TRENDING TAGS :
CAA वापस नहीं लिया तो आपातकाल जैसे हो जाएंगे हालात: मायावती
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि, इस कानून के परिणाम भविष्य में अच्छे नहीं होंगे। साथ ही उन्होंने CAA को असंवैधानिक बताया। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आगे कहा कि देश में इमर्जेंसी जैसे हालात होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कानून को वापस लेने से ही देश में शांति व्यवस्था कायम हो सकती है।
यह भी पढ़ें: मुशर्रफ़ को मिली मौत: सजा से पाकिस्तान को लगा तगड़ा झटका
आपातकाल जैसी हो जाएगी स्थिति- मायावती
मायावती ने कहा कि छात्रों के आंदोलन को किसी भी कीमत पर शांत किया जाना चाहिए। नहीं तो यह आग पूरे देश में व खासकर शिक्षण संस्थानों में भी काफी बुरी तरह से फैल सकती है। उन्होंने कहा कि, सरकार अगर इस असंवैधानिक कानून को वापस नहीं लिया तो देश की स्थिति इमर्जेंसी जैसी हो जाएगी, जैसा कि कांग्रेस शासन में हुआ था।
मायावती ने किया ट्वीट
बता दें कि, इससे पहले बसपा नेता मायावती ने CAA पर ट्वीट कर लिखा था कि यूपी व केन्द्र की सरकार को चाहिए कि वह नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रही वारदातों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच करायें और उनके मूल दोषी लोगों को कानून के तहत किसी भी कीमत पर बचने नहीं दें, वरना यह आग पूरे देश में व खासकर शिक्षण संस्थानों में फैल सकती है। यह देश व आम जनहित में कतई नहीं होगा।
यह भी पढ़ें: भूकंप से हिला शहर: थर-थर कांपी धरती, दहशत में लोग घरों से निकले
मायावती ने पूरे देश में व खासकर असम व पूर्वोंत्तर के राज्यों, प. बंगाल, दिल्ली, बिहार व यूपी आदि प्रदेशों में भी नये नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लगातार उग्रता बढ़ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने लोगों से शान्ति-व्यवस्था बनाये रखने की अपील की। साथ ही पुलिस व प्रशासन से भी निष्पक्ष रूप में कार्य करने की मांग की।
सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली के पुलिस,प्रशासन एवं कानून-व्यवस्था को भी लेकर अपनी काफी नाराजगी जताई। मायावती ने बयान में कहा कि नये नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में की गई हिंसा में पहले उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ व फिर दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में तथा पूरे जामिया इलाके के क्षेत्र में भी जो काफी बेकसूर छात्र व आमलोग शिकार हुए हैं और साथ ही सरकारी सम्पत्ति का भी नुकसान हुआ है। यह दुर्भाग्यपूर्ण व अति-निन्दनीय है और पार्टी पीड़ितों के साथ है।
यह भी पढ़ें: उन्नाव गैंगरेप केस: दोषी कुलदीप सिंह सेंगर को आज मिल सकती है सजा
CAA को लेकर हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि, नागरिकता संशोधन कानून (CAA) बनने के बाद से इसके खिलाफ जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली समेत बंगाल में प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का रुप ले लिया है। राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने और स्थानीय लोगों ने कल भी अपना प्रदर्शन जारी रखा। असम, दिल्ली, बंगाल और उत्तर प्रदेश में कानून के खिलाफ लोग जमकर विरोध कर रहे हैं। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी भी की।
क्या है नागरिकता कानून
बता दें कि नागरिकता कानून के तहत मुस्लिम बहुल आबादी वाले देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में उत्पीड़न के कारण भाग कर भारत आए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है।
यह भी पढ़ें: जामिया हिंसा पर अब तक का सबसे बड़ा खुलासा, लड़की के बैग में मिला ये सब