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नीट और जेईई परीक्षा के विरोध में कांग्रेसियों ने घेरा शिक्षा भवन
बीजेपी सरकार छात्रों की बात सुनो, छात्रों के जीवन से खिलवाड़ बंद करो, छात्रों का जीवन अमूल्य है, मन की बात नहीं छात्रों के जीवन की बात सुनो, जैसे नारे लिखे प्लेकार्ड हाथ में उठाए कांग्रेसियों ने शिक्षा भवन परिसर में देर तक नारेबाजी की।
लखनऊ: देश के चिकित्सा व इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा द्वारा आयोजित की जाने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा को सितंबर माह में कराए जाने का विरोध कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को शिक्षा भवन का घेराव कर प्रदर्शन किया।
जेईई और नीट परीक्षा रद्द करने की कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की मांग
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी और शहर अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जगत नारायण रोड स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। जेईई और नीट परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए।
कांग्रेसियों ने शिक्षा भवन परिसर में देर तक की नारेबाजी
बीजेपी सरकार छात्रों की बात सुनो, छात्रों के जीवन से खिलवाड़ बंद करो, छात्रों का जीवन अमूल्य है, मन की बात नहीं छात्रों के जीवन की बात सुनो, जैसे नारे लिखे प्लेकार्ड हाथ में उठाए कांग्रेसियों ने शिक्षा भवन परिसर में देर तक नारेबाजी की। इस मौके पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि कोरोनावायरस से फैली महामारी के बीच नीट और जेईई परीक्षाओं का आयोजन कराया जाना केंद्र सरकार के तानाशाही रवैया को दर्शाता है।
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परीक्षा देने जाने के लिए बाध्य कर रही है सरकार
एक ओर सरकार लोगों से कह रही है कि वह शारीरिक दूरी बना कर रखे हैं, बेवजह घर से बाहर ना निकले। कोरोना से बचाव करना ही समझदारी है दूसरी ओर परीक्षा का आयोजन सर सरकार किशोर उम्र के बच्चों को अपने घर से बाहर निकल कर दूसरे शहर में परीक्षा देने जाने के लिए बाध्य कर रही है। ऐसे समय में प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन कराना लाखों युवाओं को खतरनाक संक्रमण से प्रभावित होने के लिए बात करना है।
देश में ये हाल है कोरोना का
देश में अब तक 60000 से ज्यादा लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है । 34 लाख से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में हैं। देश में जब चार- पांच सौ कोरोनावायरस संक्रमित लोग थे तो सरकार ने लाख डाउन घोषित किया लोगों को घर में रहकर थाली बजाने दीया जलाने की प्रेरणा दी लेकिन अब जबकि हालात भयावह हैं। तब सरकार लाखों छात्रों को बाहर निकलकर परीक्षा देने के लिए मजबूर कर रही है।
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अभिभावकों के संक्रमित होने का खतरा
कामेश्वर अध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह ने कहा कि परीक्षार्थियों के साथ जो उनके अभिभावक जाएंगे उनके लिए भी संक्रमित होने का खतरा बरकरार है। हजारों छात्र इसका विरोध कर रहे हैं इसके बावजूद सरकार अपने तानाशाही रवैया की वजह से लोगों की बात सुनने को तैयार नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार के इस रवैया का हर पल विरोध करेंगे।
रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी