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कांग्रेसी हुए गिरफ्तार: दलित उत्पीड़न के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन, पुलिस ने भेजा जेल

यूपी की गिरती कानून व्यवस्था तथा बढ़ती दलित उत्पीड़न, बलात्कार और हिंसा के मुद्दों पर कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया।

Newstrack
Published on: 7 July 2020 4:57 PM IST
कांग्रेसी हुए गिरफ्तार: दलित उत्पीड़न के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन, पुलिस ने भेजा जेल
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लखनऊ: यूपी की गिरती कानून व्यवस्था तथा बढ़ती दलित उत्पीड़न, बलात्कार और हिंसा के मुद्दों पर कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता कानपुर मुठभेड़ कांड में मुख्य आरोपी विकास दुबे के संपर्की भाजपा विधायकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और पूरे मामलें की उच्चस्तरीय जांच कराये जाने के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शन के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को ज्ञापन सौंपने राजभवन जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधायक दल आराधना मिश्रा मोना, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, आलोक प्रसाद, तनुज पुनिया समेत सैकडों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर अस्थाई जेल ले जाया गया हैं।

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में मंगलवार को हुए प्रदर्शन के बाद बड़ी संख्या मे कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय से निकल कर राजभवन की तरफ बढ़े लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने उन्हे तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी से पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा

गिरफ्तारी से पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी राज के तीन सालो में प्रदेश दलित-पिछड़ा हिंसा, उत्पीड़न और बलात्कार का हब बन गया है। दलितों पिछडो पर होने वाले अत्याचार में दिनों दिन इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि योगी मंत्रिमंडल और भाजपा में शामिल दलित- पिछड़े नेताओं मंत्रियों की हैसियत नहीं है कि वो ऐसे उत्पीड़न के खिलाफ आवाज तक उठा सके। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दलित-पिछड़ा उत्पीड़न करने वालो को संस्थानिक संरक्षण मिला हुआ है।

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उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसी एनसीआरबी के डाटा बता रहे है की प्रदेश में रोज 33 मामले दलितों पर अत्याचार के रिपोर्ट हो रहे है। भाजपा के संकल्प पत्र में जो दलितों-पिछडो के सुरक्षा के वादे किये गए थे वह खोखले साबित हो रहे है। उन्होंने कानपुर मुठभेड़ कांड की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि जांच में सामने आएगा कि किस तरह से भाजपा नेता और विधायक माफियाओं से सांठगांठ कर आमजन की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं और पुलिसकर्मियों की हत्या हो रही है।

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