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CM योगी ने इस खास जगह पर क्यों खींची अपनी पहली सेल्फी? यहां जानें
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एक नईं तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि ये तस्वीर खुद सीएम योगी ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद(सेल्फी) की है।
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एक नईं तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि ये तस्वीर खुद सीएम योगी ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद(सेल्फी) की है। मुख्यमंत्री ने पूरी तरह से टैप कानपुर के सीसामऊ नाले के सामने पहली बार सेल्फी ली। इसके बाद उन्होंने उपस्थित पत्रकारों के साथ भी सेल्फी ली।
सीएम योगी आज कानपुर के दौरे पर थे। मुख्यमंत्री ने कानपुर नगर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने गंगा के अटल घाट से शीशामऊ नाले तक स्टीमर में बैठ कर स्थलीय निरीक्षण किया तथा टैप किए नालों की स्थिति को हवाई सर्वेक्षण के द्वारा परखा। उन्होंने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं कल तक दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
गंगा स्वच्छता को जन-जन से जोड़े
स्थलीय निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री ने शासन-प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री के भ्रमण के दौरान साफ-सफाई चाक-चौबंद रखी जाए। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस पूर्ण सतर्क रहे।
मुख्यमंत्री कहा कि कि गंगा की सेवा से जुड़ी संस्थाओं को गंगा की स्वच्छता अभियान के कार्यक्रमों से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि शैक्षिक संस्थाओं, विद्यार्थियों तथा आमजन को गंगा जी को साफ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
लेकिन सीएम योगी ने यहां नमामि गंगे प्रोजेक्ट का जायजा लेते समय मौके पर जो अपनी सेल्फी ली है। वह अब वायरल हो चुकी है। ये पहला मौक़ा है,जब सीएम योगी ने खुद अपनी सेल्फी ली है। अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सेल्फी ही खूब वायरल होती रही है। लेकिन सीएम योगी की तस्वीर सामने आने के बाद से लोग बड़ी ही तेजी के साथ इस तस्वीर को एक दूसरे के साथ शेयर कर रहे हैं।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमलारानी वरुण, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय सहित जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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14 को कानपुर के दौरे पर पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (एनएमसीजी) के अंतर्गत कार्यों को देखने के लिए 14 दिसंबर को कानपुर आगमन प्रस्तावित है।
यहां पर वह कानपुर की उपलब्धियों को देखेंगे, जिसके लिए आयोजित प्रदर्शनी में आइआइटी, सीएसए, आइआइपीआर, एचबीटीयू, एलिम्को के शोध, प्रोजेक्ट और उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में किया जाएगा। इसके साथ ही अटल घाट पर लंच करेंगे।
मंगलवार को प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज सिंह और सचिव नगर विकास अनुराग यादव ने अटल घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने मोटर बोट में बैठकर गंगा में गिरने वाले नालों का हाल देखा। उन्होंने अटल घाट पर पर टेंट व पंडाल लगाने के साथ बेरीकेडिंग कराने के निर्देश दिए। घाट के पीछे की भूमि को समतल कराकर होर्डिंग्स लगवाने के निर्देश दिए।
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सीएसए में लगेगी प्रदर्शनी
सीएसए के हेलीपैड से उतरने के बाद पहले प्रदर्शनी देखने जा सकते हैं। अभी कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैयारियों में जुटे हैं। सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर इंटेलीजेंस और खुफिया सक्रिय हो गई है।
शासन स्तर पर रिपोर्ट भेजी जा रही है। जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने बताया कि प्रदर्शनी की जिम्मेदारी एनएमसीजी के अधिकारी देखेंगे। वे गंगा की शुचिता, अविरलता और निर्मलता के लिए अब तक हुए कार्यों को प्रदर्शित करेंगे। सीसामऊ नाले की टैपिंग का जिक्र भी रहेगा।
उत्तराखंड से पश्चिम बंगाल में 'पतितपावनी' के लिए हुए विकास कार्यों की झलक दिखाई जाएगी। बिग स्क्रीन के माध्यम से छोटी डाक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई जा सकती है। शहर के संस्थानों के उत्पाद, शोध और प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए जाएंगे। आइआइटी के विशेषज्ञों ने गंगा पर काफी रिसर्च किए हैं। इन संस्थानों के लिए अलग से काउंटर लगाए जाएंगे।
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सुरक्षा के लिए मांगी फोर्स
प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा का खाका तैयार कर लिया है। करीब 50 स्नाइपर गंगा तट, बैराज, नदी पार और नदी में फ्लड टीमों के साथ मुस्तैद रहेंगे। सोमवार को शासन को पत्र भेज करीब 10 आइपीएस अधिकारी, 12 एएसपी, 20 कंपनी अद्र्धसैनिक बल और पीएसी की मांग की गई है।
अधिकारियों ने अटल घाट, सीएसए, आइआइटी व सीएसजेएमयू तक निरीक्षण भी किया। एसएसपी अनंतदेव तिवारी ने बताया कि मौसम सही रहा तो प्रधानमंत्री चकेरी एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के जरिए सीएसए के हेलीपैड पर और वहां से सड़क मार्ग से अटल घाट पहुंचेंगे।
गर मौसम खराब रहा तो चकेरी से सिविल लाइंस वीआइपी रोड होकर सड़क मार्ग से वह अटल घाट आएंगे। लिहाजा रास्ते में 100 से ज्यादा स्थानों पर बैरियर लगाकर रूट डायवर्जन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ ही करीब पांच राज्यों के मुख्यमंत्री और करीब 10 कैबिनेट मंत्री भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। उनके हेलीकॉप्टर लैंड कराने के लिए एचबीटीयू, आइआइटी, सीएसजेएमयू और पुलिस लाइन के हेलीपैड की मदद ली जाएगी।
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्र्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम में जिले का फोर्स तो रहेगा ही, शासन से राजपत्रित अधिकारियों व जवानों की भी मांग की गई है। सीसीटीवी, आइआइटी का एयरोस्टैग, स्नाइपर और केंद्रीय सुरक्षा टीमें भी रहेंगी।
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