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मुख्यमंत्रियों से अलगः बेबाक योगी न कोई बुलाएगा और न मैं जाऊँगा
राममंदिर षिलान्यास के बाद मस्जिद निर्माण होने पर उनके जाने पर योगी ने साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद के शिलान्यास पर मुझे कोई बुलाएगा नहीं, और मैं जाऊंगा भी नहीं।
लखनऊ। राजनीति में अपनी कटटर हिन्दुत्वादी छवि की पहचान रखने वाले यूपी के मुख्यमत्री येागी आदित्यनाथ ने एक बार फिर साफ किया है कि वह पहले के मुख्यमंत्रियों से अलग है। उनकी विचारधारा भी अलग है। राममंदिर षिलान्यास के बाद मस्जिद निर्माण होने पर उनके जाने पर योगी ने साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद के शिलान्यास पर मुझे कोई बुलाएगा नहीं, और मैं जाऊंगा भी नहीं। एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात को साफ तौर पर कहा।
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5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला
यहां यह बताना जरूरी है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला दिया था। यूपी सरकार ने 5 फरवरी को ही अयोध्या जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम धन्नीपुर तहसील सोहावल में थाना रौनाही से लगभग 200 मीटर पीछे 5 एकड़ जमीन मस्जिद के लिए आवंटित की थी। यहीं पर मस्जिद का निर्माण होना है।
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आज का दिन हमारे लिए उमंग और उत्साह का दिन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए उमंग और उत्साह का दिन है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, राम मंदिर के निर्माण कार्य को भले ही राम मंदिर ट्रस्ट करे लेकिन पूरी अवधपुरी के भौतिक विकास और सांस्कृतिक विसारत को क्षुब्ध किए बिना इस नगरी को वैभवशाली बनाने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।
इस घड़ी की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां चली गईं
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस घड़ी की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां चली गईं। राम मंदिर के निर्माण का सपना लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया। यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और उसकी न्यायपालिका की शक्ति ने दुनिया को दिखा दिया है कि शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और संवैधानिक रूप से हल किए गए मामले कैसे हो सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, राम मंदिर के निर्माण कार्य को भले ही राम मंदिर ट्रस्ट करे लेकिन पूरी अवधपुरी के भौतिक विकास और सांस्कृतिक विसारत को क्षुब्ध किए बिना इस नगरी को वैभवशाली बनाने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध है | उन्होंने कहा कि जिस अवधपुरी का एहसास कराने के लिए 500 साल से प्रतीक्षा थी, उसकी पूरे दुनिया को, समस्त भारतवासियों की भावनाओं को मूर्त रूप देने का यह अवसर आज पूरा हुआ है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस घड़ी की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां चली गईं।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री, लखनऊ
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