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BHU बना लापरवाही का केंद्रः CM योगी ने जाने हालात, डॉक्टरों को दी नसीहत
मुख्यमंत्री ने बीएचयू में गत दिनों दो मरीजों के सुसाइड कर लेने का जिक्र करते हुए इसे चिंताजनक बताया और कहा कि इससे गलत संदेश जाता है।
वाराणसी: कोरोना काल के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार की शाम अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। योगी सबसे पहले कोरोना काल में लापरवाही का केंद्र बने बीएचयू पहुंचे। योगी आदित्यनाथ ने बीएचयू सभागार में कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु किए गए कार्यों और व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने बीएचयू में गत दिनों दो मरीजों के सुसाइड कर लेने का जिक्र करते हुए इसे चिंताजनक बताया और कहा कि इससे गलत संदेश जाता है। डॉक्टर और स्टाफ वार्ड में विजिट करें, तो मरीज की स्थिति का पता लगता रहता है तथा उसी अनुरूप मैनेज किया जाए तो ऐसी घटना नहीं होगी।
अस्पताल में व्यवस्थायें बढ़ाने पर दिया जोर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि बीएचयू अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करें और अपने गौरव व प्रतिष्ठा के अनुरूप रिजल्ट दे। जहां-जहां भी डायलिसिस की व्यवस्था है वहां कोविड व नानकोविड के लिये अलग-अलग डायलिसिस मशीन रखें। सैंपलिग की जांच के 24 घंटे में रिजल्ट आ जाए।
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सीएम योगी का वारानसी दौरा (फाइल फोटो)
ताकि पॉजिटिव मरीज का तत्काल इलाज शुरू हो जाए। बीएचयू में ओपीडी की क्षमता बढ़ाई जाए। होम आइसोलेशन के बाद एल-1 अस्पताल व्यवस्था की जरूरत कम हो गई है। अब एल-2 व एल-3 लेवल की व्यवस्थाएं बढ़ाई जाए। वाराणसी के कोविड अस्पतालों में बेड की कमी नहीं होनी चाहिए।
प्राइवेट अस्पतालों में फीस को लेकर भी दिया निर्देश
सीएम योगी का वारानसी दौरा (फाइल फोटो)
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में निर्धारित दरों से अधिक पैसा वसूली कतई नहीं हो। इसके लिए समय-समय पर निरीक्षण किया जाए। किसी अन्य रोग के मरीजों के अस्पताल में आने पर उसका एंटीजन टेस्ट कर कोविड-19 को देख लें।
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इसे प्राइवेट अस्पताल में भी लागू करें। सैंपलिग बढ़ाने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी में प्रतिदिन 4000 से 4500 हजार तक टेस्टिंग हो। उन्होंने सर्विलांस एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने पर जोर दिया। बीएचयू में सीनियर फैकल्टी राउंड करें।
रिपोर्ट- आशुतोष सिंह