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धनतेरस में उमड़ी भीड़: डिजाइनर दीप, मूर्तियां, बर्तन और प्रतिमाओं की हो रही खरीदारी

दीपावली से पूर्व आज धनतेरस के दिन प्रदर्शनी में भारी भीड़ दिख रही है। प्रदर्शनी की सफलता से कारीगर काफी उत्साहित हैं। धन और वैभव की देवी महालक्ष्मी एवं विघ्न विनाशक श्री गणेश जी की प्रतिमाओं की लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं।

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Published on: 12 Nov 2020 4:47 PM IST
धनतेरस में उमड़ी भीड़: डिजाइनर दीप, मूर्तियां, बर्तन और प्रतिमाओं की हो रही खरीदारी
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धनतेरस में उमड़ी भीड़: डिजाइनर दीप, मूर्तियां, बर्तन और प्रतिमाओं की हो रही खरीदारी (Photo by social media)

लखनऊ: उ.प्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के परिसर में आयोजित ''माटीकला मेला-2020'' का आज 9वें दिन खरीदारों में अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है। मेले में जबरदस्त उमड़ी भीड़ सबसे ज्यादा डिजाइनर दीप, मूर्तियां, बर्तन और प्रतिमाओं की खरीदारी कर रही है।

दीपावली से पूर्व आज धनतेरस के दिन प्रदर्शनी में भारी भीड़ दिख रही है। प्रदर्शनी की सफलता से कारीगर काफी उत्साहित हैं। धन और वैभव की देवी महालक्ष्मी एवं विघ्न विनाशक श्री गणेश जी की प्रतिमाओं की लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं।

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प्रदर्शनी में गोरखपुर के तीन स्टाल लगे हैं, जो कि लोगों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र हैं। गोरखपुर के टेराकोटा से निर्मित कला कृतियां लोगों को काफी पसंद आ रही हैं, इन उत्पादों की मेले में ज्यादा मॉग है। स्टॉल नम्बर 5 पर रंग-बिरंगे कपड़ों से बने गमले भी आकर्षण का केंद्र है। बाबा भक्ति प्रकाश ने बताया कपड़े से बनाए गए खास गमले है। जल संरक्षण के लिए बनाए गए गमलों में पानी भी 70 से कम लगता है। लीक प्रूफ होने से इन्हें कहीं पर भी रखने पर गंदगी नहीं फैलेगी।

gorakhpur-matter gorakhpur-matter (Photo by social media)

तैरने वाले दीपक जलाने के बाद पानी में छोड़ने पर वह न भीगेंगे और न डूबेंगे

यह साइज के अनुसार 100 से लेकर 400 रुपये की रेंज में उपलब्ध हैं। 50 से 80 रुपये तक की रेंज में 10 से 15 की संख्या में गोबर के कई वैरायटी के दीपक उपलब्ध हैं। तैरने वाले दीपक जलाने के बाद पानी में छोड़ने पर वह न भीगेंगे और न डूबेंगे। जलाने के बाद इन्हें लोगों को फेंकना भी नहीं है। अपने घर में गमले में रख दें, कुछ दिनों बाद इनमें से तुलसी की पौध निकल आएगी।

प्रदर्शनी में स्टाल लगाने वाले गोरखपुर के शिल्पकार हरिओम आजाद, बाराबंकी के शिवकुमार तथा प्रयागराज के रामनरेश प्रजापति अपने उत्पादों की बिक्री से काफी उत्साहित हैं। इन कारीगरों ने बताया कि लखनऊ आकर उन्हें यहां के लोगों से न सिर्फ सम्मान मिला बल्कि उनके उत्पादों की बिक्री के साथ ही उनका उत्साहवर्धन भी हुआ है।

gorakhpur-matter gorakhpur-matter (Photo by social media)

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बुधवार को प्रदर्शनी की कुल बिक्री लगभग छः लाख रुपये की हुई थी आज उससे दोगुना बिक्री होने की उम्मीद है। प्रदर्शनी के आरंभ से लेकर अब तक की कुल बिक्री 25 लाख के पार जा चुकी है।

रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री

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