PAC जवानों को झटका, हुआ डिमोशन, नाराज हुए सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएसी के कतिपय जवानों को पदावनत किए जाने के प्रकरण को गम्भीरता से लिया है। उन्होंने कहा है कि शासन के संज्ञान में लाए बगैर ऐसी कार्यवाही से पुलिस बल के मनोबल पर प्रभाव पड़ता है।

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Published on: 26 Sept 2020 11:59 AM IST
PAC जवानों को झटका, हुआ डिमोशन, नाराज हुए सीएम योगी
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पीएसी जवानों के डिमोशन पर सीएम योगी ने नाराजगी, कही ये बात (social media)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएसी के कतिपय जवानों को पदावनत किए जाने के प्रकरण को गम्भीरता से लिया है। उन्होंने कहा है कि शासन के संज्ञान में लाए बगैर ऐसी कार्यवाही से पुलिस बल के मनोबल पर प्रभाव पड़ता है। इसको ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस महानिदेशक से कहा है कि कि वे सभी कार्मिकों की नियमानुसार पदोन्नति सुनिश्चित कराएं।

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शासन के संज्ञान में प्रकरण को लाए बगैर ऐसा निर्णय जिन अधिकारियों द्वारा लिया गया है

उन्होंने कहा कि शासन के संज्ञान में प्रकरण को लाए बगैर ऐसा निर्णय जिन अधिकारियों द्वारा लिया गया है, उनका उत्तरदायित्व निर्धारित कर शासन को आख्या भी उपलब्ध कराएं।

गौरतलब है कि जिलो में तैनाती के दौरान पीएसी के 900 जवानों को परमोशन मिला था। जब इन्हें वापस पीएसी में भेजा गया तो इनका डिमोशन कर दिया गया। इस बात की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंची तो उन्होंने इस पे नाराजगी जताते हुए सभी जवानों को प्रोन्नत करने और जिम्मेदार अफसर के ख़िलाफ कारवाई करने का आदेश दिया है।

police-up police-up (social media)

खास बात तो ये कि पीएसी से नागरिक पुलिस में आए जवानों को प्रमोशन मांगने पर उन्हें मूल काडर पीएसी में भेजने का मामला सामने आया था। ऐसे 896 पुलिसकर्मियों को डिमोट करते हुए वापस किया गया है जबकि 22 आरक्षियों को कॉन्स्टेबल के ही पद पर वापस भेजा गया।

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ये काम नियम विरूद्व किया गया जिसके बाद पीएसी जवानों में काफी नाराजगी है

कहा जा रहा है कि ये काम नियम विरूद्व किया गया जिसके बाद पीएसी जवानों में काफी नाराजगी है। यहां यह भी बताना जरूरी है कि पीएसी के 1998 बैच के कॉन्स्टेबल जितेंद्र कुमार ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिसमें कहा गया था कि उनके बैच के तीन साथियों सुनील कुमार यादव, दिनेश कुमार चैहान और देव कुमार सिंह का सिविल पुलिस में प्रमोशन किया गया, जबकि जितेंद्र का प्रमोशन नहीं हुआ।

श्रीधर अग्निहोत्री

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