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फासीवादी हमलों के मुकाबले में कांग्रेस मुसलमान के साथः शाहनवाज आलम
शाहनवाज आलम ने कहा कि जब मुसलमान सिर्फ कांग्रेस को वोट करते थे तब ‘‘संविधान विरोधी पार्टी’’ के सिर्फ दो सांसद हुआ करते थे। आज जब संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर खतरा पैदा हुआ है तो इन्हें बचाने के लिए कांग्रेस मैदान में उतरी है
लखनऊः उप्र कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने कहा है कि कांग्रेस मुसलमान एक दूसरे के पर्याय रहे हैं। मुसलमान के ऊपर फासीवादी हमले कश्मीर से लेकर एनआरसी तक हुए हैं, उसमें उनके साथ राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियका गांधी और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पूरी तरह खड़े दिखाई दिये।
उन्होंने कहा कि जिनको मुसलमानों ने वोट देकर मौलाना मुलायम का लकब (तमगा) दिया, वह व उनके बेटे किसी भी मुस्लिम पीड़ित के घर जाते हुए नहीं दिखे। यहां तक कि मुलायम सिंह यादव ने तो चुनाव से पहले संसद तक में कह दिया कि वह नरेन्द्र मोदी को दुबारा प्रधानमंत्री के बतौर देखना चाहते हैं। वहीं दूसरी मायावती एनआरसी के मुद्दे पर संसद से वाकआउट करके सीधे-सीधे भाजपा को फायदा पहुंचा चुकी हैं। उन्होने कहा कि कांग्रेस मुसलमान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रही है। मुसलमान यह सब देख रहा है।
शाहनवाज आलम ने कहा कि जब मुसलमान सिर्फ कांग्रेस को वोट करते थे तब ‘‘संविधान विरोधी पार्टी’’ के सिर्फ दो सांसद हुआ करते थे। आज जब संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर खतरा पैदा हुआ है तो इन्हें बचाने के लिए कांग्रेस मैदान में उतरी है। ऐसे में अल्पसंख्यक विभाग के सभी कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत के साथ कांग्रेस की मजबूती के लिए कार्य करना है।
अगली सरकार कांग्रेस की
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद अभा अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन नदीम जावेद ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में लोग कांग्रेस की तरफ देख रहे हैं। उन्होने कहा कि यूपी में अगली सरकार कांग्रेस की बनेगी जिसमें मुसलमानों की बड़ी भूमिका होगी।
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उन्होने कहा कि जबसे प्रियंका जी उ0प्र0 में सक्रिय हुई हैं सबसे ज्यादा परेशानी मुसलमानों का वोट लेने वालों को क्यों हो रही है और इन संविधान विरोधी ताकतों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है?
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कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष वीरेन्द्र चैधरी, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव सहित प्रदेश के हर जिले से कोने-कोने से अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारी, जिला-शहर चेयरमैन एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।