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यहां बढ़ रहा महामारी का खतरा, फिर भी हो रही इस तरह की लापरवाही
जांच के दौरान लखनऊ में कोरोना की जाँच होने के बाद उसकी पुष्टि होने के बावजूद भी स्वास्थ्य महकमा इस प्रकरण में 24 घंटे तक लापरवाही बरतता रहा |
अंबेडकरनगर: दुबई से मुंबई और वहां से बरियावन पहुंचा था कोरोना संक्रमित व्यक्ति। स्थानीय लोगों की माने तो मुंबई से वह तीन गाड़ियों के काफिले के साथ बरियावन पहुंचा था | जहाँ से आने के बाद उसने अपने सगे संबंधियों से मुलाकात की थी।
संक्रमित व्यक्ति ने की थी लोगों से मुलाकात
इनमें बसखारी, बल्लीपुर तथा टांडा में भी उसके जाने की सूचना है। फिलहाल स्वास्थ्य महकमा, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए सभी लोगों को चिन्हित कर उन्हें एकांतवास में रखने का प्रयास कर रहा है । उसके परिवार व गाँव के 28 लोग एकान्तवास में रखे गए है। अन्य लोगो को एकान्तवास में रखने में अब उन्हें कितनी सफलता मिल पाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा। फिलहाल जानकारी के अनुसार कोरोना की चपेट में आए व्यक्ति ने बरियावन बाजार में स्थित एक झोलाछाप चिकित्सक के यहां भी अपना इलाज कराया था | यहीं नही उसने बाजार में स्थित सैलून पर दाढ़ी भी बनवाई थी। 15 मई को बरियावन आये इस व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब होने के बाद उसे बरियावन के बाद जिला मुख्यालय पर लाया गया था।
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4 कर्मचारी एकान्तवास में रखे गए
जांच के दौरान लखनऊ में कोरोना की जाँच होने के बाद उसकी पुष्टि होने के बावजूद भी स्वास्थ्य महकमा इस प्रकरण में 24 घंटे तक लापरवाही बरतता रहा। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार की देर शाम शास्त्री नगर में स्थित शिवा चिकित्सालय के 4 कर्मचारियों को ले जाकर एकांतवास में रख दिया है, लेकिन अभी तक चिकित्सालय को सील करने का प्रयास नहीं किया गया । इसके अलावा स्वास्थ विभाग ने अस्पताल के अलावा आसपास के इलाकों में सैनिटाइजेशन कराने की भी आवश्यकता नहीं समझी। इससे मोहल्ले के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। स्वास्थ विभाग की टीम के सामने ही इस अस्पताल के कर्मचारी खंभों के अलावा इधर-उधर हाथ रखते देखे गए थे जिसके कारण उन्हें फटकार भी पड़ी थी। इससे मोहल्ले में संक्रमण का खतरा बढ़ने की भी संभावना है।
बताया जा रहा है कि इस अस्पताल के कर्मचारी मोहल्ले में स्थित स्थानीय दुकानदारों के यहां सामान की खरीदारी भी करते रहे हैं। 21 मई को यहां पर डायलिसिस किये जाने के बाद 4 दिन तक यह कर्मचारी कहां कहां गए, किस से किस से मिले और कहां-कहां से सामानों की खरीद की ,इसकी भी जाँच करना जरूरी हो गया है।
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बढ़ रहा संक्रमण का खतरा
सूत्रो के अनुसार कोरोना संक्रमित इस व्यक्ति के खून की जाँच दिशा पैथालॉजी पर की गई थी जिससे वह भी संक्रमण की चपेट में आ सकता है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी एनसी राम के अनुसार दिशा पैथ के कर्मचारियों की भी जांच होगी लेकिन यह कब होगी, इसका पता नही है। फ़िलहाल स्वास्थ विभाग का रवैया यदि ऐसा ही रहा तो जंहा शास्त्रीनगर मोहल्ला संक्रमण की चपेट में आ सकता है वंही जंहा जंहा उसका इलाज हुआ है, वँहा से यह संक्रमण बड़े स्तर पर फ़ैल सकता है क्योंकि वँहा पर लोगों का आवागमन लगातार बना रहा है। सीएमओ डॉ अशोक कुमार का कहना है कि सब पर कार्यवाई होगी। उन्होंने यह भी बताया कि पूरे मोहल्ले का सेनिटाइज़ेशन कराया जाएगा।