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VTM किट की देश को जरूरत: बढ़ती जा रही डिमांड, यूपी ने दिया बड़ा आर्डर

जिस ट्यूब में व्यक्ति का स्वैब का सैंपल लेकर प्रयोगशाला तक भेजा जाता है, उसकी डिमांड निरंतर बढ़ती जा रही है। इसे वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) किट कहा जाता है।

Shivani Awasthi
Published on: 30 April 2020 9:04 PM IST
VTM किट की देश को जरूरत: बढ़ती जा रही डिमांड, यूपी ने दिया बड़ा आर्डर
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नोएडा। प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। हॉटस्पॉट के अलावा कंटेंनमेंट में लोगों की जांच निरंतर जारी है। बता दें जिस ट्यूब में व्यक्ति का स्वैब का सैंपल लेकर प्रयोगशाला तक भेजा जाता है, उसकी डिमांड निरंतर बढ़ती जा रही है। इसे वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) किट कहा जाता है। प्रदेश में यह किट सीएसआर के तहत एचसीएल उपलब्ध करा रहा है। हाल ही में एक हजार किट का आर्डर महाराष्ट्र की कंपनियों को दिया गया। लेकिन अब तक 157 किट ही मेडिकल सप्लाई को भेजी गई है। यहा से विभिन्न जिलों को भेज दी गई है।

प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में VTM किट की जा रही सप्लाई

प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 2 हजार का आकड़ा पार कर चुकी है। लोगों की जांच का दायरा भी बढ़ाया गया है। नई लैब स्थापित की जा रही है। हॉटस्पॉट क्षेत्र भी निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में वीटीएम किट की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। सीएसआर के तहत काफी पहले ही एक हजार किट का मंगवाने का आर्डर दे दिया गया था। यह आर्डर महाराष्ट्र की कंपनी को दिए गए है।

महाराष्ट्र में VTM किट का उत्पाद

दरअसल, यह किट प्रदेश में नहीं बनती है। महाराष्ट्र में ही इसका उत्पाद किया जाता है। ऐसे में वहां से किट आने में देरी होती दिख रही है। अब तक दो बार में कुल 157 किटों की सप्लाई हो सकी है। यह किट मेडिकल सप्लाई के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में भेजी जा रही है। लापरवाही के चलते कई बार सैंपल लेने वाले भी ठीक ढंग से सैंपल नहीं लेते ऐसे में सैंपल लीक हो जाता है। जनपद में भी ऐसा देखा गया करीब 200 से ज्यादा सैंपल लीक भी हो चुके है। हालांकि दोबारा सैंपल लेकर इनको भेजा गया है।

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एक किट में होती है 50 ट्यूब, एक हजार किट की सप्लाई शुरू

वीटीएम की एक किट में 50 ट्यूब होती है। यानी एक किट से 50 लोगों का स्वेब सैंपल लेकर इसे प्रयोगशाला तक भेजा जा सकता है। जिला अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट डा. एचएम लवानिया ने बताया कि 24 से 48 घंटे तक ट्यूब में सैंपल को रखा जा सकता है। इसे 2 से 8 डिग्री के तापमान में रख प्रयोगशाला भेजा जाता है। विशेषज्ञों की माने तो इस किट के जरिए तीन दिन तक का समय भी लग जाए तब भी सैंपल सूखता नहीं है साथ ही वह पर्यावरण के संपंर्क में नहीं आता।

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पहले चरण में मिली 157 किट, प्रदेश में सप्लाई

एक हजार किट महाराष्ट्री से विभिन्न चरणों में आ जाएंगी ऐसे में कुल 50 हजार लोगों के सैंपल लिए जा सकते है। पहले चरण में 157 किट प्रदेश के विभिन्न राज्यों में सप्लाई किए जा चुके है।

दिपांकर जैन

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Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

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