×

शोक में डूबा देश: नही रहे ये दिग्गज नेता, लंबे समय से थे बीमार

चार भाइयों राम नगीना सिंह, चंद्रशेखर व बद्री नारायण सिंह में कृपा शंकर चंद्रशेखर के बाद तीसरे नम्बर पर थे । इनके तीन पुत्र डॉ नवीन सिंह, प्रवीण सिंह व बब्बू के साथ ही एक पुत्री हैं । मऊ जिले की सरहद से सटे इब्राहिमपट्टी में 1 मई 1937 को पैदा हुए कृपा शंकर सिंह हृदय रोग से पीड़ित थे ।

Rahul Joy
Published on: 6 Jun 2020 12:56 PM IST
शोक में डूबा देश: नही रहे ये दिग्गज नेता, लंबे समय से थे बीमार
X
late kripa shankar singh

बलिया। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के छोटे भाई कृपा शंकर सिंह का आज तड़के देहावसान हो गया । उनके निधन पर जनपद में शोक की लहर दौड़ गई है ।

शोक अर्पित करने के लिए उमड़ी भीड़

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के छोटे भाई कृपा शंकर सिंह नही रहे । चार भाइयों राम नगीना सिंह, चंद्रशेखर व बद्री नारायण सिंह में कृपा शंकर चंद्रशेखर के बाद तीसरे नम्बर पर थे । इनके तीन पुत्र डॉ नवीन सिंह, प्रवीण सिंह व बब्बू के साथ ही एक पुत्री हैं । मऊ जिले की सरहद से सटे इब्राहिमपट्टी में 1 मई 1937 को पैदा हुए कृपा शंकर सिंह हृदय रोग से पीड़ित थे । वह देवस्थली विद्यापीठ के प्रबंधक व द्विजा देवी महाविद्यालय की प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष भी रहे । इनके भतीजे नीरज शेखर भाजपा से सांसद व पौत्र रविशंकर सिंह पप्पू विधान परिषद के सदस्य हैं ।

आज सुबह इनका दिल्ली में देहावसान हो गया। इनके निधन की सूचना मिलते ही जिले में शोक की लहर दौड़ गई । कृपा शंकर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के अत्यंत प्रिय रहे । निधन की सूचना मिलते ही इब्राहिमपट्टी स्थित निवास पर शोक अर्पित करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी ।

उनकी विचारधारा को भुलाया नही जा सकता

सपा के वरिष्ठ नेता व उत्तर प्रदेश विधानसभा में विरोधी दल के नेता राम गोविंद चौधरी ने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी के अनुज श्री कृपाशंकर सिंह के आकस्मिक निधन की खबर पर गहरा दुःख प्रकट किया है । श्री चौधरी ने अपने शोक संदेश में कहा है कि कृपाशंकर सिंह के निधन की खबर से वह बेहद मर्माहत हैं । उन्होंने कहा है कि कृपाशंकर जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे । उनके मृदुभाषी व्यक्तित्व व समतामूलक विचारधारा को भुलाया नही जा सकता । वह पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी के राजनैतिक व्यवस्थाओं को बखूबी सम्भालते थे तथा बलिया के लोगो को दिल्ली में एक अभिभावक सा अपनत्व देते थे।

शातिर मोबाइल लुटेरे: ऐसे देते थे अपने काम को अंजाम, पुलिस ने किया पर्दाफाश

उन्होंने कार्यक्रम को संचालित किया

उन्होंने कहा कि चन्द्रशेखर जी के परिवार से निकटतम सम्बन्ध होने के कारण मुझसे उनका बेहद आत्मीय लगाव था । कृपा शंकर सिंह को याद करते हुए उन्होंने कहा कि कई-कई दिनों तक हम लोगों ने दिन रात जाग कर चन्द्रशेखर जी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान अनेकों कार्यक्रम को संचालित किया था । उनके स्नेह,सहयोग और आत्मियता को भुलाना उनके लिए अत्यंत कठिन होगा ।

कई लोग थे शामिल

उन्होंने कहा है कि मै उनकी दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ । ईश्वर उनके शोक-संतप्त परिवार को इस असहनीय पीड़ा को सहन करने की शक्ति प्रदान करें । शोक सम्बेदना ब्यक्त करने वाले प्रमुख लोगो मे सपा नेता एव सजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जयदीप यादव,राणा प्रताप सिंह ,निर्मल सिंह एवं सपा नेता सुशील कुमार पाण्डेय"कान्हजी"आदि रहे।

सबने दी श्रद्धांजलि

उधर कृपा शंकर सिंह की मौत के बाद जिले में शोक सभा कर उनको श्रद्धांजलि देने की धूम रही । जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में अतुल सिंह की अध्यक्षता में हुए शोक बैठक में कृपा शंकर सिंह के व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा करते हुए उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया गया । विधान परिषद सदस्य रविशंकर सिंह पप्पू के प्रतिनिधि रविशंकर प्रभात पिक्कू सिंह ने इनके निधन को अपूरणीय क्षति करार दिया है ।

रिपोर्टर - अनूप कुमार हेमकर, बलिया

FAO का अलर्ट: भारत में इन दो महीनों में सबसे ज्यादा दिखेगा टिड्डियों का प्रकोप

Rahul Joy

Rahul Joy

Next Story