×

छ- छ महीने के लिए दरवेश व हरिशंकर यूपी बार काउन्सिल के अध्यक्ष बने

इस पद के अन्य प्रत्याशियों में परेश मिश्र को दो और पांचूराम मौर्य व रोहिताश्व अग्रवाल को एक-एक वोट मिले। अध्यक्ष पद पर हरिशंकर सिंह व दरवेश सिंह को 12-12 बराबर वोट मिले। बराबर मत के आधार पर दोनों को छह-छह माह के लिए चयनित किया गया। परंपरा व सहमति के आधार पर दरवेश सिंह पहले छह माह और हरिशंकर सिंह शेष छह माह अध्यक्ष रहेंगे।

SK Gautam
Published on: 9 Jun 2019 4:53 PM GMT
छ- छ महीने के लिए दरवेश व हरिशंकर यूपी बार काउन्सिल के अध्यक्ष बने
X

प्रयागराज: आगरा की दरवेश सिंह व वाराणसी के हरिशंकर सिंह यूपी बार कौंसिल के अध्यक्ष और लखनऊ के प्रशांत सिंह अटल व प्रयागराज के देवेंद्र मिश्र नगरहा उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। यहां बार कौंसिल भवन में रविवार को हुए पदाधिकारियों के चुनाव में वाराणसी के श्रीनाथ त्रिपाठी बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य पद पर विजयी हुए तो लखनऊ के जानकी शरण पांडेय, जय नारायण पांडेय व प्रदीप कुमार सिंह, कानपुर के अंकज मिश्र और बुलंदशहर के शिवकिशोर गौड़ निर्विरोध को-चेयरमैन निर्वाचित हुए।

कौंसिल के सचिव आरसी मिश्र के अनुसार श्रीनाथ त्रिपाठी ने 25 में से 21 वोट लेकर रिकार्ड जीत हासिल की। आरसी मिश्र के मुताबिक कौंसिल के इतिहास में इतने वोटों से चयन पहली बार हुआ।

ये भी देखें : गोरखपुर: 12 साल की नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार

इस पद के अन्य प्रत्याशियों में परेश मिश्र को दो और पांचूराम मौर्य व रोहिताश्व अग्रवाल को एक-एक वोट मिले। अध्यक्ष पद पर हरिशंकर सिंह व दरवेश सिंह को 12-12 बराबर वोट मिले। बराबर मत के आधार पर दोनों को छह-छह माह के लिए चयनित किया गया। परंपरा व सहमति के आधार पर दरवेश सिंह पहले छह माह और हरिशंकर सिंह शेष छह माह अध्यक्ष रहेंगे।

ये भी देखें : इस एयरलाइंस में यात्री ने शौचालय समझकर खोल दिया आपातकालीन द्वार

इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद पर भी 12-12 बराबर वोट होने के कारण दोनों प्रत्याशियों को छह-छह माह के लिए उपाध्यक्ष चुना गया। सहमति के आधार पर प्रशांत सिंह अटल पहले छह माह और देवेंद्र मिश्र नगरहा शेष छह माह का कार्यकाल संभालेंगे। बार काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देश के अनुसार प्रतिनिधि सदस्य के निर्वाचन अधिकारी का दायित्व आरसी मिश्र ने निभाया जबकि न्यायमूर्ति राजमणि चौहान अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व को-चेयरमैन के लिए निर्वाचन अधिकारी और न्यायमूर्ति सुरेंद्र सिंह पर्यवेक्षक रहे।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story