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उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव डा. नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली 5720 इकाइयां चल रही है, जो किन्हीं कारणों से बंद हैं उन्हें भी जल्द से जल्द चालू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव डा. नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली 5720 इकाइयां चल रही है, जो किन्हीं कारणों से बंद हैं उन्हें भी जल्द से जल्द चालू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।
प्रदेश में 9367 इकाइयां कार्यस्थल पर ही मजदूरों को रोकने में अपनी सहमति प्रकट कर चुकी है, जबकि 5720 इकाइयों द्वारा अपने परिसरों में ही मजदूरों के भरण-पोषण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
लाॅकडाउन अवधि में आटा, तेल तथा दाल आदि खाद्य वस्तुओं की कमी न होने पाये इसके लिए प्रदेश में स्थापित सभी मिलों एवं इकाइयों से लगातार सम्पर्क कर उन्हें चलाने के प्रयत्न किये जा रहे है।
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प्रदेश में 907 फ्लोर मिलें चल रही
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में 907 फ्लोर मिलें चल रही है। 419 तेल मिल इकाइयां पूरी क्षमता के साथ उत्पादनरत् है। इसी प्रकार 237 दाल मिलों का संचालन प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि जो इकाइयां किन्हीं कारणों से बंद हैं, उनकों जल्द चालू कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लाॅक डाउन के दौरान प्रदेश में अब तक 32613 औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत 363065 श्रमिकों को 44329.62 लाख रुपये वेतन का भुगतान कराया जा चुका है।
सेनिटाईजर बनाने वाली कुल 99 इकाइयां अपना काम कर रही है। मेडिकल इक्यूपमेंट एवं दवाइयों के निर्माण से संबंधित 452 इकाइयों में से 412 इकाइयां उत्पादन कर रही हैं , शेष इकाइयों के जल्द संचालन के प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट, अन्य इक्यूपमेंट तथा मास्क इक्यूपमेंट की 72 में से 70 यूनिटें चल रही हैं, जबकि दो इकाईयों का सैम्पल अनुमोदन के लिए भेजा गया है।
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