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Coronavirus: कैसे हो बचाव, जब 14 प्रतिशत लोग ही सही से पहनते हैं मास्क

कोरोनावायरस पूरे देश में तबाही मचाए हुए है। इसके चलते लाखों लोग असमय काल के गाल में समा चुके हैं।

Raghvendra Prasad Mishra
Published on: 21 May 2021 11:30 AM GMT (Updated on: 21 May 2021 1:00 PM GMT)
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फोटो— मास्क पहनने का सांकेतिक तस्वीर (साभार— सोशल मीडिया)

लखनऊ। कोरोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर पूरे देश में तबाही मचाए हुए है। इस महामारी के चलते लाखों लोग असमय काल के गाल में समा चुके हैं तो कई जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। बावजूद इसके लोगों की लापरवाही जारी है। हालांकि दबाव और डर से मास्क पहनना तो शुरू कर दिया है, मास्क को ठीक से पहनने में अभी भी कोताही जारी है। वहीं एक सटडी से पता चला है कि कोरोनावायरस (Coronavirus) की इतनी भयानकता के बावजूद भी देश में सिर्फ 14 प्रतिशत लोग सही से मास्क पहनते हैं।

गौरतलब है कि पूरा देश इस समय कारोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर की चपेट में है। आंकड़ों के मुताबिक इस महामारी से अब दो लाख, 91 हजार लोगों की असमय जान जा चुकी है। जबकि 30 लाख, 27 हजार, 925 लोगों का इलाज जारी है। कोरोना से बचाव के प्रति अभी भी लोग लापरवाह बने हुए हैं। इस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश में जब कोरोनावायरस (Coronavirus) की शुरुआत हुई थी, तभी से विश्च स्वास्थ्य संगठन और सरकार की तरफ से लोगों से बार—बार मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है। बावजूद इसके अधिकतर लोग ऐसे हैं, जो मास्क केवल चालान से बचने के लिए पहनते हैं।

इस महामारी से बचने के लिए सरकार की तरफ से लगातार लोगों से मास्क पहनने की अपील की जा रही है। लेकिन लोग अपनी जिम्मेदारी के प्रति आज भी लापरवाह बने हुए हैं। चालान कटने का दबाव और संक्रमण के भय के चलते अधिकत्तर लोगों ने मास्क पहनना शुरू कर दिया है। सही से मास्क कुछ ही लोग पहनते हैं। इसमें जिम्मेदार लोग भी शामिल हैं। कुछ लोग मास्क केवल मुंह तक पहनते हैं, नाक उनकी खुली रहती है, तो कुछ ऐसे है जिनका मास्क न तो मुंह को ढकता है और न ही नाक को। केवल वह हार के तरह गले में लटका नजर आता है।

64 फीसदी लोग ढकते हैं मुंह

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ एक अध्ययन की रिपोर्ट के आधार पर कहा गया है कि 50 फीसदी लोग अब भी मास्क पहनने से परहेज कर रहे हैं। जबकि कोरोना वायरस हर वर्ग के लोगों को प्रभावित कर रहा है। आलम यह है कि अब यह महामारी गांवों में भी तेजी से अपना पांव पसारने लगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से यह भी कहा गया है कि 64 फीसदी लोग ऐसे हैं जो मासक से अपना मुंह ढकते हैं, नाक नहीं।

2 फीसदी लोग गर्दन पर लटकाते हैं मास्क

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस अध्ययन यह भी बात सामने आई है कि देश में केवल 14 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो सही तरीके से मास्क पहनते हैं, जिसमें उनका नाक, मुंह, और ठुड्डी तक ढका रहता है। जबकि 20 फीसदी लोग ठोडी पर मास्क पहनते हैं और 2 फीसदी ऐसे हैं जो गर्दन पर मास्क को लटकाए रहते हैं।

फिलहाल वैज्ञानिकों की तरफ से कोरोनावायरस के तीसरी लहर की चेतावानी जारी कर दी गई है। इस लहर से बचने के उपायों पर सरकार ने काम भी शुरू कर दिया है। लेकिन अभी जरूरत है कि लोग अपनी जिम्मेदारी समझना शुरू कर दें। क्योंकि उनकी यह लापरवाही न सिर्फ उन पर भारी पड़ रही है, बल्कि ऐसे लोगों के चलते वो लोग भी संक्रमित हो रहे है, जो पूरी तरह से एतिहात बरत रहे हैं।

Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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