी विभागों को सम्मिलित रूप से प्रयास करना होगा तभी हम माननीय प्रधानमंत्री जी के निर्देशन में वर्ष 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि टीबी की बीमारी का उपचार एकदम मुफ्त है तथा शासन की ओर से पौष्टिक आहार लेने के लिये 500 रूपये प्रतिमाह की धनराशि उपचार की अवधि में दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने कही यह बात
उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों को आहवान करते हुये कहा कि वह एक-एक टीबी के मरीज को गोद लेकर उसके उपचार की निरन्तरता तथा मिल रही शासकीय सहायता की जानकारी लेते रहें, जिससे वह जल्द ही बीमारी से मुक्त हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपचार का क्रम बीच में टूटनें से बीमारी की गम्भीरता बढ़ सकती है।
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बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जनता को देने का प्रयास
कोरोना से बचाव के लिये निरन्तर सावधानी बरतने की अपील करते हुये सीएम योगी ने कहा कि वैक्सीन आने का मतलब यह नहीं है कि हम लापरवाह हो जायें। हमे अभी भी सतर्कता रखनी है। उन्होंने सभी के सहयोग से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जनता को देने तथा अभियान की पूर्ण सफलता की आशा व्यक्त करते हुये सभी से इसमें सहयोग किये जाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि आज लोकार्पित की गयी योजनाएं एवं शिलान्यास की गयी योजनाओं से स्वास्थ्य सेवाओं में निश्चित रूप से प्रभावी सुधार आ सकेगा तथा भविष्य में यह अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगी। मा0 मुख्यमंत्री जी ने आपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में हुये सुधार के विषय में बताया।
इस कार्यक्रम ने यह लोग उपस्थित रहे
कार्यक्रम को मंत्री जयप्रताप सिंह ने भी सम्बोधित किया। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उप्र अमित मोहन प्रसाद ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, महिला कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश तथा जनपद की प्रभारी मंत्री स्वाती सिंह, विधायक मिश्रिख रामकृष्ण भार्गव, विधायक हरगांव सुरेश राही, विधायक महोली शशांक त्रिवेदी, विधायक सेउता ज्ञान तिवारी, विधायक बिसवां महेन्द्र सिंह यादव, विधायक लहरपुर सुनील वर्मा, जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज, पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट : पुतान सिंह
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